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किराणा दुकानदारों पर नया संकट

घर पहुंच सेवा देनेवाले क्विक कॉमर्स की ओर रुझान

* देश में 10 करोड रिटेलर्स
* त्यौहार का सीजन शुरु
अमरावती/दि. 22 – त्यौहारो का सीजन आरंभ हो गया है. ऐसे में हमारे नुक्कड के किराणा दुकानदारों पर सुपर मार्केट के बाद अब क्विक कॉमर्स कंपनियों की घर पहुंच सेवा नई मुसीबत बन रही है. यह कंपनियां सामान्य दुकानों से 10 प्रतिशत कम कीमत पर घर बैठे वस्तुएं पहुंचा रही है. जिससे देशभर में 10 करोड रिटेलर्स का व्यवसाय दिक्कत में आने की आशंका जताई गई है. अमरावती में कई दुकानदारों से बात करने पर उन्होंने स्वीकार किया कि, 10 मिनट में होम डिलीवरी और रेट में 10-15 प्रतिशत के अंतर से लोगों का रुझान इन कंपनियों की ओर बढा है.
* पहले ही सुपर मार्केट ने किया प्रभावित
छोटेे-बडे राशन व्यवसायी को पहले ही ई-कॉमर्स कंपनियों के बडे मॉल स्थित सुपर मार्केट ने खासा प्रभावित कर रखा है. सुपर मार्केट से खरीदी करनेवालों की संख्या लगातार बढ रही है. अब क्विक कॉमर्स कंपनियां झेक्टो, बीबी नाऊ, इंस्टा मार्ट, ब्लिंक इट आदि सहित लोकल लेवल की कुछ कंपनियां ग्राहकों को लुभा रही है. घर बैठे माल देने के अलावा 10 से 15 प्रतिशत रियायत दी जा रही है.
* छोटे व्यापारी दिक्कत में
देश में किराणा माल सहित छोटे दुकानदारों की संख्या 10 करोड से अधिक है. उनमें 1 करोड 20 लाख किराणा दुकानदार है. जिनका वार्षिक कारोबार 800 अरब डॉलर के आसपास है. उसमें 80 अरब डॉलर का व्यवसाय होम डिलीवरी सेवा देकर किया जा रहा है. ई-कॉमर्स को टक्कर देने सरकार ने ओपन नेटवर्क फॉर डिजीटल कॉमर्स शुरु किया. जिसमें 13 लाख दुकान पंजीबद्ध होने की जानकारी सूत्रों ने दी.
* दलाली कम, रेट कम
परिवार चलाने और आमदनी बढाने के लिए देश में किराणा दुकान संचालित करनेवालों की संख्या काफी है. कई परिवारों के पूरे माह का राशन एक निर्धारित दुकान से आता है. इन दुकानदारों को ई-कॉमर्स कंपनियों ने पहले झटका दिया. बडे विशाल मार्ट में सस्ती रेट में चिजे देना शुरु की. सीधे कंपनियों से माल आने के कारण दलाली कम देनी पडी. जिससे उनके रेट कम हो गए. बडी छूट देना इन सुपर मार्केट के लिए सहज संभव है. ऐसे में छोटे दुकानदार दिक्कत में आने का अंदेशा है. उनका कहना है कि, होम डिलीवरी के कारण ग्राहकों का रुझान तेजी से बढ रहा है. जबकि उनकी सीमित मार्जिन के कारण वें होम डिलीवरी देने में असमर्थ है.
* किराणा दुकानदारों पर मंदी
पिछले वर्ष से चला घर पहुंच सेवा का चलन छोटे दुकानदारों के लिए बडी मुसीबत बन जाने का दावा वह कर रहे है. उनका कहना है कि, 1 करोड से अधिक छोटे किराणा दुकानदारों को मंदी का मुकाबला करना पडा. इसी दौरान ई-कॉमर्स कंपनियों ने 5 और 10 किलो के पैकेट में किराणा माल देना शुरु कर दिया. एक प्रमुख व्यवसाय विशेषज्ञ ने बताया कि, क्विक कॉमर्स कंपनियों का बिझनेस प्रत्येक तिमाही में 100 प्रतिशत बढ रहा है.

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