अमरावतीमहाराष्ट्र

नीलांजन समाभासम रविपुत्रम…’

शनि जयंती पर मंदिरों में उमडे भाविक

* शहर के कई मंदिरों में मनाया जन्मोत्सव
अमरावती/दि.6– ज्येष्ठ मास की अमावस्या पर सूर्यपुत्र और न्याय देव कहलाते शनिदेव की जयंती मनाई जाती है. शहर के अनेक शनि मंदिरों में आज सबेरे से उत्सव उपलक्ष्य, विविध अनुष्ठान किए गए. देवालयों में सबेरे से ही भाविक उमडे. शनि महाराज की पूजा की. फल और फूल अर्पित किए. शनि महाराज को पसंद ‘नीलांजन समाभासम रविपुत्रम…’ मंत्र का पाठ किया गया. महिलाएं भी बडी संख्या में उमडी थी. सक्करसाथ के शनि मंदिर में पुरोहित प्रयाल ने बताया कि, अमावस को ही शनि जयंती मनाई जाती है. कुछ लोग श्रावण मास की अमावस्या को भी उत्सव मनाते हैं.

* तेल और काले उडद किए अर्पित
शनि महाराज को तेल चढाने से सुख-समृद्धी आने की मान्यता है. अत: सक्करसाथ के प्रसिद्ध शनि मंदिर में सबेरे विशेष अभिषेक और अर्चना की गई. उपरांत भाविकों ने श्रद्धा से तेल और काले उडद शनिदेव को अर्पित किए. शनिदेव को पसंद फूल भी अर्पित करने के साथ काले रंग की वस्तुएं चढाई गई. कुछ श्रद्धालुओं ने पंडितो द्वारा बताई गई सामग्री अर्पित की. जिसमें ताले से लेकर लोहे की अनेक चीजो का समावेश रहा.

* मंदिर की सजावट
शनिदेव जयंती उपलक्ष्य मंदिर के प्रवेशद्वार पर कृत्रिम फूलों की सुंदर सजावट की गई. उसी प्रकार भाविकों के लिए विशेष अभिषेक आदि का भी प्रबंध था. शनिदेव और नवग्रह मंदिरों में आज देर रात तक दर्शन खुले रहेंगे. महिलाएं भी बडी संख्या में शनिदेव के दर्शन करने पहुंची थी. कुछ लोगों ने बताया कि, अनेक मंदिरों में आगामी शनिवार को भी जन्मोत्सव उपलक्ष्य अनुष्ठान व कार्यक्रम रखे गए हैैं.

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