चांदूर रेल्वे/दि.18 – संपूर्ण देशभर में सुप्रसिद्ध तहसील स्थित सांवगा विठोबा यहां श्री कृष्णाजी अवधूत महाराज मंदिर संस्थान में हर साल दशहरा पर्व के उपलक्ष्य में ध्वज की खोल बदली जाती है. जिसमें 72 फुट ऊंचाई की ध्वजा बगैर पैर का स्पर्श करे बदलने का कार्य विधिवत समारोह का आयोजन कर किया जाता है. दशहरे के दिन सुबह से ही भाविकों की भीड मंदिर परिसर में जमा हो जाती है. अवधूत महाराज की समाधी का दर्शन लेने के पश्चात कपूर जलाकर श्रद्धा व्यक्त की जाती है. दशहरे के दिन सुबह मंदिर व्यवस्थापकों व्दारा केशर, अष्टगंध, दही, दूध, शहद, घी का मिश्रण कर समाधी का स्नान करवाया गया. उसके पश्चात महाआरती की गई.
इस समय सामुहिक अवधूती भजन भी प्रस्तुत किए जाते है. इस अवसर पर मंदिर संस्थान समिति अध्यक्ष वामन रामटेके, उपाध्यक्ष कृपासागर राउत, सचिव गोविंद राठोड, विश्वस्त हरिदास सोनवाल, विनायक पाटिल, दिगंबर राठोड, पूंजाराम नेमाडे, अनिल बेलसरे, फूलसिंग राठोड, विश्वास रामटेके, वैभव मानकर, स्वप्नील चौधरी उपस्थित थे.
72 फुट ऊंचे ध्वज को चढाई नई खोल
हर साल दशहरा पर्व के अवसर पर कृष्णाजी अवधूत महाराज मंदिर संस्थान में 72 फुट ऊंचे ध्वज की नई खोल चढाई जाती है. अनेको सालों से यह प्रथा चली आ रही है. दशहरे के दिन अवधूत भक्त चरणदास कांडलकर ने प्रथम स्नान कर नए वस्त्र परिधान किए. उसके पश्चात समाधी का दर्शन लिया और 11 बजे मंदिर परिसर में स्थित ध्वज को नई खोल चढाई. इस दृश्य को देखने हेतु भाविकों की भीड उमड पडी.