अमरावती

मिलेट्स के महत्व को जागरूक करने एनसीसी कैडेट ने उठाया कदम

नांदगांव खंडेश्वर के विनायक विज्ञान महाविद्यालय की पहल

अमरावती/दि.21 – विभिन्न मिलेट्स की खेती और खपत को बढ़ावा देने के लिए एक सहयोगी प्रयास में जिले के नांदगांव खंडेश्वर के विनायक विज्ञान महाविद्यालय के एनसीसी कैडेट तथा 3 महाराष्ट्र सिग्नल कंपनी एन. सी. सी., अमरावती से संलग्नित एनसीसी कैडेट्स, और नांदगांव खंडेश्वर की नगर पंचायत ने मिलेट्स के महत्व और खाद्य सुरक्षा और स्थिरता सुनिश्चित करने में उनकी भूमिका के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए एक पहल की है. यह पहल संयुक्त राष्ट्र द्वारा 2023 को अंतरराष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष घोषित किए जाने के अवसर पर की गई है.
विनायक विज्ञान महाविद्यालय नांदगाव खंडेश्वर के एनसीसी समन्वयक डॉ. प्रशांत बी. खरात ने एनसीसी कैडेट्स को संबोधित करते हुए मिलेट्स के महत्व और पोषण मूल्य के बारे में बताया. उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि मिलेट्स छोटे बीजों, जैसे ज्वार (सोरघम), बाजरा (पर्ल मिलेट्स), रागी (फिंगर मिलेट्स), कोडो मिलेट्स, छोटी मिलेट्स, और फॉक्सटेल मिलेट्स, इत्यादि,अनाज फसलों का एक समूह है जो अत्यधिक पौष्टिक है और स्वास्थ्य लाभों की एक श्रृंखला प्रदान करता है. वे आवश्यक पोषक तत्वों का एक अच्छा स्रोत हैं. कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स हैं, ग्लूटेन मुक्त हैं, और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर हैं. मिलेट्स कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद कर सकता है. हृदय रोग के जोखिम को कम कर सकता है, और पचाने में आसान है. वे बहुमुखी हैं और कई अलग-अलग तरीकों से पकाया जा सकता है, जिससे वे किसी भी आहार के लिए एक मूल्यवान अतिरिक्त बन जाते हैं.
सत्र के बाद, एनसीसी कैडेट्स, डॉ. प्रशांत बी. खरात और नेमीनाथ सानप, नगर पंचायत के नगर अधिकारी नांदगांव खंडेश्वर आदि ने मिलकर दुकानदार, किसान, और आम लोगों को मिलेट्स के महत्व के बारे में जागरूक किया. इस पहल का उद्देश्य विभिन्न मिलेट्स की खेती और खपत को बढ़ावा देना है, जैसे ज्वार (सोरघम), बाजरा (पर्ल मिलेट्स), रागी (फिंगर मिलेट्स), कोडो मिलेट्स, छोटी मिलेट्स, और फॉक्सटेल मिलेट्स, इससे न केवल खाद्य सुरक्षा में योगदान मिलेगा, बल्कि मृदा स्वास्थ्य और जल संरक्षण में भी मदद मिलेगी.
यह पहल संयुक्त राष्ट्र द्वारा 2023 को अंतरराष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष घोषित किए जाने के अनुरूप है, जिसका उद्देश्य मिलेट्स के महत्व और विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने में उनके योगदान के बारे में जागरूकता बढ़ाना है. इस कार्यक्रम के लिए कॉलेज के प्राचार्य डॉ. अलका भिसे, आई. क्यू. ए. सी. समन्वयक डॉ. सुचिता खोडके, 3 महाराष्ट्र सिग्नल कंपनी एनसीसी अमरावती कमांडिंग ऑफिसर लेफ्टिनेंट कर्नल मनोज कुमार सिंह और श्री शिवाजी साइंस कॉलेज, अमरावती एन.सी.सी. अधिकारी कप्तान डॉ. नितिन बनसोड कामागदर्शन एवं एनसीसी समन्वयक डॉ. प्रशांत बी. खरात, नेमीनाथ सानप, नगर पंचायत के नगर अधिकारी, नांदगांव खंडेश्वर, 3 महाराष्ट्र सिग्नल कंपनी एन.सी.सी., अमरावती सूबेदार दामोदर साहू, नायब सूबेदार राजेंद्र सिंह,विजय कुमार यादव,हवलदार अनूप कुमार, सोनू तोमर, सुरेंद्र सिंह, जितेंद्र सिंह, करतार सिंह प्रशिक्षण लिपिक करम सिंह गिल, शालिनी तायदे, शंकर चव्हाण, प्राध्यापक, कर्मचारी, एन.सी.सी. कैडेट्स तथा कॉलेज के छात्रों का समर्थन मिला.

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