बकाया व विद्युत चोरी का दंड नहीं रहने पर भी नया कनेक्शन
महावितरण चला रहा झटपट विद्युत कनेक्शन अभियान
अमरावती/दि.25– महावितरण द्बारा अब किसी भी तरह का बकाया अथवा विद्युत चोरी का दंड नहीं रहने वाले ग्राहकों को ही नया बिजली कनेक्शन दिया जा रहा है. परंतु पूराने बिजली बिल की बकाया रकम अथवा विद्युत चोरी के दंड की रकम भरने पर भी नये कनेक्शन के लिए रास्ता निकल सकता है.
नये विद्युत कनेक्शन हेतु झटपट विद्युत कनेक्शन अभियान अंतर्गत महावितरण के अध्यक्ष तथा व्यवस्थापकीय संचालक लोकेशचंद्र ने नये कनेक्शन के आवेदन का फटाफट निपटारा करने का आदेश जारी किया है. इसके तहत नये विद्युत कनेकशन के लिए आवेदन करने पर कर्मचारियों द्बारा जगह का मुआयना किया जाता है और कनेक्शन के लिए कितना शुल्क भरना जरुरी है, इसकी जानकारी दी जाती है. शहरी क्षेत्र में शुल्क भर चुके ग्राहकों को 24 घंटे तथा ग्रामीण क्षेत्र में 48 घंटे के भीतर विद्युत कनेक्शन दिया जाता है.
* 24 घंटे मेें नया विद्युत कनेक्शन
झटपट विद्युत कनेक्शन अभियान के तहत नया विद्युत कनेक्शन लेने के इच्छूक ग्राहकों को शहरी क्षेत्र में 24 घंटे के भतीर तथा ग्रामीण क्षेत्र में 48 घंटे के भीतर नया विद्युत कनेक्शन दिया जाएगा.
* 8 माह में 21,185 नये कनेक्शन
जिले में महावितरण ने जनवरी से 23 अगस्त तक 21 हजार 185 नये कनेक्शन दिए है. जिसमें 14022 घरेलू, 2118 कमर्शियल, 263 इंड्रस्टियल, 167 पब्लिक सेक्टर, 21 जलापूर्ति योजना, 38 स्ट्रीट लाइट, 4418 कृषि तथा 138 अन्य नये कनेक्शनों का समावेश है.
* नये कनेक्शन के लिए आवश्यक दस्तावेज
नये कनेक्शन के लिए घर टैक्स पावती, नमूना-8 तथा कनेक्शन धारक के नाम पर रहने वाला आधार कार्ड जैसे दस्तावेज महत्वपूर्ण होेते है. आवेदन करने के उपरान्त यदि कनेक्शन देने वाली जगह पर कोई बकाया नहीं है, तो तुरंत ही कनेक्शन दिया जाता है.
* बकाया व विद्युत चोरी का दंड न हो
जिस जगह पर नया विद्युत कनेक्शन लेना है उस स्थान हेतु पहले के बिजली बिल का कोई बकाया अथवा बिजली चोरी का दंड नहीं होना चाहिए. यदि ऐसा होता है, तो नया कनेक्शन लेने से पहले उस बकाए को अदा करना पडता है.
* जिले में विगत 8 माह क दौरान कुल 21 हजार 185 नये विद्युत कनेक्शन दिए गए है. ग्राहकों द्बारा कनेक्शन हेतु आवेदन किए जाने के बाद संबंधित जगह पर कोई बकाया तो नहीं है. इसकी जांच की जाती है. साथ ही बकाया रहने पर तुरंत ही नया कनेक्शन दिया जाता है.
– सुनील शिंदे,
अधिक्षक अभियंता, महावितरण