एनसीपी विधायक आव्हाड समाज को बांट रहे
मंत्री श्रेणी प्राप्त उज्जैन के उमेशनाथ महाराज का आरोप
* अमरावती दौरे पर रहते पत्रकारों से की बातचीत
अमरावती/दि.8- कुछ दिन पूर्व एक एनसीपी विधायक ने मंच से प्रभु श्रीराम मांसाहारी रहने का बेतुका वक्तव्य किया. यह समाज के लोगों को भडकाने और बांटने का प्रयास रहने का आरोप मध्य प्रदेश के मंत्री श्रेणी प्राप्त उमेशनाथ महाराज ने आज यहां किया. उन्होंने एनसीपी विधायक जीतेंद्र आव्हाड का नाम न लेते हुए उन्हें आडे हाथों लिया. वे शासकीय विश्रामगृह में पत्रकारों से बातचीत करते हुए बोल रहे थे. इस अवसर पर भाजपा विधायक प्रवीण पोटे पाटिल, बादल कुलकर्णी, प्रशांत शेगोकार, एड. प्रशांत देशपांडे, देशमुख, श्याम संकत, सतीश करेसिया, चेतन पवार उपस्थित थे. उमेशनाथ महाराज ने कहा कि एनसीपी विधायक ने प्रभु श्रीराम के प्रति जो बोला है वह समाज के लोगों को भडकाने की कोशिश है. राम ने वनवास में कंदमूल खाए. वे मांसाहारी रहते तो इतना बडा युद्ध कर सफल नहीं होते थे. उन्होंने दैत्य, आताताईयों का संघार किया. राम राज्य की स्थापना की. कोई भी कुकर्मी धर्म की ऐसी स्थापना या बडा काम नहीं कर सकता. आव्हाड के नाम का उल्लेख किए बिना उन्होंने कहा कि एनसीपी नेता समाज को बांटने का प्रयास कर रहे हैं. जबकि राम ने असली समरसता अपनाई और प्रत्येक को साथ में लिया. उन्होंने निशादराज को साथ लिया, महर्षी वाल्मिकी को प्रमाण किया और वानरों का साथ लिया, तब जाकर इतना बडा युद्ध जीता. उमेशनाथ महाराज ने समाज को बांटने वालों के सामूहिक बहिष्कार की अपील की. 22 जनवरी का अयोध्या में राम जन्मभूमि प्राणप्रतिष्ठा में सभी को आने का आहवान भी किया.
उमेशनाथ महाराज ने पाश्चात्य संस्कृति का परित्याग करने और सनातन संस्कृति को अपनाने का भी आहवान किया. उन्होंने कहा कि सभी लोग भारतीय पहनावा, वेशभूषा, सिद्धांत व मूल्यों पर चले. बच्चों को कॉन्वेंट में नहीं बल्कि गुरुकुल में शिक्षा देने का अभिभावकों से अनुरोध किया और कहा कि यही से बच्चों में सही संस्कार आएंगे.