अमरावती/ दि.12 -शिक्षा क्षेत्र में अनेको समस्याएं निर्माण हुई है. शिक्षकों के सामने आने वाले समय में बडी-बडी चुनौतियां आएगी जिसमें सभी शिक्षकों को शिक्षण क्षेत्र में सजग रहने की आवश्कयता है, ऐसा प्रतिपादन वीज्यूक्टा के संगठक सचिव प्रा. अरविंद काबंले ने व्यक्त किया. वे कनिष्ठ महाविद्यालयीन भूगोल परिषद भूगोल परिषद तथा श्री शिवाजी कला व वाणिज्य महाविद्यालय अमरावती के संयुक्त तत्वावधान में महाविद्यालय के डॉ. पंजाबराव देशमुख सभागृह में आयोजित एक दिवसीय चर्चासत्र व सत्कार समारोह में कार्यक्रम अध्यक्ष के तौर पर बोल रहे थे.
कार्यक्रम में प्रा. डॉ. रामेश्वर भिसे, अमरावती विभागीय शिक्षण मंडल के सचिव उल्हास नरड, वीज्यूक्टा के विभागीय अध्यक्ष डॉ. अविनाश बोर्डे, उपाध्यक्ष प्रा. रमेश खाडे, प्रा. रविंद्र कावरे, विनय काले, भूगोल परिषद के विभागीय अध्यक्ष प्रणित देशमुख, प्रा. दलाल, प्रा. लता बोदरे उपस्थित थे. प्रा. मंगले ने आगे कहा कि, शिक्षकों के विविध समस्या व प्रश्नों को संगठना के माध्यम से न्याय दिया गया अब उन्होंने अपने अनुभव का कथन भाषण व्दारा किया.
इस अवसर पर भूगोल परिषद के चर्चासत्र में उपस्थित मान्यवरों ने भी अपने विचार व्यक्त किए. कार्यक्रम में भूगोल परिषद के विभागीय अध्यक्ष प्रणित देशमुख, उपाध्यक्ष प्रा. डॉ. शुभांगी देशमुख, उपाध्यक्ष प्रा. रंगराव लांजेवार, सचिव प्रा. आनंद घुगे, सहसचिव प्रा. अरुण खैरे, सदस्य प्रा. संजय पांढरे, प्रा. मेघा सोमकुंवर, प्रा. कुणाल झोटिंग इन नवनियुक्त विभागीय कार्यकारिणी के पदाधिकारियों का सत्कार किया गया तथा भूगोल परिषद के नवनियुक्त जिलाध्यक्ष प्रा. जगदीश कांडलकर (अमरावती), प्रा. ज्योती गिरी (यवतमाल), प्रा. किशोर बयस (वाशिम), प्रा. मेघना पोटे (अकोला), प्रा.ए.जी. जावरकर (बुलढाणा) का भी सत्कार किया गया. कार्यक्रम में प्रास्ताविक प्रा. प्रणित देशमुख ने रखा. संचालन डॉ. शुभांगी देशमुख ने किया व आभार आनंद घुगे ने माना. इस समय महाविद्यालयीन शिक्षक बडी संख्या में उपस्थित थे.