अमरावती

विद्यापीठ में अब पुनर्मूल्यांकन हेतु नया सॉफ्टवेअर

कुलगुरू गठित करेंगे समिती

  • ऑनलाईन मिलेगी उत्तर पुस्तिकाओं की प्रतिलिपी

अमरावती/प्रतिनिधिदि.२३विद्यापीठ अनुदान आयोग के मार्गदर्शक निर्देशों के अनुसार महाविद्यालयों व विद्यापीठों का कामकाज ऑनलाईन व पेपरलेस होना अपेक्षित है. जिसके मद्देनजर संत गाडगेबाबा अमरावती विद्यापीठ ने पुनर्मूल्यांकन के कामों हेतु नया सॉफ्टवेअर विकसित करने का निर्णय लिया है और अब भविष्य में विद्यार्थियों को पुनर्मूल्यांकन हेतु उनकी उत्तर पुस्तिकाओं की फोटो कॉपी ऑनलाईन मिलेगी. जिसके चलते उन्हें इस काम हेतु विद्यापीठ में आने की जरूरत नहीं रहेगी.
कुलगुरू डॉ. मुरलीधर चांदेकर के निर्देशानुसार नये सॉफ्टवेअर हेतु एक समिती गठित की जायेगी. संगाबा अमरावती विद्यापीठ द्वारा अब तक परीक्षा आवेदन, नामांकन आवेदन, अंक पत्रिका, परीक्षा हॉल टिकट, प्रिंटर से सेंटर पेपर, पीएचडी वायवा, नोटिफिकेशन तथा परीक्षकों की रिपोर्ट जैसे परीक्षा संबंधी कामों को ऑनलाईन कर दिया है. वहीं अब आनेवाले समय में पुनर्मूल्यांकन हेतु उत्तर पुस्तिका व उत्तरपुस्तिकाओं की फोटो कॉपी ऑनलाईन दी जायेगी. इस हेतु पेमेंट गेटवे की सुविधा भी रहेगी. इससे पहले प्रत्येक परीक्षा में पुनर्मूल्यांकन के लिए उत्तर पुस्तिका प्राप्त करने हेतु 30 से 40 हजार विद्यार्थी आवेदन करते है. वहीं उत्तर पुस्तिकाओं की फोटो कॉपी के लिए करीब 5 हजार आवेदन आते है. लेकिन नया सॉफ्टवेअर आने के बाद अब विद्यार्थियों को घर बैठे उत्तर पुस्तिकाएं और उत्तर पुस्तिकाओं की प्रतिलिपी मिलेगी.

  • परीक्षा परिणाम के बाद भीडभाड घटेगी

परीक्षाओं के परिणाम घोषित होते ही अनुत्तीर्ण रहनेवाले विद्यार्थी पुनर्मूल्यांकन के लिए विद्यापीठ में भीडभाड करते है. यह हमेशा का अनुभव है. लेकिन अब पुनर्मूल्यांकन हेतु उत्तर पुस्तिका व उत्तर पुस्तिका की कॉपी ऑनलाईन मिला करेगी. ऐसे में विद्यार्थियों को विद्यापीठ आने की जरूरत ही नहीं रहेगी, बल्कि उन्हें ई-मेल के जरिये उनके मोबाईल पर ही ऑनलाईन उत्तर पुस्तिका व उसकी फोटो कॉपी उपलब्ध होगी. इससे विद्यार्थियों का विद्यापीठ आने-जाने में लगनेवाला पैसा व श्रम बचेगा. साथ ही विद्यापीठ में पुनर्मूल्यांकन हेतु आनेवाले विद्यार्थियोें की भीड कम होगी.

यूजीसी की गाईडलाईन के अनुसार परीक्षा विभाग का कामकाज लगभग पूरी तरह से ऑनलाईन हो गया है. आगामी समय में पुनर्मूल्यांकन के लिए नया सॉफ्टवेयर विकसित हो जायेगा. जिसके लिए विशेषज्ञों की टीम गठित की गई है. ऐसे में अब पुनर्मूल्यांकन हेतु उत्तर पत्रिका व उसकी फोटो कॉपी ऑनलाईन दी जा सकेगी.
– प्रा. डॉ. हेमंत देशमुख
संचालक, परीक्षा व मूल्यांकन विभाग

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