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नवनीत राणा के नये दांव से शिंदे गुट का बढा सिरदर्द

पूर्व सांसद राणा के अचानक ही दर्यापुर क्षेत्र में बढे दौरे

* दर्यापुर सीट पर लडने की तैयार कर रहे शिंदे गुट में बढी बेचैनी
* मेलघाट में भी इस बार ‘कमल’ खिलाने का दावा
* महायुति में शुरु होता दिख रहा अघोषित युद्ध
अमरावती /दि.9- 5 वर्ष पहले हुए विधानसभा चुनाव के समय दर्यापुर निर्वाचन क्षेत्र में कांग्रेस प्रत्याशी बलवंत वानखडे ने तत्कालीन विधायक व भाजपा प्रत्याशी रमेश बुंदिले को पराजीत कर जीत हासिल की थी. लेकिन इन 5 वर्षों के दौरान राजनीतिक हालात काफी हद तक बदल गये है और अब बलवंत वानखडे ने लोकसभा के चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर जीत हासिल करते हुए तत्कालीन सांसद व भाजपा प्रत्याशी नवनीत राणा को प्रराजीत किया है. अपनी इस हार के बाद भाजपा नेत्री नवनीत राणा ने चुपचाप बैठ जाने की बजाय कांग्रेस सांसद बलवंत वानखडे का गढ रहने वाले दर्यापुर विधानसभा क्षेत्र पर अपना पूरा ध्यान केंद्रीत किया है. जिसके तहत विगत अनेक दिनों से भाजपा नेत्री व पूर्व सांसद नवनीत राणा द्वारा दर्यापुर निर्वाचन क्षेत्र के लगातार दौरे किये जा रहे है. परंतु नवनीत राणा के इस दांव से शिंदे गुट वाली शिवसेना में अच्छा खासी अस्वस्थता देखी जा रही है.
उल्लेखनीय है कि, दर्यापुर निर्वाचन क्षेत्र से शिंदे गुट वाली शिवसेना के राष्ट्रीय सचिव तथा दर्यापुर क्षेत्र के पूर्व विधायक अभिजीत अडसूल द्वारा एक बार फिर चुनाव लडने की तैयारियां शुरु कर दी गई है. वहीं दूसरी ओर अडसूल पिता-पुत्र से अपनी पुरानी खुन्नस रहने के चलते पूर्व सांसद नवनीत राणा ने यह कहते हुए पूर्व विधायक अभिजीत अडसूल की दावेदारी का विरोध करना शुरु कर दिया है कि, दर्यापुर निर्वाचन क्षेत्र में इस बार ‘बाहरी पार्सल’ नहीं चलेगा, बल्कि इस बार दर्यापुर सीट को भाजपा के कोटे में रखते हुए यहां से ‘कमल’ चुनाव चिन्ह पर भाजपा प्रत्याशी को खडा किया जाएगा. इसके साथ ही पूर्व सांसद नवनीत राणा द्वारा गणेशोत्सव, नवरात्रोत्सव व आभार संवाद भेंट जैसे कार्यक्रमों के जरिए लगातार दर्यापुर निर्वाचन क्षेत्र के दौरे करते हुए आम नागरिकों से मुलाकातें की जा रही है. इन मुलाकातों को लेकर पूर्व सांसद नवनीत राणा का कहना है कि, यद्यपि उन्हें लोकसभा चुनाव में जीत नहीं मिली, लेकिन मतदाताओं ने उनका भरपूर साथ दिया. अत: मतदाताओं के प्रति आभार ज्ञापित करना उनका कर्तव्य है. साथ ही उन्होंने दर्यापुर व मेलघाट इन दोनों निर्वाचन क्षेत्र में इस बार भाजपा का कमल खिलाने की बात भी कही है, लेकिन इसकी वजह से महायुति में अघोषित युद्ध शुरु होता दिखाई दे रहा है. क्योंकि जहां एक ओर दर्यापुर निर्वाचन क्षेत्र से शिंदे गुट वाली शिवसेना की टिकट पर पूर्व विधायक अभिजीत अडसूल चुनाव लडने की तैयारी कर रहे है. वहीं मेलघाट निर्वाचन क्षेत्र के विधायक राजकुमार पटेल भी अब शिंदे गुट वाली शिवसेना में प्रवेश करने जा रहे है, जो इस बार मेलघाट निर्वाचन क्षेत्र से शिंदे गुट वाली शिवसेना के प्रत्याशी हो सकते है. जबकि इन दोनों सीटों सहित पूरे जिले को डेप्यूटी सीएम फडणवीस के नेतृत्व में भाजपामय करने का ऐलान पूर्व सांसद नवनीत राणा द्वारा किया जा रहा है.

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