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विद्यार्थियों को 6-6 फीट के अंतर पर बिठाया जायेगा
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सभी शिक्षकोें के लिए कोविड टेस्ट की गई अनिवार्य
अमरावती/दि.21 – राज्य के शालेय शिक्षा विभाग द्वारा 5 वीं से 8 वीं की कक्षाओं को आगामी 27 जनवरी से शुरू करने का निर्णय लिया गया है. जिसके लिए जिला स्तर पर जोरदार तैयारियां शुरू की गई है और प्राथमिक शिक्षा विभाग ने शालाओं को नई नियमावली भेजी है. जिसमें कहा गया है कि, कक्षा 5 वीं से 8 वीं हेतु शालाएं सुबह 10 से दोपहर 2 बजे तक शुरू रहेंगी. साथ ही कक्षाओं के भीतर दो विद्याथिर्र्यों में 6-6 फीट का अंतर रखा जायेगा. इसके अलावा सभी शिक्षकोें को अनिवार्य तौर पर अपनी कोविड टेस्ट करानी होगी.
जानकारी के मुताबिक जिला परिषद के प्राथमिक शिक्षा विभाग द्वारा 27 जनवरी से पहले 5 वीं से 8 वीं की कक्षाओं को शुरू करने के संदर्भ में पूर्व तैयारी के तौर पर शाला संचालकों और मुख्याध्यापकों को गाईडलाईन का नया पत्र जारी किया गया है. जिसमें कोरोना के संक्रमण को रोकने तथा विद्यार्थियों की ओर विशेष ध्यान देने के साथ ही आवश्यक वस्तु व साहित्य खरीदने के संदर्भ में भी दिशानिर्देश जारी किये गये है. इसमें सभी विद्यार्थियोें हेतु मास्क खरीदने का निर्देश देने के साथ ही कहा गया है कि, 5 वीं से 8 वीं की कक्षाओें में पढानेवाले सभी शिक्षकोें को अपनी कोविड टेस्ट अनिवार्य तौर पर करवानी होगी तथा इसकी रिपोर्ट शाला व्यवस्थापन व मुख्याध्यापक के पास प्रस्तुत करनी होगी. साथ ही शाला व कक्षा में सभी विद्यार्थियों व शिक्षकों को अनिवार्य तौर पर मास्क का प्रयोग करना होगा. इसमें किसी को भी किसी भी तरह की छूट नहीं दी जायेगी.
समग्र शिक्षा अभियान से साहित्य खरीदी
शालाओें हेतु आवश्यक रहनेवाले थर्मल गन, ऑक्सिमीटर, सैनिटाईजर, मास्क व साबुण आदि की खरीदी समग्र शिक्षा अभियान से ही करनी होगी. साथ ही कक्षाओं में सैनिटाईजेशन करने हेतु लगनेवाली कीटनाशक दवाईयां ग्रामपंचायतों व शालाओं को अपने स्तर पर खरीदनी होगी.
‘झिग-झैग’ पध्दति से होगी आसन व्यवस्था
कक्षाओं में सभी विद्यार्थियोें को झिग-झैग पध्दति से बिठाया जायेगा. साथ ही दो विद्यार्थियों के बीच कम से कम 6 फीट का अंतर भी रखा जायेगा. इसके अलावा कक्षाओं में विद्यार्थियोें के बैठने का स्थान निश्चित होने के बाद उसमें किसी तरह का कोई बदलाव नहीं किया जायेगा.
– विद्यार्थियों को शाला में भेजने हेतु पालकों का सहमति पत्र आवश्यक.
– कक्षा में अंग्रेजी, गणित व विज्ञान विषयों की होगी पढाई.
– अन्य विषय ऑनलाईन पध्दति से पढाये जायेंगे.
– एक समय में अधिकतम 50 फीसदी विद्यार्थियोें की होगी उपस्थिति.
– न्यूनतम तीन व अधिकतम चार घंटे चलेगी शालाएं.
– शालाओं में सभी विद्यार्थियों को एक ही स्थान पर जमघट नहीं करने दिया जायेगा.
– सामुहिक प्रार्थना नहीं होेगी, ताकि भीडभाड न हो.
– विद्यार्थियों को आपस में कॉपी-किताब व पेन की लेन-देन करने की अनुमति नहीं होगी.