रोहित पवार की जांच का राकांपा शरद पवार गुट ने किया निषेध
बताया बदले की भावना से कार्रवाई, पार्टी उतरी सडक पर
अमरावती/दि.3– राकांपा के जामखेड के विधायक रोहित पवार की प्रवर्तन निदेशालय द्बारा हो रही जांच एवं पूछताछ को बदले की भावना से की जा रही कार्रवाई बताते हुए राकांपा शरद पवार गुट ने अमरावती जिले में सडक पर उतरकर निषेध किया. जिलाधिकारी कार्यालय पर ठिया आंदोलन कर सरकार के खिलाफ नारेबाजी राकांपा शरद पवार गुट ने की. जिलाधीश को निवेदन भी देने का दावा पार्टी की तरफ से किया गया है.
निवेदन में कहा गया कि रोहित पवार सरकार से न डरते हुए शरद पवार गट की भूमिका प्रभावी रूप से रख रहे है, उन्होंने 800 किमी की संघर्ष यात्रा निकाली. इसलिए उन्हें सरकार टारगेट कर रही है. यह भी कहा गया कि राज्य सहकारी बैंक प्रकरण में अजीत पवार और अन्य को क्लीन चिट दी गई. केवल रोहित पवार की जांच हो रही है. जिससे साफ है कि उन्हें प्रताडित करने का प्रयत्न हो रहा है. वहीं भाजपा अथवा शिंदे गट शिवसेना में शामिल हो जानेवाले नेताओं स्वयं अजीत पवार, आनंदराव अडसूल, दिलीप टोपल, अमर सिंह पंडित, सुनील फुुंदे, नितिन पाटिल, माणिकराव कोकाटे, शेखर निकम, रामप्रसाद बोर्डीकर, विजय सिंह मोहिते पाटिल, राजन तेली, धनंजय दलाल आदि पर कार्रवाई नहीं हो रही है. बर्खास्त संचालक मंडल के विरूध्द अपराध दर्ज किया गया है. जिसका रोहित पवार से कोई संबंध नहीं है. आंदोलन में शहर जिला अध्यक्ष प्रा.डॉ. हेमंत देशमुख सहित कार्याध्यक्ष राजा चिंचमलातपुरे, कार्याध्यक्ष सैयद मन्सूर, महिला शहराध्यक्ष वर्षाताई भटकर, शहर उपाध्यक्ष विशाल बोरखडे, कृष्णराव चौधरी, दिलबर शहा, डॉ. धनंजय तोटे, प्रदेश महासचिव मंगेश भटकर, प्रदेश सचिव रोशन कडू, रायुकॉ शहराध्यक्ष विनेश आडतिया, अरबाज पठान, नुरसुबा सैयद मन्सूर, निखिल भोजे आदि शामिल थे.