अमरावती

कोरोनाकाल के दौरान हुए करीब चार हजार विवाह

ग्रामीण क्षेत्र में सर्वाधिक शादियां हुई

  • कई स्थानों पर नियमों का भी हुआ उल्लंघन

अमरावती/दि.24 – बीते एक साल से कोरोना संक्रमण की वजह से विवाह मुहूर्त में कई तरह के विघ्न देखे जा रहे है. हालांकि बीच में अनलॉक के दौरान 50 लोगों की उपस्थिति में विवाह समारोह आयोजीत करने की छूट दी गई थी. किंतु इस छूट का गैरफायदा उठाते हुए बडे धूमधडाके के साथ विवाह समारोह आयोजीत होने शुरू हो गये तथा बीते एक वर्ष दौरान शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में करीब 4 हजार के आसपास विवाह समारोह आयोजीत हुए.
अनलॉक के शुरूआती दौर में कई लोगों ने विवाह समारोह आयोजीत करने प्रशासन से अनुमति ली. किंतु इसके बाद बिना अनुमति के ही 200 से 500 लोगोें की भीड जुटाते हुए विवाह समारोह आयोजीत किये जाने लगे और रोजाना शहर सहित जिले के अलग-अलग हिस्सों में बारात व विवाह के दृश्य दिखाई देने लगे. ऐसे में कई विवाह समारोह की वजह से ही जिले के अधिकांश गांवों तक कोविड वायरस का संक्रमण पहुंचा. एक अनुमान है कि, विगत एक वर्ष के दौरान करीब 4 हजार के आसपास विवाह समारोह संपन्न हुए. जिसमें से अधिकांश के लिए जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन से किसी तरह की कोई अनुमति नहीं ली गयी और ऐसे आयोजनों में कोविड प्रतिबंधात्मक नियमों का पालन भी नहीं हुआ. ऐसे ही आयोजनों की वजह से कई इलाकों में बडी तेजी से कोविड संक्रमण फैला और स्थिति चिंताजनक होने के साथ ही विस्फोटक भी हो गयी.

391 ने किया रजिस्टर्ड विवाह

स्थानीय दुय्यम सहनिबंधक अधिकारी कार्यालय के पास विगत एक वर्ष के दौरान 839 दम्पत्तियों का विवाह होने की जानकारी दर्ज है. साथ ही जारी वर्ष में 1 जनवरी से 20 अप्रैल तक 391 दम्पत्तियों ने पंजीयन पध्दति से विवाह किया. इस दौरान कुल 469 दम्पत्तियों ने पंजीकृत विवाह हेतु आवेदन किया था. जिसमें से कुछ विवाह संपन्न हुए. यह आंकडा केवल विवाह पंजीयन कार्यालय का है. किंतु हकीकत में शहर सहित जिले में इस दौरान सैंकडों विवाह समारोह आयोजीत हुए. जिनमें अधिकतम सीमा से अधिक लोग उपस्थित थे. यहां यह विशेष उल्लेखनीय है कि, ग्रामीण क्षेत्र में अब भी विवाह पंजीयन कराने को लेकर जबर्दस्त उदासिनता देखी जाती है.

अप्रैल व मई माह है कठीन

अमूमन मार्च से लेकर जून माह तक बडी संख्या में विवाह समारोह आयोजीत होते है. इसमें भी अधिकांश विवाह अप्रैल व मई माह में आयोजीत किये जाते है. किंतु इस समय कोविड संक्रमण की स्थिति को देखते हुए राज्य सरकार द्वारा जारी माह में 4 अप्रैल से कठोर प्रतिबंध लगाये गये. साथ ही 15 अप्रैल से संचारबंदी लागू की गई. हालांकि इस दौरान दुल्हा-दूल्हन सहित अधिकतम 25 लोगों की उपस्थिति में विवाह समारोह आयोजीत करने की छूट है और दो घंटे के भीतर वैवाहिक कार्यक्रम पूर्ण करने का निर्देश दिया गया है. किंतु ऐसे विपरित हालात में भी कई लोगबाग विवाह समारोह आयोजीत कर रहे है और कई लोग ऐसे विवाह समारोहों में धडल्ले के साथ शामिल हो रहे है.

जारी वर्ष में है विवाह के 61 मुहूर्त

पंचांग के अनुसार जारी वर्ष में विवाह के 61 मुहूर्त दिये गये है. जिसके तहत अप्रैल से जुलाई के दौरान 32 तथा नवंबर 2021 से मार्च 2022 तक 29 विवाह मुहूर्त है. किंतु इस समय कोविड संक्रमण का कहर जारी रहने और विवाह समारोह आयोजीत करने हेतु अनुमति की प्रक्रिया क्लिष्ट रहने के चलते कई लोगबाग अपने यहां के विवाह समारोहोें को कुछ समय के लिए आगे टाल रहे है.

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