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नये स्ट्रेन ने बढाया डर, टीकाकरण केंद्रों पर उमडी भीड

संक्रमण की नई लहर को लेकर लोग आशंकित व भयभीत

अमरावती/दि.29-विगत कुछ दिनों से कोविड संक्रमण की रफ्तार सुस्त होते ही लोगों में कोविड प्रतिबंधात्मक टीकाकरण को लेकर भी काफी हद तक लापरवाही व सुस्ताई देखी जा रही थी. किंतु नये स्ट्रेन का खतरा सामने आते ही लोगबाग अब एक बार फिर टीकाकरण कोे लेकर जागरूक हो रहे है तथा टीकाकरण केंद्रों पर जाकर कोविड प्रतिबंधात्मक वैक्सीन के डोज लगवा रहे है. जिसके चलते अब एक बार फिर सभी टीकाकरण केंद्रों पर अच्छी-खासी भीडभाड देखी जाने लगी है. साथ ही शहर के सभी क्षेत्रों के टीकाकरण केंद्रों पर वैक्सीन लगाने का काम बडे जोर-शोर से चल रहा है.
बता दें कि, जारी वर्ष में 16 जनवरी से कोविड प्रतिबंधात्मक टीकाकरण अभियान शुरू किया गया है. जिसके पहले व दूसरे चरण में हेल्थकेयर वर्कर्स व फ्रंटलाईन वर्कर्स के तौर पर स्वास्थ्य, पुलिस एवं सरकारी महकमों के अधिकारियों व कर्मचारियों को कोविड प्रतिबंधात्मक टीके लगाये गये. वहीं बाद में 60 वर्ष से अधिक आयुवाले बुजुर्गों तथा गंभीर बीमारियों से पीडित रहनेवाले 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगोें को टीका लगाये जाने का काम किया गया. जिसके बाद 18 वर्ष से अधिक आयुवाले सभी लोगों को टीका लगाया जाना शुरू किया गया है. चूंकि उस समय कोविड संक्रमण की दूसरी लहर का कहर जारी था. ऐसे में सभी टीकाकरण केंद्रों पर कोविड प्रतिबंधात्मक वैक्सीन लगवाने हेतु लंबी-लंबी कतारें लगा करती थी और वैक्सीन की लगातार आपूर्ति जारी रहने के बाद भी वैक्सीन का स्टॉक कम पड जाया करता था. किंतु विगत कुछ समय से जैसे-जैसे कोविड संक्रमण की रफ्तार सुस्त हुई, वैसे-वैसे लोगबाग इस बीमारी के खतरे को लेकर उदासीन होते चले गये. साथ ही वैक्सीन का भरपूर स्टॉक रहने के बाद भी टीकाकरण केंद्र खाली-खाली दिखाई देने लगे. जबकि इस दौरान प्रशासन द्वारा टीकाकरण की रफ्तार बढाने हेतु महत प्रयास किये जा रहे थे और व्यापक स्तर पर जनजागृति अभियान भी चलाया जा रहा था. जिसका कुछ हद तक फायदा भी हो रहा है. किंतु विगत दो-तीन दिनोें के दौरान जैसे ही यह खबर सामने आयी कि, दक्षिण अफ्रिका में कोविड वायरस का ओमीक्रोम नामक नया स्ट्रेन पाया गया है. जिसका संक्रमण बडी तेजी से फैल रहा है और इस संक्रमण के मद्देनजर दुनिया के कई देशों में कडे प्रतिबंध लागू कर दिये गये है. साथ ही भारत में भी कडे प्रतिबंध लागू किये जाने की तैयारी कर ली गई है. जैसे ही कोविड संक्रमण की पिछली दो लहरों को याद करते हुए लोगों में नये स्ट्रेन की वजह से आनेवाली तीसरी संभावित लहर को लेकर डर व हडकंप व्याप्त हो गया है. साथ ही अब हर कोई अपने आप को इस संक्रमण से सुरक्षित रखने हेतु अपना वैक्सीनेशन करवाना चाह रहा है. जिसके चलते सभी टीकाकरण केंद्रों पर एक बार फिर वैक्सीन का डोज लेने हेतु लोगों की भीडभाड दिखाई देने लगी है. सर्वाधिक उल्लेखनीय यह है कि, कोविड वैक्सीन का पहला डोज लेने के बाद जिन लोगों ने दूसरा डोज लगवाने को लेकर उदासनिता ओढ रखी थी. वे भी अब पूरी तत्परता के साथ टीकाकरण केंद्रों पर पहुंचकर बूस्टर डोज लगवा रहे है. इसके अलावा कोविड वैक्सीन का पहला डोज लगाने को लेकर भी अब तक मुंह फेरकर बैठे लोगबाग स्वयंस्फूर्त रूप से सामने आकर कोविड वैक्सीन का डोज लगवा रहे है और अब शहर के विभिन्न इलाकों में सामाजिक व स्वयंसेवी संगठनों द्वारा खुद होकर आगे आते हुए मनपा प्रशासन के सहयोग से कोविड टीकाकरण शिबिरों का आयोजन किया जा रहा है.

* अगले 15 दिन हैं बेहद महत्वपूर्ण

विशेषज्ञों ने जारी किया अलर्ट
विशेषज्ञों के मुताबिक कोविड वायरस का ओमीक्रोम स्ट्रेन पहले की तुलना में काफी हद तक घातक व संक्रामक रहने का अनुमान है. ऐसे में आगामी 15 दिन बेहद महत्वपूर्ण है. इसी दौरान इस वायरस की क्षमता के बारे में सही आकलन लगाया जा सकेगा. अत: विशेषज्ञों ने सभी को पहले की तुलना में काफी अधिक सतर्क व सावधान रहने हेतु कहा है. जिसके तहत मास्क, सोशल डिस्टंसिंग व सैनिटाईजर के प्रयोग को बेहद अनिवार्य बताया गया है. विशेषज्ञों के मुताबिक इस समय दक्षिण अफ्रिका सहित दुनिया के कई देशोें में ओमीक्रोम स्ट्रेन से संक्रमित मरीज पाये जा रहे है और कोविड वायरस का यह नया स्वरूप इससे पहले पाये गये डेल्टा स्ट्रेन से कुछ अधिक घातक पाया गया है. ऐसे में एक बार फिर पुरी दुनिया पर लॉकडाउन का संकट मंडरा रहा है. विशेषज्ञों के मुताबिक डेल्टा वायरस का म्युटंट रेट केवल दो फिसद था, जबकि ओमीक्रोम वायरस का म्युटंट रेट 10 से 40 फीसद है और इस स्ट्रेन के सामने एंडीबॉडीज व वैक्सीन भी बेअसर साबित हो रहे है. ऐसे में सभी ने अपने आप को इस संक्रमण से बचाये रखने हेतु सावधान व सतर्क रहना चाहिए.

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