‘उनके’ साथ रहने पर राकांपा महायुति में नहीं
विधायक संजय खोडके ने स्पष्ट की अपनी भूमिका

* मनपा चुनाव अपने दम पर लडने की बात कही
अमरावती /दि.19– इस समय अजीत पवार गुट वाली राकांपा राज्य में महायुति की सरकार में शामिल है. परंतु मनपा चुनाव के समय कुछ घटक दल व नेता अगर महायुति के साथ रहते है, तो हम महायुति में शामिल नहीं होंगे, बल्कि अपने अकेले के दम पर मनपा का चुनाव लडेंगे, इस आशय की स्पष्ट भूमिका राकांपा नेता व विधायक संजय खोडके द्वारा रखी गई. विधायक संजय खोडके ने अपने इस स्पष्टीकरण के जरिए साफ कर दिया कि, वे विधायक रवि राणा एवं उनके नेतृत्ववाली युवा स्वाभिमान पार्टी के साथ मिलकर महायुति में शामिल नहीं होना चाहते.
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की अमरावती शहर कार्यकारिणी के पद वितरण अवसर पर बुलाई गई पत्रवार्ता में राकांपा के प्रदेश उपाध्यक्ष रहनेवाले विधायक संजय खोडके ने स्थानीय स्वायत्त निकायों के चुनाव को लेकर अपनी भूमिका रखी तथा विधायक राणा या युवा स्वाभिमान पार्टी का नामोल्लेख टालते हुए मनपा चुनाव के बारे में भी अपनी भूमिका स्पष्ट की. ज्ञात रहे कि, महानगर पालिका व जिला परिषद के आगामी समय में होनेवाले चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक दलों द्वारा अपनी तैयारियां चलाई जा रही है. जिसके तहत महायुति में शामिल रहनेवाले भाजपा व शिवसेना सहित अजीत पवार गुट वाली राकांपा भी अपनी तैयारियां कर रही है. ऐसे में यह सवाल सबसे प्रमुख तौर पर पूछा जा रहा है कि, महायुति में शामिल सभी घटक दल स्थानीय स्वायत्त निकायों के चुनाव महायुति के तौर पर साथ मिलकर लडेंगे अथवा अलग-अलग चुनाव लडा जाएगा. इसी बीच अजीत पवार गुट वाली राकांपा के प्रदेश उपाध्यक्ष व विधायक संजय खोडके ने स्पष्ट कर दिया कि, यदि विधायक रवि राणा के नेतृत्ववाली युवा स्वाभिमान पार्टी मनपा चुनाव के समय भाजपा के साथ रहती है तो राकांपा का महायुति के साथ तालमेल नहीं हो पाएगा. जिसके चलते राकांपा ने मनपा का चुनाव अपने अकेले के दम पर लडने की तैयारी शुरु कर दी है तथा अमरावती महानगर पालिका का अगला महापौर भी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी से ही रहेगा.
इस पत्रवार्ता में विधायक सुलभा खोडके, पूर्व महापौर रीना उर्फ चरणजीत कौर नंदा व एड. किशोर शेलके, राकांपा के शहराध्यक्ष प्रशांत डवरे, पूर्व सभापति अविनाश मार्डीकर तथा एड. शोएब खान, मंगेश मनोहरे, मनीष बजाज व भूषण बनसोड आदि उपस्थित थे.
* सरकारी मेडीकल कॉलेज का अमरावती में ही होना जरुरी
इस पत्रवार्ता में विधायक संजय खोडके ने कहा कि, सरकार ने अमरावती में सरकारी मेडीकल कॉलेज मंजूर किया है, परंतु इस मेडीकल कॉलेज को बडनेरा के पास कोंडेश्वर रोड पर बनाया जा रहा है. वह जगह सर्वसामान्य नागरिकों की सुविधा के लिहाज से बिलकुल भी योग्य नहीं है. ऐसे में सरकारी मेडीकल कॉलेज अमरावती में ही साकार करना बेहद जरुरी है. इर्विन, डफरीन व सुपर स्पेशालिटी अस्पताल के बीच कॉरीडोर तैयार करते हुए सरकारी मेडीकल कॉलेज का निर्माण किया जा सकता है. जिसके लिए शिवाजी शिक्षा संस्था की 8 एकर जमीन भी अधिग्रहीत की जा सकती है, यह प्रतिपादन करने के साथ ही विधायक संजय खोडके ने कहा कि, उनकी यह मांग आम जनता को स्वास्थ सुविधाएं सहज व सरल तरीके से उपलब्ध करने हेतु पूरी तरह योग्य है और यदि यह मांग पूरी नहीं होती है तो सरकारी मेडीकल कॉलेज की जगह को बदलवाने के लिए सडक पर उतरकर संघर्ष भी किया जाएगा.