पराजय के बाद पहली बार नवनीत राणा मीडिया के सामने आयी
हार कर भी मेरी विजय
* मोदी के तीसरी बार पीएम बनने से प्रसन्न
नागपुर/ दि. 14- जिले की पूर्व सांसद और भाजपा नेता नवनीत राणा लोकसभा चुनाव में पराभूत होने के बाद पहली बार माध्यमों के सामने आयी. उन्होंने यहां मीडिया से बातचीत में आखिरकार विविध मुद्दों और घटनाओं पर अपनी बात कही. उन्होंने कहा कि अपने क्षेत्र के विकास हेतु उन्होंने भरपूर काम और प्रयत्न किए. फिर भी समझ नहीं पा रही हूं कि जनता ने इस बार उन्हें क्यों रोक दिया ? उन्होंने विधानसभा चुनाव लडने के सवाल पर कहा कि राज्य में काम जारी रखना है या नहीं. यह अभी तय नहीं किया है.
प्रधानमंत्री की शपथ विधि में गई थी
जब नवनीत राणा से पूछा गया कि क्या वे प्रधानमंत्री मोदी की ऐतिहासिक शपथ विधि में गई थी, राणा ने तुरंत कहा कि वे भाजपा की कार्यकर्ता हैं. दिल्ली में जाना गैर नहीं. इससे पहले भी 5 वर्ष दिल्ली जाना आना लगा रहता था. उन्होंने कहा कि पराजय के बावजूद वे प्रसन्न है. क्योंकि प्रधानमंत्री पद पर पुन: मोदी विराजमान हुए है. उन्हें पराजित करने के लिए कई लोग झुंड बनाकर रोकने का प्रयास कर रहे थे.
बच्चू कडू पर कटाक्ष
पूर्व सांसद राणा से जब पूछा गया कि लोकसभा में प्रहार के प्रत्याशी के कारण उनकी पराजय हुई. बच्चू कडू के उम्मीदवार के कारण कांग्रेस के बलवंत वानखडे को फायदा हुआ ? तब राणा ने एक पंक्ति में उत्तर दिया कि कुछ लोग मैदान जीतने के लिए आते है तो कुछ लोग दूसरे को हराने के लिए. अमरावती में हमारे नेताओं को पता है कि क्या हुआ है. हमें कार्यकर्ताओं को कहने की जरूरत नहीं.
एससीएसटी के साथ
एससी और एसटी आरक्षण निकालकर दूसरे समाज को आरक्षण दिया जायेगा तो वे एससी और एसटी समाज के साथ खडी रहेगी. ऐसा कहकर नवनीत राणा ने कहा कि लोगों ने संविधान बदलने का झूठा प्रचार किया.
* उध्दव और राउत पर टिप्पणी
नवनीत राणा ने शिवसेना पक्ष प्रमुख उध्दव ठाकरे एवं प्रवक्ता संजय राउत पर टिप्पणी की. राणा ने कहा कि उध्दव ठाकरे का पोपट बोल रहा था कि हम शपथ लेंगे और मोदी को निमंत्रित करेंगे. सभी ने देखा कि मोदी प्रधानमंत्री पद पर विराजमान है. शेर आखिर शेर ही होता है. उध्दव ठाकरे को हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए. क्योंकि नवनीत राणा हार गई है.