अमरावती
नवनियुक्त कुलगुरु डॉ. दिलीप मालखेडे का सत्कार
अमरावती/प्रतिनिधि दि.३० – शिक्षा का पहला उद्देश्य जीवन की ओर देखने के लिए दृष्टिकोण मिलना व दूसरा उद्देश्य अर्थार्जन करना है. दोनों उद्देश्य प्राप्त होने पर जीवन में ऐसे पद पर विराजमान होना जिसका समाज पर सकारात्मक परिणाम होगा और प्रत्येक को विचार करने पर मजबूर करेगा, ऐसा व्यक्तित्व यानि कुलगुरु डॉ. दिलीप मालखेडे हैं. ऐसा प्रतिपादन प्रा. गजानन वानरे ने व्यक्त किया.
संत गाडगेबाबा अमरावती विद्यापीठ के नवनिर्वाचित कुलगुरु डॉ. दिलीप मालखेडे की पदाधिकारियों ने सदिच्छा भेंट देकर उनका सत्कार किया. इस समय सामाजिक कार्यकर्ता निलेश जामठे, प्रा.गजानन वानरे,विजय शेगोकार,जगदेव रेवस्कर,राजूभाऊ विरुलकर, विजय खंडारे,देवानंद गणोरकर,दिलीप वरजे,राजेश जामठे उपस्थित थे.