अमरावती

नये अपराधियों ने बढाया शहर पुलिस का सिरदर्द

लॉकडाउन के दौरान शहर में हुए 7 मर्डर

  • पुलिस रख रही सभी अपराधियों पर कडी नजर

अमरावती/दि.22 – शहर पुलिस आयुक्तालय अंतर्गत इस समय अपराधों का आलेख कुछ कम दिखाई दे रहा है. किंतु पुलिस के रिकॉर्ड पर रहनेवाले अपराधियों की सूची में अब कुछ नये अपराधियों के नाम भी जुड रहे है. जिनकी वजह से अब शहर पुलिस का सिरदर्द बढ रहा है. विगत पांच माह के दौरान अमरावती शहर में हत्या की 7 वारदातें घटित हुई. हालांकि सभी मामलों में पुलिस ने तत्काल आरोपियों को गिरफ्तार करते हुए इन मामलों को हल कर दिया. वहीं इन दिनों शहर में चोरी और सेंधमारी की घटनाओं में भी काफी इजाफा देखा जा रहा है. जिसमें पुलिस के रिकॉर्ड पर नहीं रहनेवाले नये-नये अपराधियों की संलिप्तता सामने आयी है.
बता दें कि, विगत दो माह के दौरान राजापेठ पुलिस थाना क्षेत्र में हत्या की 2 वारदातें घटित हुई. जिसमें से एक मामले में एक हिस्ट्रीशिटर को उसके ही पुराने दोस्तों ने पत्थरों से कुचलकर मार डाला. इसके अलावा इन दिनों साईबर क्राईम से संबंधित मामलों में भी अच्छाखासा इजाफा देखा जा रहा है. जिसमें अन्य प्रांतों में बैठे ऑनलाईन ठगबाजों द्वारा लाखों रूपयों की ठगी की जाती है. साथ ही साथ इन दिनों चोरी व सेंधमारी जैसी घटनाओं में भी अन्य जिलों के अपराधियों का सहभाग रहने की जानकारी सामने आयी है.
अमरावती शहर में 1 जनवरी से 31 मई के दौरान पांच माह में चोरी की 311 वारदातें घटित हुई. जिसमें से केवल 72 मामलों को सुलझाया जा सका. इसी दौरान सेंधमारी की 80 घटनाएं उजागर हुई. जिसमें से केवल 15 मामलों को हल करने में पुलिस सफल रही. इन पांच माह के दौरान शहर में जहां पांच हत्याएं हुई, वहीं हत्या का प्रयास करने की 15 घटनाएं घटित हुई और एक डाका भी पडा.
शहर में कानून व व्यवस्था की स्थिति को बनाये रखने तथा अपराधियों की नकेल कसने हेतु हाल ही में शहर पुलिस आयुक्त डॉ. आरती सिंह ने कई अपराधियों को तडीपार किया और कुछ अपराधियों के खिलाफ एमपीडीए कानून अंतर्गत कार्रवाई की गई. जिसकी वजह से शहर में रहनेवाले अपराधियों पर कुछ हद तक नियंत्रण पाया जा सका है. इसके अलावा शहर में संगठित अपराध न बढे, इस हेतु विशेष पथक तैयार किये गये है.

अपराध जगत में क्यों आये नये चेहरे?

– अपराध जगत में नये चेहरे अक्सर बुरी संगत की वजह से आते है और कुछ लोग फटाफट पैसे कमाने के लिए इस ओर मुडते है.
– किशोरावस्था में रहनेवाले बच्चों को योग्य मार्गदर्शन नहीं मिलने पर उन्हें अच्छे-बुरे का फर्क नहीं पता चलता. जिसकी वजह से वे अल्पवयीन रहने के दौरान ही अपराध करने लगते है. शहर में घटित हत्या की कई वारदातों में अल्पवयीन आरोपियों का समावेश पाया गया है.
– कई युवा अपने शौक पुरे करने के लिए वाहन चोरी, सेंधमारी व लूटपाट जैसे अपराध करते है.

शहर में संगठित अपराध नहीं है. विगत पांच माह के दौरान अलग-अलग कारणों के चलते हत्या की पांच वारदाते घटित हुई. जिसमें एक हिस्ट्रीशिटर की भी हत्या हुई. सभी मामलों की गुत्थियों को सुलझाते हुए आरोपियों को पकड लिया गया है. साथ ही सेंधमारी करनेवाली टोली को भी हमने गिरफ्तार किया है. सभी पेशेवर अपराधियों पर हमारी कडी नजर है. इसमें से कई अपराधियों को हमने तडीपार किया है और कई अपराधियों के खिलाफ एमपीडीए की कार्रवाई की गई है. जिससे अपराधों में निश्चित तौर पर कमी आयी है.
– आरती सिंह
पुलिस आयुक्त, अमरावती

शहर में अपराधों का आलेख

अपराध 2019 2020 2021(मई माह तक)
हत्या 26 24 07
हत्या का प्रयास 60 67 15
चोरी 876 844 311
सेंधमारी 176 224 80
डाका 07 01 01

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