स्पीकर के फैसले से राकांपा धडों में राजी-नाराजी
शरद पवार गुट ने वोटर्स पर छोडा फैसला
* संजय खोडके ने व्यक्त किया संतोष
अमरावती /दि.16– शिवसेना के बाद राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी पर आधिपत्य की लडाई में विधानसभा अध्यक्ष एड. राहुल नार्वेकर ने गुरुवार को अजीतदादा पवार का पलडा भारी बताया, तो अमरावती में शरद पवार गुट ने नाराजी व्यक्त की. वहीं अजीत पवार गुट के प्रदेश प्रवक्ता संजय खोडके ने निर्णय पर संतोष व्यक्त किया. खोडके ने कहा कि, चुनाव आयोग के निर्णय के बाद स्पीकर का फैसला महत्वपूर्ण था. जिस निशानी पर विधायक चुने गये हैं उस दृष्टि से बहुमत को देखकर अध्यक्ष ने निर्णय दिया है. वहीं शरद पवार गुट ने कहा कि, फैसला संविधान के खिलाफ है. वोटर्स तय करेंगे कि, असली राकांपा किसकी है.
राकांपा शरद पवार गुट के उपाध्यक्ष गणेश राय ने कहा कि, स्पीकर का फैसला भारतीय संविधान की अवहेलना करने वाला है. कानून के अनुसार नेता चयन का अधिकार पार्टी के अध्यक्ष को रहता है. गणेश राय ने कहा कि, देखा जाये, तो महाराष्ट्र का संपूर्ण राजकारण गंदला हो गया है. भाजपा अपने फायदे के लिए देश में संविधान का कचूमर निकाल रही है. विधानसभा अध्यक्ष ने शिवसेना के बारे में जो फैसला दिया था, वैसा ही निर्णय राकांपा के बारे में सुनाया है. इसमें नया कुछ नहीं है.
राकांपा शरद पवार धडे के ही प्रदीप राउत ने कहा कि, निर्णय से फर्क नहीं पडेगा. नार्वेकर से ऐसे ही निर्णय की उम्मीद थी. सर्वोच्च न्यायालय के आदेशों को दर-किनार कर यह निर्णय दिया गया है. राकांपा किसने बनाई, किसकी पार्टी है. यह पूरे देश को पता है. इसीलिए हम साहब के कडे समर्थक ऐसे फैसलों को अहमियत नहीं देते.
राकांपा महिला जिलाध्यक्ष संगीता ठाकरे ने कहा कि, सबकुछ पहले से तय लग रहा है. पटकथा पढने का काम चुनाव आयोग ने किया. वैसा ही विधानसभा अध्यक्ष ने किया. जब तक भाजपा सत्ता में है, ऐसे अन्याय परक फैसले होते रहेंगे. ठाकरे ने कहा कि, मतदाता फैसला करेंगे कि, पार्टी किसकी है. शिवसेना उबाठा जिला प्रमुख सुनील खराटे ने भी स्पीकर के निर्णय को हास्यास्पद बताया.