प्राकृतिक कृषि, मिलेट्स व जिलास्तरीय कृषि महोत्सव का हुआ भव्य शुभारंभ
सांसद बोंडे ने पौष्टिक अनाज की बुआई को प्रोत्साहन मिलने की उम्मीद जताई
अमरावती/दि.1 – किसानों को आर्थिक रुप से सक्षम बनाने हेतु केंद्र एवं राज्य सरकार के जरिए चलाई जाने वाली विभिन्न योजनाओं पर प्रभावी रुप से अमल हो रहा है. जिसके तहत मिलेट्स व प्राकृतिक अन्न-धान्य की उपज को प्रोत्साहन देने के साथ ही किसानों तक अत्याधुनिक तकनीक को पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है. जिसके मद्देनजर जिला कृषि महोत्सव जिले के किसान बंधुओं में नवचैतन्य का निर्माण करेगा और इसके जरिए किसानों को पौष्टिक अनाज की बुआई करने हेतु प्रोत्साहन मिलेगा. इस आशय का प्रतिपादन राज्यसभा सांसद डॉ. अनिल बोंडे ने किया.
कृषि विभाग व कृषि तंत्रज्ञान व्यवस्थापन यंत्रणा (आत्मा) द्बारा महिला आर्थिक विकास महामंडल एवं कारितास इंडिया के सहयोग से स्थानीय सायंस्कोर मैदान पर आयोजित प्राकृतिक कृषि, मिलेट्स व जिलास्तरीय कृषि महोत्सव का शुभारंभ करते समय सांसद अनिल बोंडे अपने विचार व्यक्त कर रहे थे. जिले की सांसद नवनीत राणा की अध्यक्षता में आयोजित इस समारोह में प्रमुख अतिथि के तौर पर वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता रवींद्र कोल्हे, भाजपा की ग्रामीण जिलाध्यक्ष निविदिता चौधरी, पूर्व महापौर चेतन गावंडे, भाजपा के पूर्व शहराध्यक्ष जयंत डेहनकर, शिक्षक नेत्री संगीता शिंदे, जिलाधीश पवनीत कौर, सहायक जिलाधीश रिचर्ड यांथन, कृषि सहसंचालक किसन मुले, कारितास इंडिया के साजू एम. के., डॉ. पंजाबराव देशमुख कृषि विद्यापीठ के संशोधन संचालक डॉ. डी. बी. उंदीरवाडे, जिला अधीक्षक कृषि अधिकारी अनिल खर्चान, आत्मा की प्रकल्प संचालिका अर्चना निस्ताने, रामेती के प्राचार्य विजय चव्हाले व माविम के सुनील सोसे आदि उपस्थित थे.
इस अवसर पर सांसद डॉ. अनिल बोंडे ने अपने संबोधन में कहा कि, राज्य सरकार ने विगत 6 माह के दौरान किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए बेहद महत्वपूर्ण निर्णय लिया है. जिसके तहत आपदा में फंसे किसानों को राहत देने हेतु सरकार द्बारा प्रति हेक्टेअर सहायता का प्रमाण बढाया गया है और पगदंडी रास्तों का काम भी समय पर पूरा करने का प्रयास किया जा रहा है. इसके अलावा किसानों को कृषि तंत्रज्ञान, निविष्टा व फसल पद्धति के साथ ही खेती किसानी से संबंधित अत्याधुनिक तंत्रज्ञान की जानकारी उपलब्ध कराने हेतु विविध उपक्रम चलाए जा रहे है. जिसके तहत इस कृषि महोत्सव का आयोजन किया गया है.
वहीं इस समय अपने अध्यक्षीय संबोधन में सांसद नवनीत राणा ने किसानों को दुनिया का अन्नदाता बताते हुए कहा कि, कोविड काल के समय जब पूरी दुनिया में कामकाज ठप हो गया था. तब किसानों ने अनाज उगाने का काम लगातार जारी रखा था. जिसके चलते हम सभी के पेट भरते रहे. ऐसे में किसानों के हितों को ध्यान में रखना हम सभी का प्रथम कर्तव्य है.
वहीं इस समय अन्य उपस्थित गणमान्यों ने भी अपने समयोचित विचार व्यक्त करते हुए आदिवासी बहुल मेलघाट क्षेत्र में खेती किसानी के विकास हेतु जरुरी सुझाव रखे.
कार्यक्रम में प्रास्ताविक आत्मा की संचालिका अर्चना निस्ताने, संचालन क्षिप्रा मानकर व आभार प्रदर्शन जिला अधीक्षक कृषि अधिकारी अनिल खर्चान द्बारा किया गया. इस कृषि महोत्सव में कृषि तंत्रज्ञान, सेंद्रीय उत्पादन, माविम महिला बचत गट व कृषि निविष्टा आदि के कुल 200 कक्षों का समावेश है. यह महोत्सव आगामी 5 मार्च तक चलेगा. अत: आयोजकों द्बारा सभी से इस महोत्सव में अवश्य भेंट देने का आवाहन किया गया है.