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कल से शुरू होगा नौतपा

गर्मी व उमस बढेगी

* कई स्थानों पर बारिश होने का भी अनुमान
अमरावती/दि.24 इस वर्ष बुधवार, 25 मई से नौतपा शुरू हो रहा है. इस दिन दोपहर करीब 3 बजे के बाद सूर्यदेवता रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करेंगे. नौतपा के दौरान गर्मी और उमस बढने का अनुमान विशेषज्ञों ने व्यक्त किया हैं. मान्यता है कि इन दिनों आम गर्मी के दिनों से ज्यादा गर्मी एपडती है. मगर नौतपा के शुरूआती दिनों में अमरावती संभाग सहित विदर्भ के विभिन्न स्थानों पर बारिश की संभावना भी व्यक्त की है.

* धरती की उर्वरकता बढेगी, अच्छी बारिश होने के आसार
अनुमान है कि नौतपा में गर्मी और उमस बढने से जमीन ज्यादा तपेगी और धरती की उर्वरकता और बढेगी. इसी नौतपा में गर्मी अधिक होने से वर्षा ऋतु में होनेवाली बारिश ज्यादा होगी. सूर्यदेवता इस नक्षत्र में 8 जून तक रहेंगे. इनमें से पहले नौ दिन नौतपा कहलाते है. ये समय आनेवाली वर्षा ऋतु के चक्र को मजबूत करने में बहुत खास माना जाता है. नौतपा के शुरूआती छह दिन तेज गर्मी के साथ उमस परेशानी पैदा करेगी. गर्म हवाओं के चलने से सूर्यास्त के बाद भी गर्मी महसूस होगी. आखिरी तीन दिन में तेज हवाओं के साथ बूंदाबांदी और देश में कुछ जगहों पर हलकी-फुलकी बारिश के भी योग बनेंगे.

* विदर्भ में जल्द बारिश होने का अनुमान
इस समय उत्तर पश्चिमी राजस्थान में कम दबाव वाले क्षेत्र और चक्रावाती हवाओं का असर देखा जा रहा है. जिसकी वजह से गत दक्षिणपूर्वी अरब सागर में कम दबाववाली द्रोणिय स्थिति बनी हुई है. साथ ही इस समय ओडिशा के उपर भी चक्रावाती तूफान चल रहा है. जिसकी वजह से 24 व 25 मई को नागपुर व वर्धा सहित पूर्वी विदर्भ में कुछ स्थानों पर हलकी और मध्यम बारिश होने का अनुमान मौसम विशेषज्ञों द्वारा व्यक्त किया गया है. वहीं 26 मई को अमरावती, अकोला, गडचिरोली, चंद्रपुर, भंडारा, गोंदिया, यवतमाल, वाशिम तथा नागपुर व वर्धा में भी झमाझम होने का अनुमान है. इसके अलावा 27 मई को नागपुर, वर्धा व यवतमाल में बारिश हो सकती है तथा 30 मई तक अलग-अलग इलाकों में हलके व मध्यम स्तर की बारिश हो सकती है. उक्ताशय की जानकारी देने के साथ ही मौसम विशेषज्ञ अनिल बंड ने बताया कि, मौसम में होनेवाले बदलाव की वजह से अगले पांच दिनों के दौरान विदर्भ क्षेत्र में पारा लुढककर तापमान कम हो सकता है.

* नौतपा में रहेगा 14 घंटे का दिन
बता दे कि, प्रतिवर्ष 25 व 26 मई को सूर्य का रोहिणी नक्षत्र में आगमन होता है और इस नक्षत्र में सूर्य करीब 15 दिनों तक रहता है, लेकिन शुरूआती नौ दिनों के दौरान सूर्य करीब 10 से 12 दिन तक वृष राशि में रहता है. जिससे पृथ्वी पर सूर्य का प्रभाव ज्यादा रहता है. इसलिए इसे नौतपा कहते है. मई के आखिरी हफ्ते में पृथ्वी पर सूर्य की किरणें ज्यादा समय तक रहती है. इस दौरान 12 की बजाय करीबन 14 घंटे का दिन होता है. इसके चलते तापमान बढता है. इस अधिक तापमान के कारण मैदानी क्षेत्रों में निम्न दबाव का क्षेत्र बनता है, जो समुद्र की लहरों को आकर्षित करता है. इस कारण कई जगह पर तूफान और बारिश जैसे आसार बनते दिखाई देते है.

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