शहर सहित जिले में धूमधाम से शुरू हुआ नवरात्रौत्सव
अंबादेवी व एकवीरादेवी मंदिर में विधि-विधान के साथ हुआ ध्वजारोहण
* पिंगलादेवी मंदिर में भी उमडी भाविकों की भीड
* थर्मल स्कैनिंग तथा कोविड प्रतिबंधात्मक नियमों का हो रहा कडाई से पालन
* सभी मंदिरों में की गई आकर्षक रोशनाई
* लंबे समय बाद शहर सहित जिले में चैतन्यपूर्ण वातावरण
अमरावती/दि.7- राज्य सरकार द्वारा घटस्थापना पर्व पर सभी धार्मिक स्थलों को खुलने की छूट दिये जाने के साथ ही अमरावती शहर सहित जिले में नवरात्रौत्सव का प्रारंभ बडी धूमधाम के साथ हुआ. नौ दिवसीय शारदीय नवरात्र के उपलक्ष्य में अमरावती के अंबादेवी व एकवीरा देवी मंदिर सहित जिले के सभी देवी मंदिरों में आकर्षक रोशनाई व साज-सज्जा की गई है. साथ ही करीब डेढ वर्ष के अंतराल पश्चात सभी मंदिरों के पट आम भाविक श्रध्दालुओं के लिए खुले. ऐसे में नवरात्र के पहले दिन अंबादेवी व एकवीरा देवी मंदिर सहित सभी मंदिरों में भाविक श्रध्दालुओें की अच्छी-खासी उपस्थिति देखी गई.
* कोविड प्रतिबंधात्मक नियमों का कडाई से पालन
हालांकि सभी मंदिरों में भाविक श्रध्दालुओं की थर्मल स्कैनिंग करने के साथ ही उनसे बेहद कडाई के साथ कोविड त्रिसूत्री के नियमों का पालन करवाया जा रहा है. जिसके तहत मंदिरों में प्रवेश करने से पहले सभी भाविकों को सैनिटाईजर का प्रयोग करना होता है. साथ ही अपने चेहरे पर मास्क लगाते हुए सोशल डिस्टंसिंग के नियमों का भी पालन करना होता है. इसके अलावा अंबादेवी व एकवीरादेवी मंदिर परिसर में उमडनेवाली भाविकों के भीडभाड के मद्देनजर दोनों मंदिर परिसरों में पुलिस द्वारा कडा बंदोबस्त लगाया गया है.
* आकर्षक रोशनी से नहाये मंदिर
शारदीय नवरात्र के मद्देनजर स्थानीय अंबादेवी व एकवीरा देवी मंदिरों पर आकर्षक रोशनाई की गई है. ऐसे में दोनों ही मंदिरों के गुंबद रात के समय काफी जगमगाते नजर आ रहे है और गुंबदों पर पल-पल बदलती रोशनी काफी आकर्षक दिखाई पड रही है.
* विधि-विधान के साथ हुआ ध्वजारोहण
गुरूवार की सुबह से अंबादेवी व एकवीरादेवी मंदिर में नवरात्रौत्सव के निमित्त विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान प्रारंभ हो गये. जिसके तहत विधि-विधानपूर्वक पूजा-अर्चना व सहस्त्रधारा अभिषेक करते हुए ध्वजारोहण किया गया. इस समय धर्मध्वज के फहरते ही नवरात्रौत्सव के प्रारंभ का संदेश दिया गया. इसके साथ ही भाविक श्रध्दालुओं में हर्ष व खुशी की लहर व्याप्त हो गई.
* दर्शनार्थियों की उमडी भीड
करीब सवा वर्ष के अंतराल पश्चात घटस्थापना जैसे पावन पर्व पर मंदिरों के कपाट खुलने के चलते अंबादेवी व एकवीरादेवी मंदिर सहित सभी मंदिरों में भाविक श्रध्दालुओं की अच्छीखासी उपस्थिति देखी गई. लंबे समय पश्चात अपने आराध्य के विग्रह का दर्शन करते समय कई भाविकों की आंखे छलछला गई थी और कई लोग भाव-विभोर भी होते देखे गये.
* कर्तव्य के साथ आस्था का भी पालन
प्रतिवर्ष अंबादेवी व एकवीरा देवी मंदिर में नवरात्रौत्सव के अवसर पर पुरे नौ दिनों तक भाविक श्रध्दालुओं की जबर्दस्त भीड उमडती है. ऐसे में प्रतिवर्ष ही यहां पर कडा पुलिस बंदोबस्त लगाया जाता है. गुरूवार की सुबह जैसे ही करीब डेढ वर्ष के अंतराल पश्चात अंबादेवी व एकवीरादेवी मंदिर के पट आम श्रध्दालुओं के लिए खुले, वैसे ही मंदिर परिसर में बंदोबस्त के लिए तैनात कई पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों ने भी मंदिर के भीतर प्रवेश कर अमरावती सहित विदर्भ क्षेत्र की कुलदेवता कही जाती अंबादेवी व एकवीरादेवी के दर्शन किये. साथ ही बंदोबस्त में तैनात होकर अपने कर्तव्य को भी पूर्ण किया.
* चप्पे-चप्पे पर कडा पुलिस बंदोबस्त
नौ दिवसीय नवरात्रौत्सव के मद्देनजर अंबादेवी मंदिर व एकवीरादेवी मंदिर के चप्पे-चप्पे पर कडा पुलिस बंदोबस्त तैनात किया गया है. साथ ही गुरूवार तडके मंदिर के हर कोने की शहर पुलिस के बम शोधक व नाशक पथक तथा श्वान पथक द्वारा जांच-पडताल की गई. साथ ही साथ यहां पर कई साधे गणवेशधारी महिला व पुरूष पुलिस कर्मियों को भी तैनात किया गया है, जो मंदिर परिसर में आनेवाले हर एक व्यक्ति पर पैनी नजर रख रहे है. साथ ही सभी पुलिस कर्मियों का वॉकी-टॉकी के जरिये पुलिस थानों व पुलिस कंट्रोल रूम से सीधा संपर्क रखा गया है, ताकि किसी भी संदिग्ध के दिखाई देने अथवा आपात स्थिति बनने पर वे तुरंत ही सहायता मांग सके.
* आकर्षक रंगोलियों से माता राणी का स्वागत
अंबादेवी व एकवीरा देवी मंदिर परिसर में घटस्थापना पर्व के चलते माता राणी का स्वागत करने हेतु एक से बढकर एक आकर्षक रंगोलियां निकाली गई. जो सभी के आकर्षण का केंद्र रही.
* शहर सहित जिले में दुर्गा स्थापना का दौर शुरू
घटस्थापना पर्व के साथ ही शहर सहित जिले में भाविक श्रध्दालुओं द्वारा सार्वजनिक मंडलों एवं अपने घरों में देवी दुर्गा की प्रतिमा स्थापित करने शुरू की गई. ऐसे में शहर के सभी मूर्तिकारों के यहां अच्छी-खासी भीडभाड दिखाई दी. साथ ही शहर के बाहरी इलाकों में ग्रामीण क्षेत्र के नागरिक अलग-अलग वाहनों पर माता राणी की प्रतिमा को जयघोष लगाते हुए दिखाई दिये.