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उपायुक्त प्यारेवाले के मामले पर नया विवाद

मैंने ‘स्टे’ लाया है - उपायुक्त

* मैने उपायुक्त को कार्यमुक्त कर दिया – आयुक्त
* फिलहाल उपायुक्त के चेंबर पर ‘ताले’
* कल अमरावती आएगे प्यारेवाले
अमरावती/दि. 7- काम में उदासीनता, शासन के विरोध में वक्तव्य और प्रशासकीय कामकाज में असयोग की भूमिका रहने का आरोप करते हुए सोमवार को मनपा आयुक्त देवीदास पवार ने उपायुक्त (सामान्य प्रशासन) जुम्मा प्यारेवाले को पद से हटाने के आदेश जारी किए थे और आनन-फानन में उनका प्रभार उपायुक्त डॉ. मेघना वासनकर को सौंप दिया. तबसे जुम्मा प्यारेवाले के कक्ष को ताला हैं. लेकिन इस आदेश के विरोध में उपायुक्त ने मंगलवार को महाराष्ट्र प्रशासकीय लवाद (मैट) में चुनौती दी. न्यायालय ने आयुक्त के आदेश को स्थगनादेश दिया है, लेकिन मनपा आयुक्त का कहना है कि, उन्हें इस संबंध में कोई आदेश प्राप्त नहीं हुआ हैं. ‘मैट’ ने प्रकरण की सुनवाई होने तक स्थगनादेश नहीं बल्कि ‘स्टेटस-को’ दिया हैं. इस कारण मामला ‘जैसे थे’ अवस्था में रहेगा. उपायुक्त प्यारेवाले के मामले पर विवाद बढने की संभावना दिखाई दे रही है.
उपायुक्त प्यारेवाले ने 6 फरवरी को मैट में आयुक्त के आदेश के विरोध में अर्जी क्रमांक 105/2024 प्रस्तुत की थी. प्यारेवाले के मुताबिक इस अर्जी पर सुनवाई करते हुए आयुक्त देवीदास पवार के कार्यमुक्ति के आदेश प्राथमिक दृष्टि से नियमानुसार न रहने के कारण मैट ने ‘जैसे थे’ का आदेश कायम रखा है. परिणाम स्वरुप ‘मैट’ के आदेश के मुताबिक उपायुक्त जुम्मा प्यारेवाले पद पर कार्यरत रहने वाले हैं और वे कल आकर अपना पदभार संभालेंगे, ऐसा उन्होंने अमरावती मंडल से बातचीत करते हुए कहा. लेकिन इस मामले में जब मनपा आयुक्त देवीदास पवार से बातचीत की गई तो उनका कहनान था कि, उन्होने उपायुक्त जुम्मा प्यारेवाले को कार्यमुक्ति के आदेश देने की कार्रवाई पूर्ण करने के बाद उनका प्रभार उपायुक्त डॉ. मेघना वासनकर को सौंप दिया है और वे काम कर रही है. उन्हें स्थगनादेश के कोई आदेश प्राप्त नहीं हुए है. मैट ने कार्रवाई के बाद उपायुक्त (प्यारेवाले) द्वारा चुनौती दिए जाने पर ‘स्टेटस-को’ दिया है. इस कारण स्थिति ‘जैसे थेे’ अवस्था में आगामी सुनवाई तक रहेगी. आगामी सुनवाई 20 फरवरी को है. इस कारण 20 फरवरी तक अवस्था ‘जैसे थेे’ रहेगी. यदि उपायुक्त महोदय स्थगनादेश लेकर आए तो कक्ष का ताला खुल जाएगा. कुल मिलाकर इस प्रकरण में जुम्मा प्यारेवाले का कहना है कि, मनपा आयुक्त के आदेश पर उन्हें स्थगनादेश मिला है. लेकिन आयुक्त का कहना है कि, उनकी कार्रवाई पर यह आदेश नहीं है. वह कार्यमुक्ति के बाद मैट में गए हैं और मैट ने उन्हें आगामी सुनवाई तक ‘जैसे थेे’ रहने कहा हैं.

* कार्रवाई को स्थगनादेश
शासन ने उपायुक्त पद पर नियुक्ति की है. प्रभारी आयुक्त को इस तरह की कार्यमुक्ती की कार्रवाई करने का अधिकार नहीं है. कार्यरत रहते कक्ष को ताला लगाने बाबत शासन को अवगत कराया गया है. आयुक्त की तरफ से 2 दफा कारण बताओं नोटिस मिली है. उनके आरोप गलत है, उनकी नोटिस का जवाब भी दिया है. कार्यमुक्ती के आदेश के विरोध में मैट में गुहार लगाई है. आयुक्त के आदेश को स्थगनादेश मिला है. इस पर 20 फरवरी को आगे की सुनवाई होगी.
– जुम्मा प्यारेवाले, उपायुक्त

* उन्हें कार्यमुक्त कर दिया
मनपा उपायुक्त जुम्मा प्यारेवाले सोमवार को कार्यमुक्त कर दिया हैं. उनका प्रभार डॉ. मेघना वासनकर को सौंपा गया है. इस कारण कक्ष को ताला हैं. यदि उन्हें स्थगनादेश मिला है, तो वे आकर उसे खोलेगे और पदभार संभालेंगे.
– देवीदास पवार, आयुक्त, मनप

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