ना डॉक्टर ना फार्मासिस्ट, मसानगंज अस्पताल में ताला
नागरिक नाराज : फिर महापालिका का दवाखाना किस काम का
अमरावती-/ दि.25 अमरावती शहर में स्वास्थ्य सेवा सूचारु रुप से शुरु रखने के लिए महापालिका यंत्रणा ने शहर में 13 एलोपैथिक, 2 आयुर्वेदिक, 2 होमियोपैथिक, 2 युनानी अस्पताल और 13 शहरी स्वास्थ्य केंद्र तैयार किये है. इसमें से 11 शहरी स्वास्थ्य केंद्र महापालिका व्दारा संचालित किये जाते है. वहां डॉक्टर, परिचारिका, फार्मासिस्ट, चपराशी, परिचर व अन्य पद की भर्ती भी की, मगर मसानगंज में महापालिका व्दारा संचालित अस्पताल में ना डॉक्टर ना फार्मासिस्ट ऐसी अवस्था है. अस्पताल में तालाबंद ऐसे समय एक मरीज ने यहां के अस्पताल की तस्वीरे अपने कैमरे में कैद की.
मसानगंज में महापालिका का अस्पताल है. वहां मरीजों की जांच कर दवा दी जाती है. इस अस्पताल का रोजाना का समय सुबह 9 से दोपरह 1 बजे और शाम 5 से 7 बजे तक रखा गया है. मसानगंज स्थित इस मनपा अस्पताल से परिसर के 25 से अधिक क्षेत्र व 25 से 30 हजार नागरिक जुडे हैं. परंतु वह अस्तपाल सुबह 9 बजे खोलना बंधनकारक रनहे के बाद भी सुबह 10 बजे तक तालाबंद रहता है और इसके बाद भी केवल एखादी फार्मासिस्ट या चपराशी चक्कर मारकर जाते है. इस वजह से मरीजों को बगैर दवा के ही वापस जाना पडता है. शाम को आकर देखेंगे, ऐसा खुद को समझाते हुए कुछ मरीज शाम 5 बजे तक मसानगंज अस्पताल पहुंचे फिर भी वही स्थिति तालाबंद. शाम 6 बजे गए फिर भी वहां कोई भटकते हुए नहीं पहुंचा. यह रोजाना का अनुभव वहां देखने को मिल रहा है.
20 अगस्त : मिशन सच्चाई ऑपरेशन
रतनगंज निवासी निलेश उईके ने 20 अगस्त को मसानगंज का अस्पताल हकीकत में कितने बजे खुलता है, यहां कौन कितने बजे आता है, इसका मिशन सच्चाई ऑपरेशन किया. उईके ने 20 अगस्त की सुबह 10 बजे अस्पताल का जिओ टैग फोटो निकाला. उसमें अस्पताल का तालाबंद दिखाई दिया. सुबह 10.30 बजे अस्पताल का ताला खोला गया, फिर भी डॉक्टर या फार्मासिस्ट दिखाई नहीं दिये. उईके उसी दिन शाम 5 बजे से अस्पताल पर उपस्थित रहे. अस्पताल का समय शाम 5 से 7 बजे होने के बाद भी शाम 6.50 बजे तक अस्पताल का ताला बंद ही था. इस ओर कौन ध्यान देगा, ऐसा प्रश्न उठाया जा रहा है.