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नवनीत राणा अगला चुनाव निर्दलीय के तौर पर लडेंगी!

भाजपा व एनडीए से मांगा जाएगा समर्थन, विधायक राणा ने स्पष्ट की स्थिति

* मोदी, शाह व फडणवीस सहित एनडीए नेताओं का आशीर्वाद मिलने की उम्मीद जताई
अमरावती/दि.1- युवा स्वाभिमान पार्टी यह राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन यानि एनडीए का विगत लंबे समय से घटक दल है और हम हर सुख-दुख में भाजपा व एनडीए का साथ निभाते हुए अपनी जिम्मेदारियों का पूरी तरह से निर्वहन कर रहे है. ऐसे में हमें पूरी उम्मीद है कि, एनडीए द्बारा भी गठबंधन धर्म का पालन करते हुए अमरावती संसदीय क्षेत्र में युवा स्वाभिमान पार्टी की प्रत्याशी व सांसद नवनीत राणा की दावेदारी का समर्थन किया जाएगा तथा हमें प्रधानमंत्री मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह एवं राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का पूरा साथ, सहयोग व आशीर्वाद मिलेगा. इस आशय का प्रतिपादन सांसद नवनीत राणा के पति एवं बडनेरा निर्वाचन क्षेत्र के विधायक रवि राणा द्बारा किया गया. अपने इस बयान के जरिए विधायक रवि राणा ने यह लगभग स्पष्ट कर दिया है कि, सांसद नवनीत राणा अपना अगला चुनाव भाजपा के कमल चुनाव चिन्ह पर नहीं, बल्कि स्वतंत्र यानि निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर लडने जा रही है और नवनीत राणा की दावेदारी के लिए युवा स्वाभिमान पार्टी व राणा दम्पति द्बारा भाजपा व एनडीए से समर्थन मांगा जा रहा है.
बता दें कि, हाल ही में अमरावती जिले के दौरे पर आए भाजपा प्रदेशाध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने साफ तौर पर कहा था कि, आगामी लोकसभा चुनाव के लिए अमरावती संसदीय क्षेत्र में भाजपा द्बारा अपना प्रत्याशी खडा किया जाएगा. चूंकि विगत लंबे समय से राणा दम्पति द्बारा भाजपा नेताओं के साथ नजदीकी साधी जा रही है और राणा दम्पति ने भाजपा के नेतृत्ववाली केंद्र एवं राज्य सरकार को अपना समर्थन दे रखा है. ऐसे मेें विधायक रवि राणा से स्थानीय मीडिया कर्मियों ने उनके कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम के दौरान इस विषय को लेकर सवाल पूछे, तो विधायक रवि राणा का कहना रहा कि, हर पार्टी का प्रदेशाध्यक्ष यह चाहता है कि, प्रत्येक संसदीय क्षेत्र पर उसकी ही पार्टी का कोई दमदार प्रत्याशी हो और उसकी पार्टी अधिक से अधिक सीटों पर चुनाव जीते. ऐसे में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने कोई नई बात नहीं कही. परंतु जहां तक अमरावती संसदीय सीट का सवाल है, तो यहां की निर्दलीय सांसद नवनीत राणा ने सांसद निर्वाचित होकर लोकसभा पहुंचने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्ववाली सरकार का हर मामले पर बिना शर्त समर्थन किया. इसके अलावा वे स्वयं बडनेरा निर्वाचन क्षेत्र के निर्दलीय विधायक रहने के बावजूद विगत 10 वर्षों से महाराष्ट्र में भाजपा के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फडणवीस के साथ है. इसके लिए उन्होंने कभी भी यह नहीं देखा कि, भाजपा और फडणवीस सत्ता में है अथवा नहीं. इस जरिए हमने अपने गठबंधन धर्म को पूरी जिम्मेदारी के साथ निभाया. ऐसे में अब भाजपा और एनडीए की जिम्मेदारी बनती है कि, वे भी अपने गठबंधन धर्म का पालन करें.
विधायक रवि राणा के इस बयान से लगभग स्पष्ट हो गया है कि, सांसद नवनीत राणा भाजपा में प्रवेश करते हुए भाजपा की अधिकृत प्रत्याशी के तौर पर अपना अगला संसदीय चुनाव लडने की मानसिकता में बिल्कूल भी नहीं है. बल्कि राणा दम्पति द्बारा यह रणनीति बनाई जा रही है कि, सांसद नवनीत राणा पिछली बार की तरह इस बार भी निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर ही मैदान में उतरे और इस बार उन्हें भाजपा सहित एनडीए के घटक दलों का अमरावती संसदीय सीट पर समर्थन प्राप्त हो. ऐसे में अब यह देखना दिलचस्प होगा कि, भाजपा द्बारा राणा दम्पति को लेकर क्या निर्णय लिया जाता है. साथ ही यदि भाजपा अमरावती संसदीय सीट पर अपना अधिकृत प्रत्याशी उतारने पर ही अडी रहती है, तो राणा दम्पति द्बारा इसके बाद कौनसी रणनीति अपनाई जाती है.

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