अमरावती/दि.1 – पिछले दो सप्ताह से बारिश थम गई है. बारिश के अभाव में फसलों की कवली पत्तियों पर खुरपडी रोग का प्रादुर्भाव बढ रहा है. जिन किसानों के पास सिंचाई की सुुविधा उपलब्ध है वे अपने खेतों में सिंचाई कर रहे है. जिले में 10 जून से मानसून का आगमन हुआ था. किंतु शुरु-शुरु में बारिश हुई उसके पश्चात पिछले महीने भर से बारिश नहीं हुई. पिछले महीनेभर में सिर्फ दो ही दिन बारिश दर्ज की गई.
जिले में इस साल खरीफ के सीजन में 6,98,796 हेक्टर बुआई क्षेत्र है. इसकी तुलना में फिलहाल 4,14,992 हेक्टर जमीन पर ही बुआई हुई है. जिसमें संपूर्ण जिले में 59.39 फीसदी बुआई हुई है. बारिश रुकने की वजह से सोयाबीन की बुआई पिछड गई थी. मृग नक्षत्र में किसानों ने उत्साह के साथ बुआई की शुरुआत की थी वह अब बारिश रुक जाने की वजह से फसलों पर रोगों का प्रादुर्भाव बढ रहा है.
कृषि विभाग की रिपोर्ट के अनुसार धारणी तहसील में 23,947, चिखलदरा 10,826, अमरावती 42.291, भातकुली 15,360, नांदगांव खंडेश्वर 53,661, चांदूर रेल्वे 28,796, तिवसा 35,893, मोर्शी 43,073, वरुड 26,614, दर्यापुर 12,233, अंजनगांव सुर्जी 23,735, अचलपुर 21,556, चांदूर बाजार 26,240, धामणगांव रेल्वे तहसील में 50,763 हेक्टर जमीन पर बुआई पूर्ण हो चुकी है.
जिले में बुआई की स्थिति
698796 हेक्टर क्षेत्र में से 414992 हेक्टर क्षेत्र में बुआई
कपास – 1,49,582 हेक्टर
सोयाबीन – 1,69,943 हेक्टर
तुअर – 75,115 हेक्टर