अमरावती/दि.5-मुंबई, पुणे में कोरोना का बढ़ता संसर्ग और ओमायक्रॉन मरीजों की संख्या बढ़ने की पार्श्वभूमि पर राज्यशासन ने खबरदारी ली है. लेकिन राज्य के कुल कारागृहों में 16 हजार से अधिक कैदी जेल में रहते सोमवार को सिर्फ 25 कैदी कोरोना बाधित पाये गए हैं. यह आंकड़ेवारी दिलासा देने वाली होकर कारागृह में कोरोना नियंत्रण में होने का चित्र है.
कोरोना नियंत्रण के लिए जुलाई 2020 से मध्यवर्ती, जिला व खुले कारागृह में कड़े नियम लागू किए गए. इन नियमों का कड़ाई से पालन किया जा रहा है. नये कैदियों की आरटीपीसीआर जांच, स्वतंत्र क्वारंटाइन ककक्ष में 14 दिन मुकाम, कैदी कोरोना बाधित पाये जाने पर शासकीय अस्पताल में औषधोपचार आदि प्रक्रिया निरंतर शुरु है. कैदियों के रिश्तेदारों के साथ की ऑफलाइन मुलाकात भी बंद है. 9 मध्यवर्ती कारागृह, 47 जिला कारागृह, 13 खुले कारागृह, 1 विशेष कारागृह आदि स्थानों में 16 हजार से अधिक कैदी कैद हैं.
कोरोना बाधित कैदी
– मुंबई मध्यवर्ती कारागृह ऑर्थर रोड 15
-येरवडा (पुणे) मध्यवर्ती कारागृह 04
-भायखला जिला कारागृह 03
-मुंबई महिला कारागृह 01
-सावंतवाड़ी जिला कारागृह 01
-बुलढाणा जिला कारागृह 01
अब तक 4615 कैदी बाधित
मुंबई के बाद पुणे मध्यवर्ती कारागृह में जून 2020 में कोरोना के मरीज थे. पश्चात राज्यभर के कारागृहों में बाधित कैदी पाये गए.अब तक राज्य के कारागृह में 4.615 कैदी बाधित पाये गए वे ठीक हो गए हैं. नागपुर में 2 तो अमरावती में 1, मुंबई 3, पुणे मध्यवर्ती कारागृह में 2 ऐसे आठ कैदी कोरोना से ग्रसित होने की जानकारी है.
राज्य में कोरोना, ओमायक्रॉन का संकट रहते अमरावती मध्यवर्ती कारागृह में एक भी कैदी कोरोना बाधित नहीं. नये कैदियों की दो बार कोरोना जांच की जाती है. बाद में कारागृह में प्रवेश दिया जाता है.
-डॉ.मोहम्मद राजीक, वैद्यकीय स्वास्थ्य अधिकारी, अमरावती कारागृह