सिंभोरा बांध से अमरावती शहर तक डाली जाएगी नई पाइप लाइन
अमृत-2 योजना के तहत 985.49 करोड के प्रस्ताव को राज्य ने दी तांत्रिक मंजूरी
* मुख्य सचिव के अध्यक्षतावाली शिखर परिषद ने दी मान्यता, विधायक सुलभा खोडके के प्रयास रहे सफल
अमरावती /दि.11– मोर्शी के निकट स्थित सिंभोरा बांध से अमरावती शहर तक जलापूर्ति करने हेतु फिलहाल अस्तित्व में रहने वाली पाइप लाइन कालबाह्य हो चुकी है तथा इसमें आये दिन लिकेज होने व पाइप लाइन के टूटने जैसी दिक्कतें होती रहती है. ऐसे में अमरावती शहर की मौजूदा जरुरतों को पूरा करने के साथ ही भविष्य की जरुरतों को ध्यान में रखते हुए अभी से ही नियोजन करने के लिए मौजूदा पाइप लाइन के समांतर नई पाइप लाइन डाले जाने का प्रस्ताव स्थानीय विधायक सुलभा खोडके द्वारा अमृत योजना-2 के तहत राज्य सरकार के समक्ष प्रस्तूत किया गया था. 985.49 करोड रुपए के इस प्रस्ताव को राज्य सरकार द्वारा पहले ही स्वीकार करते हुए इस प्रस्ताव को मंजूरी हेतु केंद्र सरकार के पास भेजा गया था. वहीं अब गत रोज इस मुद्दे को लेकर विचार विमर्श करने हेतु मुख्य सचिव की अध्यक्षता के तहत हुई शिखर परिषद में इस प्रस्ताव को तांत्रिक मंजूरी दे दी गई है. साथ ही यह उम्मीद भी जतायी जा रही है कि, आगामी एक माह के भीतर केंद्र सरकार द्वारा इस प्रस्ताव को अपनी मंजूरी दे दी जाएगी. जिसके बाद केंद्र व राज्य सरकार की भागीदारिता के तहत सिंभोरा से अमरावती तक लगभग 55 किमी लंबी जलापूर्ति पाइप लाइन डालने का काम शुरु किया जाएगा.
इस संदर्भ में जानकारी देते हुए स्थानीय विधायक सुलभा खोडके ने बताया कि, फिलहाल सिंभोरा बांध से अमरावती तक डाली गई भूमिगत गुरुत्ववाहिनी 25 साल से भी अधिक पुरानी हो चुकी है. साथ ही यह पाइप लाइन अब कालबाह्य होकर जगह-जगह से काफी हद तक कमजोर भी हो गई है. ऐसे में कई बार यह पाइप लाइन पानी के तेज बहाव और दबाव को सहन नहीं कर पाती. जिसकी वजह से आये दिन पाइप लाइन में लिकेज होने या पाइप लाइन के फूटने जैसी घटनाएं घटित होती है. साथ ही इसकी वजह से कुछ दिनों के लिए जलापूर्ति बंद रखनी पडती है. जिससे आम लोगों को काफी परेशानियों व दिक्कतों का सामना करना पडता है. ऐसे में पुरानी पाइप लाइन को यथावत रखते हुए उसके समांतर नई पाइप लाइन डाले जाने की मांग विगत लंबे समय से की जा रही थी. साथ ही इसी मांग के मद्देनजर अमृत योजना-2 के तहत 985.49 करोड रुपए की लागत वाला प्रस्ताव जीवन प्राधिकरण के जरिए राज्य सरकार के समक्ष प्रस्तूत किया गया है. साथ ही इसे मंजूरी दिलाने हेतु राज्य के उपमुख्यमंत्री तथा वित्त व नियोजन मंत्री अजित पवार से सतत संपर्क बनाए रखते हुए आवश्यक ेप्रयास भी किये गये. जिसके चलते इस प्रस्ताव को राज्य सरकार के स्तर पर स्वीकार करते हुए इससे पहले ही अंतिम मान्यता व मंजूरी के लिए केंद्र सरकार के पास भेजा जा चुका है. वहीं अब इस प्रस्ताव को मुख्य सचिव की अध्यक्षतावाली शिखर परिषद ने भी अपनी तांत्रिक मंजूरी दे दी है.
विधायक सुलभा खोडके ने बताया कि, सिंभोरा बांध से अमरावती शहर को जलापूर्ति करने हेतु करीब 3 दशक पहले सिंभोरा से नेरपिंगलाई तक लोहे की और नेरपिंगलाई से अमरावती स्थित जलशुद्धिकरण केंद्र तक सिमेंट की भूमिगत पाइप लाइन डाली गई थी. जो गुजरते वक्त के साथ कालबाह्य हो गई है. विशेष तौर पर नेर पिंगलाई से अमरावती तक डाली गई सिमेंट पाइप लाइन इतने वर्ष तक पानी का तेज बहाव व दबाव झेलते हुए काफी कमजोर हो गई है तथा अब जरा भी दबाव बढने पर इस पाइप लाइन में दरार पडने का खतरा बन जाता है. इसकी वजह से सिंभोरा बांध में भरपूर पानी रहने के बावजूद भी पूरी क्षमता के साथ जलापूर्ति करना संभव नहीं हो पाता. ऐसे में पुरानी पाइप लाइन को बदलने का लंबे समय से विचार चल रहा था. जिसे लेकर उन्होंने यह प्रस्ताव रखा था कि, पुरानी पाइप लाइन को ही बार-बार दुरुस्त करने पर पैसा खर्च करने की बजाय वर्ष 2055 तक अमरावती शहर की जरुरतों को ध्यान में रखते हुए अभी से नियोजन किया जाएगा और उस लिहाज से मौजूदा पाइप लाइन के समांतर ‘माईल्ड स्ट्रील’ से निर्मित नई पाइप लाइन डाली जाये, ताकि जलापूर्ति में आये दिन होने वाली दिक्कत को दूर किया जा सके. साथ ही साथ अमरावती शहरवासियों को पर्याप्त जलापूर्ति की सुविधा उपलब्ध कराई जा सके. इस हेतु अमृत-2 योजना के तहत 985.49 करोड रुपयों का प्रस्ताव जीवन प्राधिकरण के जरिए तैयार करते हुए राज्य एवं केंद्र सरकार को भिजवाया गया था. जिसे राज्य सरकार द्वारा स्वीकार करने के साथ ही राज्य के मुख्य सचिव की अध्यक्षतावाली शिखर परिषद ने अपनी तांत्रिक मंजूरी दे दी है. ऐसे में अब केंद्र सरकार से मंजूरी मिलने की प्रतिक्षा की जा रही है. जिसके मिलते ही सिंभोरा से अमरावती तक नई पाइप लाइन डालने हेतु तमाम आवश्यक प्रक्रिया शुरु कर दी जाएंगी.
* चित्रा चौक-नागपुरी गेट उडानपुल के काम को मिलेगी गति, 6 माह में फ्लाय ओवर होगा शुरु
इसके साथ ही विधायक सुलभा खोडके ने यह भी बताया कि, चित्रा चौक से नागपुरी गेट होते हुए पठान चौक व वलगांव रोड की ओर जाने वाले उडानपुल का निर्माण विगत कुछ समय से निधि का अभाव रहने के चलते बंद पडा है. इस उडानपुल का काम शुरु करते समय अनुमान जताया गया था कि, यह काम 7 करोड रुपए में पूरा हो जाएगा. परंतु निर्माण साहित के बढते दाम व जीएसटी की दरों को इस 60 करोड रुपए में ग्राह्य नहीं माना गया था. जिसके चलते काम ओवर बजट चला गया और निधि खत्म हो जाने की वजह से काम अधर में भी लटक गया था. ऐसे में उन्होंने अपने स्तर पर प्रयास करते हुए राज्य के वित्त व नियोजन मंत्री अजित पवार को इस समस्या से अवगत कराया था. जिसके चलते डेप्यूटी सीएम व वित्त मंत्री अजित पवार ने इस फ्लाय ओवर के शेष निर्माणकार्य को पूरा करने हेतु 10 करोड रुपए की अतिरिक्त निधि को मंजूरी दी है. ऐसे में अब इस फ्लाय ओवर का काम एक बार फिर शुरु कर दिया जाएगा तथा आगामी 6 माह के भीतर इस काम को पूरा करते हुए फ्लाय ओवर को आम लोगों की आवाजाही के लिए खोल दिया जाएगा.
* 30 करोड रुपयों की निधि से होगा 2 सडकों का निर्माण
इसके साथ ही विधायक सुलभा खोडके ने बताया कि, शेगांव चौक के आंबेडकर पुतला से रहाटगांव रोड तक रास्ते के कांक्रिटीकरण हेतु 10 करोड रुपए तथा राजपूत ढाबा से वलगांव चौक तक सडक निर्माण हेतु 20 करोड रुपए की भी मंजूरी राज्य सरकार द्वारा दी गई है. 30 करोड रुपए की इस निधि से जल्द ही इन दोनों सडकों का निर्माणकार्य शुरु किया जाएगा.
* डफरीन अस्पताल में फर्निचर हेतु 15 करोड रुपए
जिला स्त्री अस्पताल को पूरी तरह से रुग्णसेवी हेतु तैयार व सुसज्जित करने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जाहीर करते हुए विधायक सुलभा खोडके ने कहा कि, उनके द्वारा किये गये प्रयासों के चलते जिला स्त्री अस्पताल ने 200 बेड की क्षमतावाली नई इमारत बनकर तैयार हो चुकी है. जहां पर विद्युतीकरण का काम भी लगभग पूरा हो चुका है. साथ ही अब इस अस्पताल में तमाम आवश्यक फर्निचर उपलब्ध कराये जाने की जरुरत है. जिसके चलते उन्होंने राज्य सरकार एवं वित्तमंत्री अजित पवार से 15 करोड रुपए की निधि मांगी थी. इस मांग को भी राज्य सरकार व वित्तमंत्री अजित पवार द्वारा बजट में मंजूरी दी गई है. ऐसे में अब जल्द ही डफरीन अस्पताल में तमाम आवश्यक फर्निचर उपलब्ध कराया जाएगा.
* स्थानीय विधायक निधि से चल रहा शहर में सौंदर्यीकरण
इसके अलावा विधायक सुलभा खोडके ने यह भी बताया कि, इन दिनों शहर के विभिन्न चौराहों व रास्तें का व्यापक स्तर पर सौंदर्यीकरण किया जा रहा है. जिसके चलते उन्होंन स्थानीय स्तर पर अपनी विधायक निधि से रकम उपलब्ध करवाई है. इसके तहत गाडगे नगर से पंचवटी चौक होते हुए जिला स्टेडियम व गर्ल्स हाईस्कूल चौक की ओर जाने वाले फ्लाय ओवर को वारली पेंटींग से सजाया जा रहा है. जिसके बाद इर्विन चौक से राजापेठ पुलिस स्टेशन की ओर जाने वाले फ्लाय ओवर का भी सौंदर्यीकरण किया जाएगा. साथ ही रेल्वे स्टेशन चौक से राजकमल व जयस्तंभ की ओर जाने वाले रेल्वे ओवर ब्रिज के क्षतिग्रस्त हिस्सों की मरम्मत करते हुए रेल्वे पुलिया की रंगाई पुताई की गई है और रेल्वे पुलिस पर कलात्मक डिझाइन वाले स्ट्रीट लैम्प लगवाने का काम किया जा रहा है. इसके अलावा शहर में जगह-जगह स्ट्रीट लाइट पोल पर तिरंगी एलईडी लाईट लगाई गई है तथा राजकमल चौक पर रोड डिवाइडर के बीचोबीच प्लास्टिक से बना नारियल का पेड लगाया गया है.जिसके आसपास रात के समय रोशनाई की जाती है. इसी तर्ज पर बहुत जल्द शहर के अन्य रास्तों व चौराहों का भी सौंदर्यीकरण किया जाएगा.