अमरावती

भाभी के साथ संबंध रखने भतीजे को मार डाला

झुले से उठाकर जमीन पर पटका और पैर से गला दबाया

* हत्यारोपी कलयुगी चाचा को पुलिस ने लिया हिरासत में
* पोहराबंदी की घटना से जिले में हडकंप
अमरावती /दि.7– समिपस्थ चांदूर रेल्वे रोड स्थित पोहराबंदी गांव में एक महिला अपने पति से अलग होकर अपने देवर के साथ रह रही थी और दोनों के बीच पति-पत्नी वाले संबंध चल रहे थे. परंतु इस महिला ने अपने पहले पति से हुए तीन बच्चों में से एक बच्चे को अपने साथ ही रखा था. जिसे उसका देवर अपने लिए बोझ के साथ ही अपने प्रेम संबंध में बाधा मानने लगा था. जिसके चलते उस व्यक्ति ने अपने ही हाथो अपने 2 वर्षीय भतीजे को जमीन पर पटककर मौत के घाट उतार दिया. जमीन पर पटकने के बाद उस कलयुगी चाचा ने उस मासूम बच्चे को अपने पैरों से निर्दतापूर्वक प्रहार करते हुए लगभग कूचल डाला. जिसकी वजह से उस बच्चे की मौत हो गई. यह मामला उजागर होते ही फ्रेजरपुरा पुलिस ने दीपक उर्फ बाल्या अजाबराव भोयर (35, पोहराबंदी) के खिलाफ हत्या का अपराध दर्ज करते हुए उसे अपनी हिरासत में लिया है. पकडे जाने के बाद दीपक भोयर ने पुलिस के सामने अपना जुर्म कबूल कर लिया है.
पुलिस सूत्रों द्बारा दी गई जानकारी के मुताबिक पोहराबंदी गांव में रहने वाले संजय भोयर का अपनी पत्नी के साथ विवाह के 5-6 वर्ष बाद आए दिन झगडा हुआ करता था. इस दौरान संजय भोयर को उसकी पत्नी से तीन संताने हुई थी. जिसमें से दो बच्चों को संजय भोयर के पास छोडकर उसकी पत्नी 2 वर्षीय अमित भोयर को अपने साथ लेकर मायके चली गई थी. जहां से उसे वापिस लाने हेतु उसका पति संजय भोयर कभी नहीं पहुंचा. इसी बीच संजय भोयर के छोटे भाई दीपक भोयर ने अपनी भाभी के मायके पहुंचकर भाभी के सामने अपने प्रेम का प्रस्ताव रखते हुए उसे अपने साथ गांव वापिस चलने हेतु कहा. साथ ही यह वादा भी किया कि, वह उसे और उसके 2 वर्षीय बच्चे की जिम्मेदारी उठाएगा. इसके बाद संजय की पत्नी अपने 2 वर्षीय बच्चे को लेकर दीपक भोयर के साथ पोहराबंदी गांव वापिस आ गई. जहां पर वह दीपक भोयर के घर में बिना विवाह किए उसकी पत्नी के तौर पर रहने लगी. कुछ दिन तक सबकुछ ठीकठाक चलता रहा. लेकिन कुछ दिन बाद अमित को लेकर उन दोनों के बीच भी झगडे होने लगे. दीपक का अक्सर यह कहना रहता था कि, अमित को उसके पिता संजय भोयर के पास छोड दिया जाए. जिससे परेशान होकर उक्त महिला एक बार फिर अपने बच्चे को लेकर मायके चली गई. इसके बाद अगस्त माह में अमित की तबीयत बिगडने पर वह उसे लेकर इर्विन अस्पताल पहुंची. जहां पर दीपक भी पहुंचा और उसने उससे माफी मांगते हुए उसे वापिस पोहराबंदी लाया. लेकिन मंगलवार को दीपक का 2 वर्षीय बच्चे अमित को लेकर इस बार फिर पत्नि के तौर पर अपने साथ रह रही अपनी भाभी के साथ झगडा हो गया. इस समय गुस्से में आकर दीपक ने झुले में सो रहे अमित को अपने हाथो से उठाकर जोरदार ढंग से जमीन पर पटक दिया और उसे जोर-जोर से लात मारी. जिससे 2 वर्षीय मासूम अमित भोयर की मौके पर ही मौत हो गई.
* बच्चे के शव को साथ लेकर पूरे गांव में घूमा दीपक
अपने हाथोे से हुए कृत्य की गंभीरता समझ में आते ही दीपक ने अमित की मां को इस बारे में किसी के भी सामने मुंह नहीं खोलने की धमकी दी और इसके बाद उसने गांव के पुलिस पाटिल को जाकर बताया कि, बच्चे की तबीयत ठीक नहीं है. जिस पर पुलिस पाटिल ने उसे बच्चे को अस्पताल लेकर जाने की सलाह दी, तो दीपक ने इस समय दीपक के हाथो में चादर में लिपटा हुआ अमित का शव था. जिसे वह बीमार बता रहा था. इसके बाद वह अमित के शव को दफन करने हेतु गांव से बाहर की ओर जा रहा था. इस समय अमित की मां भी पीछे-पीछे दबे पांव से आ रही थी. जिसे देखकर गांव के पुलिस पाटिल सहित कुछ लोगों को उन दोनों पर संदेह हुआ और सभी ने मिलकर दोनों का रास्ता रोका. जिसके बाद फ्रेजरपुरा पुलिस को सूचित करते हुए अमित को इर्विन अस्पताल ले जाया गया. जहां पर डॉक्टरों ने अमित को मृत घोषित किया. इस समय पुलिस ने अमित की मां सहित दीपक के साथ कडाई के साथ पूछताछ की, तो अमित की मां ने पूरा घटनाक्रम पुलिस को बताया. जिसके बाद दीपक के खिलाफ हत्या का अपराध दर्ज करते हुए फ्रेजरपुरा पुलिस ने उसे अपनी हिरासत में लिया.

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