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आर्ट ऑफ लिविंग के नीरज अग्रवाल ने 85 लाख से फंसाया

बीबी को धमकाने का गलत आरोप लगाया

* पुलिस में की झूठी शिकायत
* पुलिस का आमना-सामना होते ही सबकुछ हुआ गलत साबित
* पत्रकार परिषद में सनील अग्रवाल और सुहास जोशी ने दी जानकारी
अमरावती/दि.24 – नागपुर के एक युवा बिल्डर और अमरावती में ऑर्ट ऑफ लिविंग में कोर्डिनेटर पद पर कार्यरत नीरज महेशकुमार अग्रवाल ने शहर के मौजे शेगांव के लेआउट कन्वर्टेड प्लॉट के खरीदी व्यवहार में शहर के एक उद्योजक और उसके वर्किंग पार्टनर को 85 लाख रुपए से फंसाया रहने का आरोप संबंधित दोनों उद्योजकों ने आज यहां आयोजित पत्रकार परिषद में किया. उन्होंने यह भी बताया कि, संबंधित युवा बिल्डर ने पत्नी को धमकाने का भी गलत आरोप किया था और पुलिस ने झूठी शिकायत की. लेकिन पुलिस आयुक्त कार्यालय में आमना-सामना होने पर सबकुछ गलत साबित हुआ.
स्थानीय श्रमिक पत्रकार संघ में आयोजित पत्रकार परिषद मेें शहर के उद्योजक सनील मधुराज अग्रवाल ने बताया कि, उनके पिता वरिष्ठ नागरिक है और विविध बीमारी से ग्रस्त है. नागपुर के युवा बिल्डर नीरज अग्रवाल से उनकी वर्ष 2017 में पहचान हुई थी और वह अमरावती में किराए के फ्लैट में रहता था. पश्चात घर जमाई के रुप में स्टेट बैंक कालोनी में रहता है. शहर में वह आर्ट ऑफ लिविंग में स्टेट कॉर्डिनेटर पद पर कार्यरत है. नीरज अग्रवाल ने परिचय रहने के कारण वर्ष 2017 में मधुराज अग्रवाल के मालकी की संपत्ति मौजे शेगांव सर्वे नं. 45/3-अ के लेआउट कन्वर्टेड प्लॉट की खरीदी की और पूरा व्यवहार होने के बाद नीरज अग्रवाल से व्यवहार के पैसे लेने थे. लेकिन उसमें से कुछ पैसे सोची समझी साजिश की तहत नीरज ने खूद को शासन की खरीदी-बिक्री करते समय मुद्रांक शुल्क बचाने के लिए सौदे के मुताबिक कुछ रकम आरटीजीएस के जरिए दी और शेष पैसे नकद स्वरुप में देना तय हुआ था. उस समय नीरज ने कुछ धनादेश दिये थे. उसमें से कुछ धनादेश का विड्रॉल किया तो वह पैसे मिले, लेकिन अन्य धनादेश बाउंस हो गये थे. इस बात से धीरज अग्रवाल को अवगत कराने के बाद उसने विविध कारण बताकर 2024 तक विविध चरणों में पैसे देने का आश्वासन दिया. साथ ही चार दफा संपत्ति के व्यवहार की लिखापढी बदलवाई. यह सबकुछ एक दूसरे पर विश्वास रहने के कारण हुआ. लेकिन आज भी नीरज अग्रवाल द्वारा दिये हुए कुछ धनादेश सनील अग्रवाल के पिता के पास शेष है. सनील अग्रवाल ने बताया कि, उन्हें अभी भी नीरज अग्रवाल से 75 लाख रुपए लेना है. साथ ही सनील अग्रवाल के वर्किंग पार्टनर व उद्योजक सुहास प्रकाशराव जोशी द्वारा इस व्यवहार में नीरज को दिये 10 लाख रुपए भी लेना है. 85 लाख रुपए लेना शेष रहते अब आर्ट ऑफ लिविंग के कोऑर्डिनेटर व नागपुर के बिल्डर नीरज अग्रवाल की नीयत में खोट आने का आरोप कर सनील अग्रवाल ने बताया कि, अब उसकी पैसे देने की नीति न रहने से वह पुलिस को झूठी कहानी बताकर उन्हें फंसाने का प्रयास कर रहा है. उसने इस बाबत पुलिस में शिकायत भी की और बीबी को धमकाने का गलत आरोप भी लगाया. लेकिन जब पुलिस आयुक्त कार्यालय में आमना-सामना हुआ, तो सबकुछ गलत साबित हुआ. अब वह मनमाने आरोप कर पुलिस में झूठी शिकायतें दर्ज कर रहा है. सनील अग्रवाल और सुहास जोशी ने यह भी बताया कि, अमरावती शहर में आज तक किसी भी उद्योजक ने गलत व्यवहार या ब्लैकमेलिंग नहीं की है. इस कारण अब कानूनी मार्ग से आर्थिक व्यवहार बाबत कदम उठाये जाएंगे.
* रेरा में भी होगी शिकायत
उद्योजक सनील अग्रवाल ने बताया कि, नीरज अग्रवाल ने जानबूझकर जालसाजी करने और आर्थिक नुकसान पहुंचाने के मकसद से उनके पिता का प्लॉट नागपुर के बिल्डर नरेंद्र किंगरानी व सुरेंद्र किंगरानी के साथ मिलकर मुख्तियार पत्र व डेवलपमेंट करारनामा किया. पश्चात मौजे शेगांव के प्लॉट पर ‘सुमेरु शंकरा’ फ्लैट स्कीम का निर्माण कर उसे रेरा रजिस्टर कर बेस्ट बिल्डिंग-2024 का अवार्ड भी रेरा विभाग की दिशाभूल कर लिया और उस प्लॉट पर करीबन पांच मंजिला बिल्डिंग में 3-बीएचके व 1-बीएचके ऐसे 25 फ्लैट और 8 से 10 दुकानों का निर्माण का उसमें की कुछ संपत्ति की बिक्री की कुछ संपत्ति अभी भी बिक्री होना बाकी है. उस संपत्ति में से 10 फ्लैट और 6 दुकान का ताबा व भरना पावती नीरज अग्रवाल ने मधुराज अग्रवाल के पैसे लौटाने के लिए उनके बेटे सनील अग्रवाल के नाम कर दी थी, ऐसा भी सनील अग्रवाल ने कहा. अब रेरा की दिशाभूल करने बाबत वह शिकायत करने वाले है.
* सुहास जोशी से लिए 10 लाख रुपए
सनील अग्रवाल के पिता मधुराज अग्रवाल के प्लॉट के सौदे में पैसों का व्यवहार बाकी रहने से नीरज अग्रवाल ने सनील के दोस्त व वर्कींग पार्टनर सुहास जोशी से चेक चिठ्ठी देकर 10 लाख रुपए बिना ब्याज के उधार लिये थे. वह पैसे अब तक नहीं लौटाये. इस कारण सुहास जोशी ने जब नीरज अग्रवाल से पैसों की मांग की, तो वह उन्हें बारबार इमोशनल ब्लैकमेल करता रहा. वॉट्सएप पर भी मैसेज भेजकर मार्च माह के अंतिम सप्ताह तक पैसे देने का वादा करता रहा. इस दौरान उसने आर्ट ऑफ लिविंग में कार्यरत रहते पुलिस अधिकारी की दिशाभूल कर गलत जानकारी दी और सुहास जोशी के नाम धमकाने और ब्लैकमेल करने की शिकायत दर्ज की. लेकिन सुहास जोशी के पास नीरज अग्रवाल की चेक चिट्ठी और धनादेश भी है. वह धनादेश बाउंस होने के कारण अब उन्होंने न्यायालय में गुहार लगाई रहने की जानकारी भी सनील अग्रवाल ने व सुहास जोशी ने पत्रकार परिषद में दी.
* सौदों के पैसे को दे रहा फिरौती का स्वरुप
पत्रकार परिषद में सनील अग्रवाल और सुहास जोशी ने बताया कि, नीरज अग्रवाल से जब उनके व्यवहार के पैसे मांगे गये, तो अब वह नीयत में खोट आने से इसे फिरौती का स्वरुप दे रहा है और पुलिस में झूठी शिकायत कर रहा है. आर्ट ऑफ लिविंग में कार्यरत रहते अधिकारियों से अपनी पहचान रहने का दुरुपयोग कर इसका फायदा उठाने का प्रयास कर रहा है. इस कारण सुनील अग्रवाल और सुहास जोशी ने नीरज अग्रवाल के व्यवहार की गहन जांच कर उस पर कडी कार्रवाई करने की मांग की है.
* नीरज और उसके पार्टनर के खिलाफ है धोखाधडी का मामला दर्ज
सनील अग्रवाल और सुहास जोशी ने बताया कि, आर्ट ऑफ लिविंग के नीरज अग्रवाल और उसके पार्टनर नरेंद्र किंगरानी और सुरेंद्र किंगरानी के खिलाफ अमरावती के गाडगे नगर थाने में धोखाधडी का मामला दर्ज है. इस कारण यह स्पष्ट होता है कि, नीरज अग्रवाल और उसके दोनों पार्टनर अपराधिक पृष्ठभूमि के है. इस कारण उन पर कानूनी कार्रवाई कर न्याय दिलाने की मांग सनील अग्रवाल और सुहास जोशी ने पत्रकार परिषद में की. पत्रकार परिषद में उनके वकील एड. वी. जे. दुधे भी थे.

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