* अंबिकानगर में एसकेपीएल नाईट क्रिकेट टूर्नामेंट का समापन
* गुरूदेव के हाथों ट्रॉफी और पुरस्कार प्रदान किए गये
अमरावती/दि.28– रविवार को यहां के अंबिका नगर के मैदान पर जारी एसकेपीएल के नाईट टूर्नामेंट के बेहद रोमांचक मुकाबले में नवरदेव की टीम ने आठवें संस्करण के एसकेपीएल ट्रॉफी को 6 विकेट से जीत कर गुरूदेव के हाथों मस्तक आशीर्वाद रूपी ताज पहना, राजदरबार के आंगन से निकली नवरदेव के टीम की बारात ने मैदान की हर दिशा में गेेंद को भेज कर अपने इरादे जता दिए कि, इस वर्ष के विजेता हम ही है. गुरूजनों के आशीर्वाद से नवरदेव की टीम जीत के घोडे पर सवार होकर मैदान पर पहुंची. टीम के हर खिलाडी ने गुरूदेव के हाथों अपने ललाट पर जीत का तिलक लगवाया. इस मैच में राजदरबार की टीम उपविजेता रही.
सिंगल- सिंगल – चौका- चौका- वाइट डॉट बॉल तथा छठी गेंद पर दो रन लेकर नवरदेव की टीम ने बेहद संयम, सूझबूझ भरे खेल से अपने जीत के कारवां को आगे बढाया. नवरदेव राइडर्स की ओर से पहले ही ओवर में वंश ने लगातार तीसरी और चौथी गेंद पर चौके जडकर अपने टीम के कप्तान को आश्वास्त किया कि हम सही लय, दिशा और मंजिल की ओर है. नवरदेव के टीम की जीत की इबादत दूसरे ही ओवर में लिख दी गई थी. जब लक्ष्य की गेंदबाजी ने नवरदेव राइडर्स को अपने लक्ष्य की ओर बढने के लिए आसान रास्ता दे दिया. लक्ष्य धामेचा ने अपने पहले ही ओवर में जीत के लक्ष्य के चौथाई रन यानी नवरदेव राइडर्स की टीम को रेवडी की भांति 21 रन दे दिए. नवरदेव राईडर्स को निर्धारित 10 ओवर में 7.6 प्रति ओवर की रफ्तार में रन बनाने थे. लेकिन 17 रन प्रति ओवर की रफ्तार से मात्र दो ओवर में स्कोअर बोर्ड पर बगैर किसी नुकसान 34 देखकर प्रतिद्बंद्बी राज दरबार की टीम कंपकंपा उठी. धुआंधार खेल चल रहा था. वंश चौके- छक्के जडे जा रहे थे. वंश 12 गेंदों पर 31 रन पर खेल रहे थे. कि इस बीच दूसरे ओवर की चौथी गेंद पर तालमेल के अभाव में वंश रन आउट हो गये. इसके बाद मोहित ने वंश की कमी को पाटने का प्रयास किया. मोहित ने मैदान आते ही पहली गेंद पर छक्का जड दिया. लक्ष्य के बाद नवरदेव की टीम के लिए जीत का रास्ता साहिल पोपटानी ने आसान कर दिया. साहिल ने अपने पहले ही ओवर में 14 रन दे दिए. नवरदेव राइडर्स की टीम तीसरे ओवर में जीत के 75 फीसदी पडाव को पार कर चुकी थी. तीन ओवर में 50 रन के स्कोअर पर नवरदेव राइडर्स काा मोहित के रूप में दूसरा विकेट गिर गया.तीसरे ओवर की दूसरी ही गेंद पर चौका लगने से नवरदेव राइडर्स की टीम अपनी जीत के प्रति पूरी आश्वस्त हो गई थी कि इस बीच नवरदेव राईडर्स की तीसरी विकेट गिर गई. एक छोर से प्रीतम टीम के लिए रन बनाने का सिलसिला जारी रखा. आत्म विश्वास से लबरेज नवरदेव राईडर्स की टीम जीत की ओर बढने लगी. इस बीच नवरदेव राइडर्स की टीम को कैच छूटने का एक और लाभ मिला. 10 ओवर के पहले हाफ में नवरदेव राइडर्स की टीम का स्कोअर तीन विकेट के नुकसान पर 58 रन था. नवरदेव को जीत के लिए 30 गेंदों पर मात्र 17 रन चाहिए थे.े दूसरे हाफ यानी मैच के छठवें ओवर में सिंगल- सिंगल डॉट- सिंगल – डॉट डॉट के लिहाज से नवरदेव को राइडर्स को मात्र 15 रनों की दरकार थी कि इस बीच राजदरबार ने पुन: लक्ष्य धामेचा को गेंदबाजी के लिए आमंत्रित किया. खेल के मैदान पर ऐसा प्रतीत हो रहा था मानों नवरदेव राइडर्स की टीम ने लक्ष्य धामेचा को ही अपने जीत का लक्ष्य बनाया हो. लक्ष्य ने अपने दूसरे ओवर की पहली गेंद संयम भरी डाली. इस गेंद पर प्रीतम के रन आउट होने की पूरी संभावना बन गई थी. लेकिन लक्ष्य के हाथ गेंद नहीं लगने से प्रीतम बज गए. दूसरी, तीसरी गेंद पर दो – दो रन, नो बॉल, फ्री हिट से लक्ष्य के गेंदबाजी गेंदबाजी की लय इतनी ज्यादा बिगड गई की उन्हें ओवर की चौथी बाल के बाद गेंद फेंकने से हटना पडा. लक्ष्य ने अपने एक ओवर तथा पांच गेंद में बगैर विकेट चटकाए नवरदेव राईडर्स की टीम को 27 रन थमा दिए. आठ ओवर पूरे हुए तक नवरदेव राइडर्स की टीम के लिए जीत यह मात्र औपचारिकता ही रह गई थी.
आठवें ओवर की तीसरी गेंंद पर प्रीतम ने विजयी शॉट लगाते हुए जीत की इबादत लिख दी. इस तरह नवरदेव राइडर्स की टीम ने एसकेपीएल संस्करण का आठवां मुकाबला 6 विकेट से जीतकर ट्रॉफी अपने नाम कर ली.
इससे पूर्व मैदान पर दोनों टीमों का अंतराष्ट्रीय स्तर की मैच की तरह गर्मजोशी से स्वागत किया गया. गुरूदेव साई राजेशलाल (कंवर), संत कंवरधाम, अमरावती, गुरूदेव साई संतोषदेव जी महाराज साहिब, समाधा आश्रम, अमरावती, पूज्य पंचायत के अध्यक्ष प्रेमचंद कुकरेजा व समाज के गणमान्यों की उपस्थिति व आशीर्वाद से दोनों टीमों को मैदान पर आमंत्रित किया गया. राजदरबार की टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया. राज दरबार ने अपने खेल की बेहद धीमी गति से शुरूआत की. पहले ओवर में मात्र 3 रन बनाने के बाद दूसरे ही ओवर में आशीष के रूप में पहला विकेट गिर गया. इसके बाद कप्तान सुमित भी कोई खास खेल नहीं दिखा पाए. चौथे ओवर की पहली गेंद पर कप्तान सुमित आउट हो गए. राज दरबार के 4 ओवर में 2 विकेट के नुकसान पर मात्र 20 रन बन पाए. चौथे ओवर की तीसरी बॉल पर कॉट बिहाइंड होने के बाद मैच के दूसरे हाफ में 27 रन पर तीन विकेट गिर चुके थे. पांच रन प्रति आवर की रफ्तार से रन बना रही राजदरबार के 7 ओवर में मात्र 35 रन थे. आठवे ओर से अंकुश ने हाथ खोलना शुरू किया. अंकुश ने 18 गेंदों पर 31 रन ठोंक कर राजदरबार के लिए रनों की उम्मीद जगा दी. एक समय ऐसा लग रहा था कि राजदरबार 90 के आंकडे को छू जाएगा, लेकिन दसवें ओवर में सूरज की हैट्रीक ने बाजी पलट दी. सूरज ने 2 ओवर में 17 रन देकर 4 विकेट झटके. इस तरह राजदरबार ने निर्धारित 10 ओवर में 7 विकेट के नुकसान पर किसी तरह 75 रन लटका दिए.
* हार गई आपकी पसंद
जीत के घोडे पर सवार आपकी पसंद एसकेपीएल के टूर्नामेंट में टर्मिनर के बाद दूसरे मौके की तलाश में रविवार को मैदान पर उतरी. टॉस जीतकर फिल्डिंग करने का निर्णय आपकी पसंद ने लिया. यहां एक बार फिर से पिच ने पहले बल्लेबाजी करनेवाले का साथ दिया. शनिवार को एसकेपीएल का पहला एलिमिनेटर मैच का मुकाबला नवरदेव और आपकी पसंद के बीच हुआ था. आपकी पसंद टॉस की ओर से जीतकर पहले पहले फिल्डिंग करने का फैसला लिया. परंपरा से हटकर लिया गया फैसला आपकी पसंद के गले की हड्डी बन गया. राज दरबार ने निर्धारित 10 ओवर में 5 विकेट के नुकसान पर 104 रनो का विशाल स्कोअर खडा कर दिया. लक्ष्य का पीछा करने उतरी आपकी पसंद की हालत इतनी पतली हो गई कि उसे एक -एक रन के लाले पड गए. आपकी पसंद ने मात्र 3 ओवर में 4 विकेट के नुकसान पर 5 रन बनाए थे. तू चल मैं आया की तर्ज पर आपकी पसंद की टीम ताश के पत्तों की तरह ढह गई. आपकी पसंद ने निर्धारित 10 ओवर में 9 विकेट के नुकसान पर मात्र 66 रन बनाए. इस तरह राज दरबार ने 38 रनो से शानदार जीत दर्ज कर फाइनल में प्रवेश किया. राजदरबार राइडर्स की ओर से 147.3के स्ट्राइक रेट से आशीष नानवानी ने 19 गेंदों में 28 बनाए.
बेस्ट बॉलर ऑफ दि टूर्नामेंट का अवार्ड आपकी पसंद के ऑल राउंडर संदीप बत्रा को दिया गया. वे लगातार दूसरी बार इस सम्मान से पुरस्कृत हुए है. इन्होंने टूर्नामेंट में 10 विकेट लिए 2 ओवर में इन्होने 7 विकेट लेने का भी सम्मान पाया है. बेस्ट बैट्समैन ऑफ दी टूर्नामेंट का सम्मान सौरभ तलरेजा को दिया गया. मैन ऑफ दि सीरिज का पुरस्कार भी सौरभ तलरेजा को मिला. उन्हें तीसरी बार इस खिताब से नवाजा गया. यह पुरस्कार टॉप डिस्ट्रीब्यूटर्स का खिताब राजेश नानवानी की ओर से दिया गया.े सौरभ तलरेजा न टूर्नामेंट में 7 विकेट लेकर लगभग 200 रन बनाए है. फाइनल के टर्मिनेटर विजेता दरबार के आशीष नानवानी को मैन ऑफ दि मैच अवॉर्ड से सम्मानित किया गया. फाइनल मैच जीतने वाले सूरज गोधवानी का मैन ऑफ दी मैच से नवाजा गया.
इस अवसर पर एसकेपीएल कमिटी के सदस्य क्रमश: मनोज चांदवानी, बलदेव बजाज, आशीष बतरा, पप्पनभाई तलरेजा, सूरज गोडवानी, मयूर मंधान, कपिल मंधान, राजेश बजाज, बंटी फेरवानी, दीपक हरवानी, दीपक झांबानी, अजय सोजरानी, संजय नानवानी, मोनीभाई तलडा का साई राजेशलाल के हाथों सत्कार हुआ. ए- मिस्टर फैशन के हरीश बत्रा ने उपविजेता राजदरबार को 51 हजार का धनादेश सौंपा. पूज्य पंचायत के अध्यक्ष प्रेमचंद कुकरेजा तथा हरीश बतरा के हाथों उपविजेता राज दरबार की टीम को ट्रॉफी प्रदान की गई.
साई राजेशलाल तथा गोविंद ग्रुप के संचालक मानव तलडा के हाथों संयुक्त के रूप से इस वर्ष के एसकेपीएल चैम्पियन नवरदेव राइडर्स को चैम्पियन ट्रॉफी तथा एक लाख रूपए का धनादेश सौंपा. अविनाश खत्री पहली बार विजयी रहे. इस टीम के ओनर विक्की खत्री है. इस अवसर पर प्रेमचंद कुकरेजा, हरीश बत्रा, पीयूष, बलदेव बजाज, गुड्डूभाई सावरा, मन्नू भाई झांबानी, नवरदेव के ओनर विक्कीभाई, इंदरलाल दीपवानी, रश्मी ट्रेडर्स के अनिल आडवानी, साहिलभाई, मानव तलडा, आपकी पसंद के विजय बजाज, अनिल बतरा, आयुषभाई, रोशनलाल, मयूर झांबानी, राजेश नानवानी, हार्डवेर के रविभाई, मनोज चांदवानी, गुड्डूभाई लालवानी, आशीष बतरा, महालक्ष्मी ज्वेलर्स के संचालक गौरवभाई, सूरज गोडवानी, गिरशभाई हरवाणी, कपिल मधान, तलवरकर, जिम के मनीषभाई, पप्पनभाई तलरेजा, रोहन और सोहन, मानव तलडा, मयूरभाई, मोनी तलडा, पवन झांबानी आदि प्रमुखता से उपस्थित थे.
* सूरज की हैट्रिक
नवरदेव के सूरज ने टूर्नामेंट में पहलीबार हैट्रिक विकेट लेकर सभी को चौका दिया. राजदरबार की टीम पर नवरदेव स्ट्राइकर्स की टीम ने शुरूआत से ही दबाव बनाए रखा. एक समय ऐसा लग रहा था कि राज दरबार 90-100 रनों के आंकडों को छू जाएगी. लेकिन मैच के अंतिम दसवें ओवर में सूरज की हैट्रिक ने खेल का रूख ही पलट दिया.