अमरावती

रूग्णसेवा को समर्पित न्यू आजाद गणेशोत्सव मंडल

पंडाल में ही होता है विदर्भ के राजा की मूर्ति का निर्माण

बुजुर्गों व मरीजों को दर्शन हेतु लाने-ले जाने की सुविधा भी दी जाती है
अमरावती-/दि.30 स्थानीय खापर्डे बगीचा परिसर में न्यू आजाद गणेशोत्सव मंडल की स्थापना वर्ष 1983 में हुई थी और शुरूआती दौर में इस गणेशोत्सव मंडल द्वारा इर्विन चौक में सार्वजनिक गणेशोत्सव मनाया जाता था. परंतु वाहनोें की आवाजाही और यातायात में होनेवाली दिक्कतों को देखते हुए कालांंतर में इसका स्थान बदला गया और अब इर्विन अस्पताल के बगल में आदर्श प्राईमरी स्कुल की ओर जानेवाली सडक के एक ओर स्थित मंडल की अपनी जगह पर मंडल द्वारा बडी धूमधाम से गणेश प्रतिमा स्थापित की जाती है. जिसके लिए न्यू आजाद गणेशोत्सव मंडल द्वारा महल की तरह भव्य पंडाल साकार किया जाता है. जिसमें विदर्भ के राजा के रूप में भव्य गणेश प्रतिमा स्थापित की जाती है. सबसे उल्लेखनीय यह है कि, धूमधाम के साथ गणेशोत्सव मनानेवाले न्यू आजाद गणेशोत्सव मंडल द्वारा पूरे सालभर रूग्णसेवा के व्रत का पालन किया जाता है और गणेशोत्सव के दौरान भी रक्तजांच शिबिर, रक्तदान शिबिर, नेत्रजांच शिबिर व नि:शुल्क चश्मा वितरण शिबिर जैसे उपक्रम आयोजीत किये जाते है. साथ पूरे सालभर न्यु आजाद गणेशोत्सव मंडल में इर्विन अस्पताल में भरती रहनेवाले मरीजों व उनके परिजनों के साथ ही कई जरूरतमंदों को भोजन व निवास की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाती है.
उल्लेखनीय है कि, मुंबई में लालबाग का राजा की बडी ख्याती है और विदर्भ क्षेत्र के कई लोग प्रतिवर्ष लालबाग का राजा के दर्शन करने हेतु मुंबई जाते है. ऐसे में लालबाग के राजा की तर्ज पर अमरावती में भी भव्य गणेश प्रतिमा स्थापित की जाये. लोगबाग उसका बडे आराम से दर्शन कर सके और शालेय छात्र-छात्राएं पंडाल में बैठकर अपने लाडले बाप्पा के चित्रांकन व रेखांकन कर सके. इस बात के मद्देनजर न्यु आजाद गणेशोत्सव मंडल के कर्ता-धर्ता व पूर्व पार्षद दिनेश बूब की संकल्पना से 14 वर्ष पहले अमरावती में लालबाग राजा की तर्ज पर विदर्भ के राजा के रूप में भगवान श्री गणेश की अति भव्य मूर्ति स्थापित की जाने लगी और इस प्रतिमा को स्थापित करने हेतु भव्य महलनुमा पंडाल साकार किया जाने लगा.

सालभर चलता है रक्तदान का काम
न्यू आजाद गणेशोत्सव मंडल तथा दिनेश बूब मित्र परिवार द्वारा पूरे सालभर रक्तदान का कार्य किया जाता है. जिसके लिए वॉटसएप ग्रुप के जरिये रक्तदाताओं को एक मंच पर लाकर जोडा गया है और शहर में कहीं पर भी किसी भी अस्पताल में किसी मरीज को रक्त की जरूरत पडने पर उसकी जानकारी इस ग्रुप पर साझा की जाती है और तुरंत ही संबंधित जरूरतमंद मरीज के लिए रक्त की व्यवस्था की जाती है. जिसके लिए अमित मोतीवाला, नील माहेश्वरी, राजवीर तायडे, शाकाल तिवारी, संतोष साहू व राज साखरे द्वारा पूरा समय काम संभाला जाता है.

 कोविड में मंडल का काम रहा उल्लेखनीय
कोविड संक्रमण काल के दौरान न्यू आजाद गणेशोत्सव मंडल द्वारा व्यापक स्तर पर जनजागृति करने का काम किया गया. साथ ही करीब 550 यूनिट प्लाज्मा ब्लड डोनेशन करवाया गया. हालांकि शुरूआत में इसके लिए लोगबाग काफी घबरा रहे थे. किंतु मंडल के पवन भूतडा, अमित करवा व जयेश चांडक जैसे समर्पित कार्यकर्ताओं ने सतत प्रयास करते हुए कोविड मुक्त हो चुके लोगों को गंभीर स्थिति में रहनेवाले कोविड संक्रमित मरीजों की सहायता करने हेतु अपना प्लाज्मा दान करने के लिए प्रोत्साहित किया.

50 हजार से अधिक मोतियाबिंदू शल्यक्रिया
न्यू आजाद गणेशोत्सव मंडल में प्रतिवर्ष पोपट परिवार द्वारा स्व. मनोज पोपट की स्मृति में नेत्रजांच शिबिर व नि:शुल्क चश्मा वितरण शिबिर का आयोजन किया जाता है. साथ ही शल्यक्रिया की जरूरत रहनेवाले जरूरतमंद बुजुर्गों को वर्धा स्थित सेवाग्राम अस्पताल में ले जाने की व्यवस्था मंडल द्वारा की जाती है. इस जरिये अब तक 50 हजार से अधिक लोगों की नि:शुल्क शल्यक्रिया न्यू आजाद गणेशोत्सव मंडल द्वारा करवाई जा चुकी है. जिसके लिए विशाल मोदी व वैभव मोदी द्वारा विशेष प्रयास किये जाते है.

गणमान्यों का मिलता है पूरा सहयोग
न्यू आजाद गणेशोत्सव मंडल में शहर के कई गणमान्यों का सक्रिय सहभाग रहता है. जिनमें शहर के वरिष्ठ समाजसेवी रंगनाथ चांडक, दैनिक अमरावती मंडल व दैनिक मातृभुमि के संपादक अनिल अग्रवाल, वरिष्ठ पत्रकार विलास मराठे, पूर्व महापौर विलास इंगोले, मनपा के पूर्व सभागृह नेता तुषार भारतीय, पूर्व नेता प्रतिपक्ष व कांग्रेस के शहराध्यक्ष बबलू शेखावत जैसे गणमान्यों का समावेश है.

भव्य-दिव्य रहती है ‘राजा’ की विसर्जन शोभायात्रा
न्यु आजाद गणेशोत्सव मंडल में विदर्भ के राजा का मुक्काम 15 दिनों के लिए रहता है और शहर के सभी छोटे-बडे गणेशोत्सव मंडलों द्वारा अपनी-अपनी गणेश प्रतिमाओं का धूमधाम के साथ विसर्जन कर दिये जाने के बाद बडे अनुशासित ढंग से विदर्भ के राजा का विसर्जन जुलुस आयोजीत किया जाता है. जिसका समस्त अमरावतीवासियों को बडी बेसब्री के साथ इंतजार रहता है. इस शोभायात्रा में समूचे विदर्भ क्षेत्र के ढोलताशा पथक, वादक, दिंडी, लेझीम पथक व संदल आदि शामिल होते है, जो सभी के आकर्षण का केंद्र रहते है. साथ ही इस भव्य-दिव्य जुुलुस में शानदार व नयनाभिराम आतिशबाजी भी की जाती है. न्यू आजाद गणेशोत्सव मंडल के प्रांगण से निकलनेवाली यह रैली शहर के विभिन्न चौक-चौराहों से गुजरते हुए वालकट कंपाउंड परिसर स्थित मनपा के दमकल विभाग कार्यालय पहुंचती है. जहां पर स्थित विशालकाय कुएं में इस मूर्ति का पूरे विधि-विधान के साथ विसर्जन किया जाता है. इस रैली को अपना मार्ग तय करते हुए विसर्जन स्थल पर पहुंचने में करीब चार से पांच घंटे का समय लगता है. विशेष उल्लेखनीय है कि, रैली के मार्ग पर जगह-जगह आकर्षक रंगोली साकार करने के साथ ही रास्ते के दोनों ओर केले के पत्तों से बंदनवार सजाये जाते है और शहर के कई सामाजिक संगठनों द्वारा रैली में शामिल श्रध्दालुओं के लिए अल्पाहार व शीतपेयों आदि का प्रबंध किया जाता है.

अनुशासन व साफ-सफाई पर दिया जाता है विशेष ध्यान
विशेष उल्लेखनीय है कि, गणेशोत्सव पर्व के दौरान न्यु आजाद गणेशोत्सव मंडल के पंडाल में अनुशासन, व्यवस्था एवं साफ-सफाई की ओर तो विशेष ध्यान दिया ही जाता है. जिसके तहत विदर्भ का राजा के दर्शन हेतु आनेवाले सभी भाविक श्रध्दालुओं को किसी तरह की कोई असुविधा न हो. इसका पूरा खयाल रखा जाता है. इसके साथ ही विसर्जन शोभायात्रा के दौरान भी इन बातों के लिए विशेष प्रबंध किये जाते है. चूंकि विदर्भ का राजा के विसर्जन जुलुस में बडे पैमाने पर महिलाएं व युवतियां भी शामिल होती है. ऐसे में उनकी सुरक्षा के लिए विशेष तौर पर स्वयंसेवक नियुक्त किये जाते है. साथ ही विसर्जन जुलुस के पीछे-पीछे भी स्वयंसेवकों की एक टीम चलती है, जो जुलुस में शामिल लोगों द्वारा छोडे गये अल्पाहार व शीतपेयों के खाली प्लेट व खाली ग्लास को उठाने के साथ ही रास्ते की साफ-सफाई का काम करती है. इस जरिये न्यू आजाद गणेशोत्सव मंडल द्वारा शहर की साफ-सफाई के प्रति अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन किया जाता है.

ऐसी है मंडल की कार्यकारिणी
अध्यक्ष – दिनेश बूब, उपाध्यक्ष – राजेश शर्मा व विनोद डागा, सचिव – गोपाल धूत, कोषाध्यक्ष – अमित उर्फ बब्बु मोतीवाला, सदस्य – सुनील देशमुख, गणेश जुनघरे, चंद्रकांत पोपट, बिट्टू सलुजा, पप्पू गगलानी, रमेश परमार, दिनेश भूतडा, मनीष देशमुख, रईसभाई, अखिलेश राठी.
बॉक्स, फोटो दिनेश बूब
न्यू आजाद गणेशोत्सव मंडल केवल गणेशोत्सव तक ही सीमित नहीं है, बल्कि मंडल का कार्य पूरे सालभर चलता रहता है. जिसके तहत स्व. सोमेश्वर पुसदकर व स्व. डॉ. गणेश बूब का स्मरण करते हुए मंडल के कार्यकर्ताओें द्वारा सालभर मरीजों व जरूरतमंदों की सेवा व सहायता की जाती है. गणेशोत्सव के 15-20 दिनों को छोडकर हमारा पंडाल पूरे सालभर बेघर लोगों के लिए रैन-बसेरा के रूप में प्रयुक्त होता है और यहां पर बेहद अल्प दरों में भोजन की सुविधा भी उपलब्ध करायी जाती है. इसके अलावा मंडल द्वारा रूग्णवाहिका व

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