अस्थायी पदभर्ती फैसले का राष्ट्रवादी कार्यकर्ताओं ने किया विरोध
उपविभागीय कार्यालय के सामने किया प्रदर्शन
* शासन निर्णय की जलाई होली
मोर्शी/दि.19-तहसील में राष्ट्रवादी कांग्रेस द्वारा राज्य सरकार की ओर से सरकारी नौकरियों में अधिकारियों व कर्मचारियों के विभिन्न पदों पर की जा रही भर्ती के विरोध में 18 सितंबर को उपविभागीय कार्यालय के सामने प्रदर्शन किया गया. आंदोलन के दौरान भारी पुलिस बल की तैनाती के कारण पुलिस छावनी का रूप ले लिया गया था. आंदोलन दौरान उपविभागीय कार्यालय क्षेत्र में सरकार के फैसले की होली जलाई जाने से कुछ समय तक तनावपूर्ण माहौल रहा. अंत में उपविभागीय अधिकारी प्रदीप पवार को ज्ञापन दिया गया.
महाराष्ट्र में युवा बेरोजगार लड़के-लड़कियों की संख्या आज एक करोड़ से भी अधिक है. हर बच्चे के माता-पिता सरकारी नौकरी पाने के लिए अपने बच्चे को अच्छी शिक्षा दे रहे हैं. लेकिन वर्तमान राज्य सरकार ने राज्य सरकार द्वारा संचालित हर विभाग में अस्थाई भर्ती के सरकारी अध्यादेश को हटाकर इसकी घोषणा करके महाराष्ट्र के युवाओं का अपमान करने का फैसला किया है. ठेका भर्ती का मतलब है कि राज्य सरकार अपना पैसा बचाने की कोशिश कर रही है. वहीं विकास कार्यों पर भारी रकम खर्च की जा रही है. विधायकों को पेंशन है. अन्य चीजों पर भी काफी पैसा खर्च होता है. लेकिन यह एक सरकारी कर्मचारी के वेतन पर चार लोगों को रोजगार देने का एक कपटपूर्ण प्रयास है और यह राज्य के युवाओं को अशोधी बनाने का एक रूप है और यह अस्वीकार्य है.
2014 में जब भारतीय जनता पार्टी की सरकार सत्ता में आई तो उसने देश के करोड़ों युवाओं को नौकरी देने का वादा किया, लेकिन हकीकत में ऐसा नहीं हो सका. इसी तरह दो-चार साल अस्थाई नौकरी करने के बाद आगे क्या? यह एक बड़ी समस्या है. और निजीकरण के जरिए सरकारी कर्मचारियों की भर्ती होने जा रही है. उसमें कोई आरक्षण नहीं है. छात्र इस फैसले का पुरजोर विरोध कर रहे हैं. इस फैसले से वर्षों से प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे लाखों छात्रों का भविष्य अंधकारमय हो गया है. ऐसे में राष्ट्रवादी ने ज्ञापन जारी कर अनुबंध के आधार पर अधिकारियों और कर्मचारियों के विभिन्न पदों पर भर्ती के खिलाफ विरोध जताया है. इस समय राष्ट्रवादी कांग्रेस के तहसील अध्यक्ष नरेंद्र जिचकार, कृषि उत्पन्न बाजार समिती के संचालक प्रकाश विघे, पूर्व नगरसेवक डॉ. प्रदिप कुर्हाडे, राष्ट्रवादी युवक शहर अध्यक्ष अंकुश घारड, राष्ट्रवादी कांग्रेस के उपाध्यक्ष तथा ग्राम पंचायत सदस्य रुपेश वालके, शहर अध्यक्ष तमिजभाऊ, रजेश पाटिल, विनोद गेडाम, रामदास डवले, शरद कनेर, आनंद सादतपुरे, नंदकिशोर पावडे, अमोल सोलव, विलास सोलव, मनिश गुडधे, विलास ठाकरे, नीलेश महल्ले, अक्षय ढोले, निलू इंगले, अरविंद पुंड, अनिकेत राऊत, घनश्याम कलंबे, प्रफुल खडसे, शुभम पकडे, सार्थक करुले, गोलू काले, नागेंद्र बारस्कर, नीलेश टिपरे सहित नागरिक बडी संख्या में उपस्थित थे.