ग्रामीण डाक सेवकों का देशव्यापी धरणा आंदोलन
वरिष्ठ जीडीएस को अतिरिक्त वेतनवृध्दि देने की मांग
16 व 17 मार्च को दो दिवसीय तीव्र आंदोलन करने की चेतावनी
अमरावती/ दि. 2- जीडीएस समिति ने की शिफारिश के अनुसार 12, 24, 36 सभी वरिष्ठ जीडीएस को अतिरिक्त वेतनवृध्दि दी जाए, जैसी विभिन्न चार सूत्रिय मांगों को लेकर ग्रामीण डाक सेवकों ने आज कैम्प स्थित प्रवर अधिक्षक डाक घर के समक्ष एक दिवसीय देशव्यापी धरणा आंदोलन किया. अगर मांगे पूरी न हो गई तो आगामी 16 व 17 मार्च ऐसे दो दिवसीय देशव्यापी आंदोलन करने की चेतावनी भी दी.
ऑल इंडिया ग्रामीण डाक सेवा यूनियन, नेशनल यूनियन ऑफ ग्रामीण डाक सेवा, संयुक्त कृति समिति अमरावती विभाग के बैनरतले आंदोलन करने वाले ग्रामीण डाक सेवकों के अनुसार फिलहाल डाक विभाग ने विभिन्न बिजिनेस के उपक्रम से ग्रामीण डाक सेवक कर्मचारियों का शोषण किया जा रहा है. टार्गेट के काम के लिए वक्त-वक्त पर डाक सेवकों को कई कमिशन के काम के लिए, सम्मेलन में उपस्थित रहने के लिए जबर्दस्ती की जाती है, उसे बंद की जाए, शाखा डाक घर बंद रखकर सम्मेलन में उपस्थित करने से हाल खराब हो राह है. सेवा खंडीत करना पडता है. क्योंकि जिले के जगह या तहसील के स्थान पर उपस्थित रहने के लिए काफी वक्त और रुपए खर्च करना पडता है. सम्मेलन में उपस्थित रहने के लिए किसी भी तरह का किराया या भत्ता नहीं दिया जाता. यह समस्या दूर करे, बेवजह तबादले कर कर्मचारियों को बेमतलब टार्गेट बनाया जा रहा है, जैसी विभिन्न मांगों को लेकर आज गांवसेवकों ने देशव्यापी धरणा आंदोलन किया. इस आंदोलन में एल. एम. परिमल, परमानंद जयस्वाल, विजय रिठे, सुनील कल्पीत, एम. के. काजी, दीपक वानखडे, संजय लोखंडे, अशोक नांदूरकर, स्वप्नील अडगोकर, मोहन चरपे, सागिर शेख, राजू कोहरे, तौशिफोद्दीन, प्रकाश आजनकर, मानसिंह कुटेमाटे, डब्ल्यू. आर. बाबर, संतोष चौधरी आदि अन्य सदस्य उपस्थित थे.