अमरावती

एनसीसी कैडेटो ने इंटरनैशनल डे ऑफ जीरो वेस्ट पर स्वच्छ उत्सव मनाया

अमरावती/दि. 31- संयुक्त राष्ट्र महासभा ने सर्वसम्मति से 30 मार्च को शून्य अपशिष्ट के अंतर्राष्ट्रीय दिवस (इंटरनेशनल डे ऑफ जीरो वेस्ट) के रूप में घोषित करते हुए तुर्की द्बारा प्रस्तुत एक शून्य अपशिष्ट पहल पर एक प्रस्ताव अपनाया. इस दिवस का उद्देश्य टिकाऊ खपत और उत्पादन पैटर्न को बढावा देना है, सामाजिक बदवाल को परिपत्रता की ओर समर्थन करना है और इस बारे में जागरूकता बढाना है कि कैसे शून्य-अपशिष्ट पहल सतत विकास के लिए 2030 एजेंडा की प्रगति में योगदान करती है. इस वर्ष का विषय है कचरे को कम करने और ्रप्रबंधित करने के टिकाऊ और पर्यावरण की दृष्टि से अनुकूल प्रथाओं को प्राप्त करना है.
दुनिया भर में विभिन्न कार्यक्रमों और गतिविधियों के साथ 30 मार्च को पहला अंतर्राष्ट्रीय शून्य अपशिष्ट दिवस मनाया गया. नांदगांव खंडेश्वर जि. अमरावती, विनायक विज्ञान महाविद्यालय के एन.सी.सी. यूनिट , नांदगांव खंडेश्वर, जि. अमरावती (श्री शिवाजी विज्ञान महाविद्यालय, अमरावती का उप-युनिट) तथा 3 महाराष्ट्र सिग्नल कंपनी एन.सी.सी. अमरावती से संलग्नित एनसीसी कैडेट्स, एनसीसी समन्वयक डॉ. प्रशांत बी. खरात तथा नांदगांव खंडेश्वर नगर पंचायत के कर्मचारी संयुक्त उपक्रम द्बारा स्वच्छता के बारे में जागरूकता बढाने के लिए स्वच्छोत्सव 2023 आयोजित करने के लिए एक साथ आए.
इस अवसर पर डॉ. प्रशांत बी खरात ने एनसीसी कैटेड्स को संबोधित करते हुए बताया कि शून्य अपशिष्ट के अंतर्राष्ट्रीय दिवस के रन-अप के रूप में 8 मार्च को केंद्रीय मंत्री हरदीप एस. पुरी द्बारा तीन सप्ताह का महिला नेतृत्व वाला स्वच्छता अभियान शुरू किया गया था. जीवन के ऐसे क्षेत्र जो वैश्विक वित्तीय संकट के मिशन को सफल बनाने में नेतृत्व प्रदान करते है. 31 मार्च को नांदगांव खंडेश्वर तहसील में स्वच्छता और कचरा प्रबंधन का संदेश फैलाने के लिए एक जागरूकता रैली का आयोजन किया गया. रैली का उद्देश्य स्वच्छ और टिकाऊ पर्यावरण के महत्व के बारे में जागरूकता पैदा करना और लोगों को टिकाऊ प्रथाओं को अपनाने के लिए प्रोत्साहित करना था.

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