आशाओं, आकांक्षाओं व उम्मीदों से भरा होगा नया साल
हर किसी के पास बेहतर से बेहतरीन के लिए अलग-अलग संकल्प
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महामारी से बचाव के साथ ही अमन-चैन व खुशहाली की उम्मीद
अमरावती/दि.1 – वर्ष 2020 की तरह ही वर्ष 2021 का अधिकांश समय कोविड की महामारी से जूझने में निपट गया. जिसकी वजह से विकास कामों का पहिया पूरी तरह से थमा रहा और वर्ष 2021 में सभी ने कोविड संक्रामक महामारी की दूसरी व भीषण लहर का सामना किया. जिसके दौरान बडे पैमाने पर लोगबाग कोविड संक्रमण की चपेट में आये. साथ ही बडी संख्या में लोगों की संक्रमण के चलते जान भी गई. इस दौरान संक्रमितों की संख्या काफी अधिक रहने के चलते संक्रमितों के इलाज हेतु अस्पतालों में ऑक्सिजन तथा बेड की बडे पैमाने पर किल्लत महसूस की गई. ऐसे में जारी वर्ष की पहली छमाही के दौरान अधिकांश समय महामारी से निपटने हेतु किये जानेवाले उपाय योजनाओं में बीत गया. साथ ही इस दौरान लॉकडाउन एवं कडे प्रतिबंधात्मक नियमों की वजह से आम जन-जीवन भी बुरी तरह से अस्त-व्यस्त रहा. वहीं इसके बाद जब संक्रमण की रफ्तार कुछ सुस्त हुई और जन-जीवन पहले की तरह सामान्य पटरी पर लौटना शुरू हुआ, तब नवंबर माह में अमरावती शहर ने जातिय तनाव का दंश झेला. जिसकी वजह से शहर सहित जिले का सामाजिक ताना-बाना कुछ हद तक प्रभावित हुआ. साथ ही इस दौरान जहां पुलिस प्रशासन पूरा समय कानून व व्यवस्था की स्थिति को बनाये रखने में लगा हुआ था, वहीं दूसरी ओर जिला व मनपा प्रशासन द्वारा अपना पूरा ध्यान कोविड टीकाकरण अभियान पर केंद्रीत रखा गया था. ऐसे में शहर सहित जिले का विकास काफी हद तक प्रभावित हुआ. अत: अब आज से शुरू हुए वर्ष 2022 को आशाओं, आकांक्षाओं व उम्मीदों से भरा साल कहा जा सकता है. हालांकि अब भी ओमिक्रॉन वेरियंट का संक्रमण हम सभी के सामने मंडरा रहा है. किंतु समय रहते प्रतिबंधात्मक उपाय लागू करते हुए त्रिसूत्री नियमों का पालन करने के जरिये संक्रमण की तीसरी लहर से बचा जा सकता है, ताकि विकास का पहिया एक बार फिर गतिमान हो सके तथा जीवन के सभी क्षेत्रों में पहले की तरह सामान्य तरीके से कामकाज हो सके, ताकि हर कोई खुशहाल और समृध्द जीवन जी सके.
इस संदर्भ में दैनिक अमरावती मंडल ने विविध क्षेत्रों के गणमान्यों से चर्चा करते हुए नये साल को लेकर उनकी अपेक्षा व संकल्प के बारे में जानना चाहा. उनमें से अधिकांश ने माना कि, वाकई वर्ष 2022 आकांक्षाओं, उम्मीदों व आशाओं से भरा साल होगा और इन आकांक्षाओं व उम्मीदों को पूरा करने हेतु उन्होंने भी कुछ संकल्प लिये है, जिन्हें पूरा करने का हर संभव प्रयास किया जायेगा, ताकि उसका व्यापक स्तर पर प्रभाव हो, एवं सभी के जीवन में इस जरिये कुछ न कुछ सुधार होते हुए सामाजिक स्तर पर समृध्दि व खुशहाली आये.
महिला सक्षमीकरण का संकल्प
राज्य की महिला व बालविकास मंत्री तथा जिला पालकमंत्री एड. यशोमति ठाकुर ने अपने संकल्प के बारे में बताया कि, महिला सक्षमीकरण उनकी सबसे अव्वल प्राथमिकताओं में शामिल है और उन्हें बेहद खुशी है कि, इस समय राज्य में महिला नीति तैयार की जा रही है और पूरी कोशिश है कि, आगामी महिला दिवस तक इस महिला नीति पर अमल करना शुरू कर दिया जाये. उन्होंने बताया कि, विगत वर्ष उन्होंने राज्य के प्रत्येक जिले में महिला आयोग का कार्यालय स्थापित करने का संकल्प लिया था. जिसे पूर्ण किया गया. ऐसे में अब महिलाओं को अपनी सामाजिक व पारिवारिक समस्याओं व दिक्कतों की शिकायत करने हेतु मुंबई स्थित महिला आयोग के कार्यालय नहीं जाना पडता, बल्कि वे अपने जिले में ही अपनी शिकायतें दर्ज करा सकती है. इसी तरह आगामी वर्ष में बचत गुटों की महिलाओं को वैश्विक स्तर पर अपने उत्पादों के लिए बाजार उपलब्ध कराने का काम किया जा रहा है, ताकि वे आर्थिक रूप से पूरी तरह सक्षम हो सके.
रोजगार के अवसर बढाने का संकल्प
जिले की सांसद नवनीत राणा द्वारा नववर्ष को लेकर अपने द्वारा किये गये संकल्प के संदर्भ में कहा गया कि, उनका पूरा ध्यान जिले के पढे-लिखे युवाओं हेतु अधिक से अधिक रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने पर है. इसके तहत जिले में औद्योगिक विकास को साकार किया जाना बेहद जरूरी है. इस हेतु सबसे पहले बेलोरा विमानतल के विकास व विस्तार का काम पूरा करते हुए यहां से नियमित उडाने शुरू की जायेगी. इसके अलावा जिले में रोजगार व पर्यटन को गतिमान करने के लिए चिखलदरा में बनने जा रहे एशिया के एकमात्र व सबसे पहले स्कायवॉक का काम पूरा किया जायेगा. साथ ही नांदगांव पेठ एमआयडीसी में शुरू होने जा रहे हरमन प्रोजेक्ट के माध्यम से करीब 4 हजार लोगों को नौकरी दिलाने का संकल्प भी तय किया गया है. पर्यटन व रोजगार के नये-नये अवसर उपलब्ध कराने के लिए प्रयास करने के साथ ही जिले के समग्र विकास पर भी पूरा ध्यान दिया जायेगा.
किसानों की समृध्दी का संकल्प
राज्यमंत्री बच्चु कडू के मुताबिक वे हमेशा से ही किसानों के हितों को लेकर कार्य करते आये है और इस वर्ष भी उनकी संकल्परूपी इच्छा यहीं है कि, अन्नदाता कहे जाते हमारे किसान सुखी-समृध्द एवं खुशहाल हो. तेज गर्मी व कडाके की ठंडी का सामना करते हुए कडी मेहनत के साथ अपने खेतों में पसीना बहाकर अनाज उगानेवाले अन्नदाता किसानों को उनकी कृषि उपज का यथोचित मूल्य मिलना चाहिए और यह मूल्य उनकी लागत से अधिक होना चाहिए, ताकि वे सम्मान के साथ अपना जीवन-यापन कर सके. इसके साथ ही राज्यमंत्री बच्चु कडू ने बताया कि, मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे के नेतृत्ववाली महाविकास आघाडी सरकार द्वारा महाराष्ट्र को सुजलाम-सुफलाम बनाने हेतु विगत लंबे अरसे से प्रलंबित सिंचाई प्रकल्पों को पूरा करने का काम किया जा रहा है. इसके साथ ही राज्य सरकार द्वारा ग्रामीण इलाकों में औद्योगिक विकास पर भी ध्यान दिया जा रहा है, ताकि किसानों एवं ग्रामीणों का समग्र विकास हो सके.
रोजगार के साथ पर्यटन विकास का लक्ष्य
बडनेरा निर्वाचन क्षेत्र के विधायक रवि राणा के मुताबिक वे अपने निर्वाचन क्षेत्र में पर्यटन एवं रोजगार के नये अवसर उपलब्ध कराने हेतु कृतसंकल्प है. इसी के तहत करीब 100 करोड रूपये की लागत से छत्री तालाब परिसर में सौंदर्यीकरण व टूरिजम स्पॉट का काम युध्दस्तर पर चल रहा है. साथ ही साथ पोहरा से वडाली, भानखेडा व कोंडेश्वर के बीच करीब 30 किमी की जंगल सफारी शुरू करने की योजना है. इसके साथ ही केंद्र सरकार द्वारा चलायी जा रही खेलो इंडिया योजना अंतर्गत कोेंडेश्वर रोड पर एक बडा खेल स्टेडियम, स्वीमिंग पूल व इनडोअर गेम स्टेडियम शुरू किया जायेगा. साथ ही कोंडेश्वर में 50 करोड रूपये की लागत से रेल्वे ओवरब्रिज भी बनाया जायेगा. इन सभी कामों के जरिये बडनेरा निर्वाचन क्षेत्र में पर्यटन एवं रोजगार के नये अवसर उपलब्ध होंगे.
कौशल्य विकास के साथ रोजगार निर्मिती का प्रयास
अमरावती निर्वाचन क्षेत्र की विधायक सुलभा खोडके ने बताया कि, अमरावती सहित पश्चिम विदर्भ क्षेत्र के युवा बेहद परिश्रमी होते है, किंतु यहां पर बडे शहरों की तरह कौशल्य विकास व व्यक्तित्व विकास हेतु सही मार्गदर्शन उपलब्ध नहीं हो पाता. जिसकी वजह से वे रोजगार एवं प्रतिस्पर्धा के मामले में पिछड जाते है. इस बात के मद्देनजर अमरावती में युवाओं को नियमित पढाई-लिखाई के बेहतरीन अवसर उपलब्ध कराने के साथ-साथ उन्हें प्रतिस्पर्धा में उतरने लायक बनाने हेतु कौशल्य विकास के अवसर व पर्याय भी उपलब्ध कराये जायेंगे. इसी के तहत अपनी शतकपूर्ति करने जा रहे शासकीय विदर्भ ज्ञान विज्ञान शिक्षा व प्रशिक्षण संस्था (विएमवि) के लिए 50 करोड रूपये की निधी मांगी गई है, जो इसी वर्ष उपलब्ध हो जायेगी. इस निधी के जरिये विएमवि में अनेकों व्यवसायाभिमुख पाठ्यक्रम व प्रशिक्षण शुरू किये जायेंगे, ताकि यहां पर पढाई हेतु आनेवाले बच्चों को रोजगारसक्षम बनाया जा सके. इसके अलावा शहर में सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं को भी पूरी तरह से चुस्त-दुरूस्त किया जायेगा. जिसके तहत इस वर्ष जिला स्त्री अस्पताल की नई व प्रशस्त इमारत का काम पूरा कर लिया जायेगा.
किसानों व ग्रामीणों के विकास का संकल्प
दर्यापुर निर्वाचन क्षेत्र के विधायक बलवंत वानखडे ने अपने नववर्ष के संकल्प के संदर्भ में बात करते हुए कहा कि, उनके निर्वाचन क्षेत्र में शामिल दर्यापुर व अंजनगांव तहसील क्षेत्र विकास की दौड में काफी पीछे है. ऐसे में वे नये साल में पूरा प्रयास करेेंगे कि, इन दोनों तहसीलों को जिले के अन्य इलाकों के समकक्ष लाया जा सके. विधायक वानखडे के मुताबिक दर्यापुर व अंजनगांव क्षेत्र में बडे पैमाने पर फलबागान है. ऐसे में इस क्षेत्र में फलों व फसलों का उत्पादन बढाने हेतु सिंचाई सुविधाओें को चुस्त-दुरूस्त करने पर पूरा ध्यान दिया जायेगा. साथ ही साथ इस परिसर में कृषि उपज प्रक्रिया केंद्र स्थापित करने के साथ ही क्षेत्र के औद्योगिक विकास पर भी पूरा ध्यान दिया जायेगा.
मेलघाट को मुख्यधारा में लाने का संकल्प
आदिवासी बहुल मेलघाट निर्वाचन क्षेत्र के विधायक राजकुमार पटेल के मुताबिक विगत लंबे समय से मेलघाट में कुपोषण के चलते माता व शिशु मृत्यु का दौर चल रहा है. ऐसे में इस दुर्गम पहाडी इलाके में स्वास्थ्य सुविधाओं को चुस्त-दुरूस्त करने के साथ ही सडक, बिजली व आवागमन के साधन उपलब्ध कराने का काम करने हेतु वे कृतसंकल्प है. इसके अलावा मेलघाट क्षेत्र के आदिवासी किसानों द्वारा अपने खेतों में उगाई जानेवाली फसलों का संरक्षण करने हेतु अनाज संग्रहण की सुविधा उपलब्ध करायी जायेगी, जिसके लिए एपीएमसी में गोदाम व शेड की सुविधा उपलब्ध करायी जायेगी. साथ ही साथ इस वर्ष के दौरान धारणी में एसटी वर्क शॉप की स्थापना करते हुए यहां की एमआयडीसी में नये उद्योगों को प्रोत्साहित करने हेतु एमआयडीसी परिसर में बिजली, पानी व सडक की मुलभूत सुविधाएं उपलब्ध करायी जायेगी.
संभाग की प्रगति का लक्ष्य
संभागीय राजस्व आयुक्त पीयूष सिंह ने नववर्ष को लेकर अपने संकल्पों के संदर्भ में कहा कि, संभाग को विगत दो वर्षों के दौरान कोविड की संक्रामक महामारी से निपटने हेतु जिस तरह से जूझना पडा, वह हम सभी के लिए एक नया अनुभव रहा. जिससे कुछ नये सबक भी मिले और विपरित हालात से जूझते हुए आगे बढने का हौसला भी प्राप्त हुआ. ऐसे में अब नई चुनौतियों से निपटते हुए अमरावती संभाग के पांचों जिलों को प्रगति पथ पर आगे ले जाने के लिए नियोजन किया जा रहा है. ऐसे में संभागवासियों ने सरकार की ओर से जारी प्रतिबंधात्मक निर्देशों का पालन करते हुए प्रशासन के साथ सहयोग करना चाहिए, ताकि सभी लोग साथ मिलकर प्रगति पथ पर आगे बढ सके और कोविड संक्रमण की लहर को रोका जा सके.
स्वास्थ्य सेवा व सुरक्षा को पहली प्राथमिकता
जिलाधीश पवनीत कौर ने नये साल में सभी के लिए सुख-समृध्दी व खुशहाली की मंगलकामना करते हुए कहा कि, इस समय मुंबई-पुणे जैसे महानगरों में कोविड वायरस के ओमिक्रॉन वेरियंट का खतरा काफी अधिक बढ गया है. ऐसे में अमरावती शहर सहित जिले को इससे सुरक्षित रखना ही सबसे बडी प्राथमिकता और सबसे बडा संकल्प है. इसके लिए जिले में टीकाकरण अभियान को प्रभावी रूप से अमल में लाये जाने का काम किया जा रहा है और सभी नागरिकों को टीकाकरण के साथ-साथ कोविड त्रिसूत्री नियमोें के पालन हेतु जागरूक भी किया जा रहा है. इसके अलावा जिले में स्वास्थ्य सेवाओं व सुविधाओं को चुस्त-दुरूस्त करते हुए कुपोषण के चलते माता व नवजात बच्चों की होनेवाली मौतों को रोकने के लिए मिशन 2028 को अमल में लाया जायेगा. ताकि जच्चा-बच्चा की रक्षा हो सके.
संभाग को अपराधमुक्त करने का संकल्प
अमरावती रेंज के विशेष पुलिस महानिरीक्षक चंद्रकिशोर मीणा ने अपने नववर्ष के संकल्प के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि, रेंज में शामिल पांचों जिलोें में कानून व व्यवस्था की स्थिति को कायम रखने के लिए लगातार प्रयास जारी रखे जायेंगे और विभिन्न अपराधिक मामलों में दोषसिध्दी का प्रमाण बढाने पर काम किया जायेगा. इसके साथ ही महिलाओं व छोटे बच्चों से संबंधित अपराधों को कम करने हेतु विभिन्न प्रतिबंधात्मक उपाययोजनाओं पर काम किया जायेगा. साथ ही साथ पेशेवर व हिस्ट्रीशिटर अपराधियों की नकेल कसने के लिए भी कडे कदम उठाये जायेंगे.
भयमुक्त व सुरक्षित शहर का संकल्प
अमरावती शहर की पुलिस आयुक्त डॉ. आरती सिंह ने अपने नववर्ष के संकल्प को लेकर जानकारी देते हुए कहा कि, अमरावती शहर को पूरी तरह से भयमुक्त व अपराधमुक्त बनाते हुए यहां सुरक्षित माहौल बनाना उनकी सबसे पहली प्राथमिकताओें में शामिल है. सीपी डॉ. आरती सिंह के मुताबिक अमरावती शहर में यातायात की व्यवस्था को सुचारू करने हेतु काफी कुछ काम किया जाना बाकी है. जिसे जारी वर्ष में पूरा किया जायेगा. इसके साथ ही महिला सुरक्षा को लेकर कई प्रभावी कदम उठाये जायेंगे. इसके तहत डायल 112 पुलिस हेल्पलाईन सेवा को और भी अधिक प्रभावी बनाया जायेगा. इस समय अमरावती शहर की 112 हेल्पलाईन सेवा समूचे राज्य में दूसरे स्थान पर है. जिसे पहले स्थान पर लाने की दिशा में काम किया जायेगा.
ग्रामीण क्षेत्रों में नाईट राउट की संकल्पना पर होगा अमल
जिला ग्रामीण पुलिस अधीक्षक अविनाश बारगल ने नव वर्ष के संकल्प को लेकर कहा कि, ग्रामीण पुलिस की ओर से नये साल में विभिन्न संकल्पनाओें पर काम करने की योजना बनाई गई है. जिसके तहत नाईट राउट की संकल्पना को साकार किया जायेगा. इसके तहत जिले के तहसील व ग्रामीण क्षेत्रों में करीब 600 महत्वपूर्ण चौक-चौराहों को फिक्स पॉइंट के तौर पर चुना गया है. जहां पर बारकोड सिस्टीम की व्यवस्था की जायेगी. इसके तहत रात्रीकालीन गश्त में तैनात अधिकारी व कर्मचारी इन फिक्स पॉइंट पर आकर अलग-अलग समय पर हाजरी लगायेंगे. इसकी जानकारी अमरावती स्थित ग्रामीण पुलिस मुख्यालय में अपडेट होती रहेगी. चूंकि ग्रामीण इलाकों में रात के समय गौणखनिज व गौवंश की बडे पैमाने पर तस्करी होती है. साथ ही रात के समय ही कई अपराधिक वारदातों व अवैध व्यवसायों से संबंधित गतिविधियां होती है. ऐसे में नाईट पेट्रोलिंग को अधिक प्रभावी बनाते हुए जिले को भयमुक्त व अपराधमुक्त बनाने का काम किया जायेगा.
महामारी के खात्मे का संकल्प व इच्छा
जिला शल्य चिकित्सक डॉ. श्यामसुंदर निकम ने नववर्ष के संदर्भ में अपनी अपेक्षा व संकल्प के बारे में बात करते हुए कहा कि, बतौर चिकित्सक पिछले दो वर्ष उनके जीवन में सबसे अधिक चुनौतीपूर्ण रहे. जब उन्होंने कोविड नामक महामारी का भयावह रूप देखा, लेकिन उन्हें इस बात की खुशी है कि, वे अपने सहयोगी चिकित्सकों एवं मेडिकल स्टाफ की टीम के साथ मिलकर अधिकांश संक्रमितों की जान बचा पाने में सफल रहे. यदि संक्रमण की तीसरी लहर आती है, तो भी वे संक्रमण की चपेट में आनेवाले मरीजों का इलाज करने और उनकी जान बचाने हेतु पूरी तरह से कृतसंकल्प है. साथ ही उनका पूरा प्रयास रहेगा कि, अमरावती शहर सहित जिले में कोविड संक्रमण की तीसरी लहर का असर ही न फैल पाये और अमरावती जिला जल्द से जल्द इस महामारी से पूरी तरह मुक्त व सुरक्षित हो जाये. किंतु इसके लिए बेहद जरूरी है कि, स्थानीय नागरिकों द्वारा भी कोविड त्रिसूत्री के नियमों का पालन करते हुए प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग के साथ पूरा सहयोग किया जाये, ताकि संक्रमण की तीसरी लहर को आने से रोका जा सके.
अधिक से अधिक टीकाकरण का लक्ष्य व संकल्प
जिला परिषद के सीईओ अविश्यांत पंडा के मूताबिक कोविड वायरस के संक्रमण का खतरा अभी टला नहीं है, बल्कि ओमिक्रॉन वेरियंट के रूप में एक नया खतरा हम सभी के सामने है. ऐसे में संक्रमण के प्रभाव में आने से बचने हेतु टीकाकरण ही काफी कारगर उपाय है. इस बात के मद्देनजर जिले में अधिक से अधिक नागरिकोें को कोविड प्रतिबंधात्मक वैक्सीन का पहला व दूसरा डोज लगाये जाने का लक्ष्य तय किया गया है और इस अभियान को सफलतापूर्वक पूरा करने का संकल्प लिया गया है. इसके लिए नागरिकों की ओर से सहयोग मिलना बेहद जरूरी है. इस हेतु नागरिकों को जागरूक करने का भी काम किया जा रहा है.
सकारात्मकता व सद्भाव का संकल्प
शहर के प्रथम नागरिक व महापौर चेतन गावंडे के मुताबिक हर साल अपने पीछे कुछ खट्टी-मीठी यादें छोड जाता है और आनेवाला साल नई उमंगे व आशाएं लेकर आता है. अत: पुरानी बातों को भुलाकर सकारात्मक विचारों व सद्भावना के साथ जीवन में आगे बढना चाहिए. इस वर्ष उन्होंने संकल्प लिया है कि, वे शहर की समस्याओं को हल करने के साथ-साथ शहर के विकास पर पूरा ध्यान देेंगे. साथ ही जरूरतमंदों व सर्वसामान्य वर्ग की समस्याओं को हल करते हुए शहर के समग्र विकास को साकार करने का प्रयास करेंगे. इसके साथ ही शहर में सामाजिक सद्भाव बनाये रखने का भी पूरा प्रयास किया जायेगा.
कोरोना मुक्ति का संकल्प
पूर्व जिला पालकमंत्री डॉ. सुनील देशमुख के मूताबिक देखते ही देखते दिसंबर माह और वर्ष 2021 समाप्त हो गया. हालांकि यह वर्ष कैसे बीता, यह पता ही नहीं चला. क्योंकि साल का अधिकांश हिस्सा कोविड संक्रमण की दूसरी लहर से निपटने में चला गया. अत: अब सभी ने कोविड मुक्त अमरावती का संकल्प लेना चाहिए. जिसके लिए बेहद जरूरी है कि, सभी लोग पूरी तरह से सतर्क रहकर सरकारी दिशानिर्देशों व कोविड त्रिसूत्री नियमों का पालन करें.
आपसी सहयोग का करे संकल्प
शिवधारा मिशन फाउंडेशन के डॉ. संतोषकुमार महाराज ने सभी को नववर्ष की शुभकामनाएं देने के साथ ही कहा कि, यूं तो सनातन धर्म में सभी का नया साल दीपावली के दूसरे दिन शुरू होता है. वहीं महाराष्ट्र में गुढीपाडवा पर्व से नया साल मनाया जाता है और सिंधी समाज द्वारा भगवान झुलेलाल की जयंती से नये साल की शुरूआत मानी जाती है. किंतु वैश्विक दृष्टि से 1 जनवरी को नये कैलेंडर वर्ष का प्रारंभ होता है. चूंकि हम सर्व धर्म समभाव एवं वसुधैव कुटुंबकम की अवधारणा पर चलते है, तो इस नववर्ष का भी नव संकल्प के साथ स्वागत व शुभारंभ किया जाना चाहिए और सभी ने बुरी बातों व आदतों को छोडकर अच्छाईयोें व आपसी सहयोग की भावना के साथ नव वर्ष में प्रवेश करना चाहिए.
सभी स्वस्थ, सुरक्षित व खुशहाल रहे
अंजनगांव सूर्जी स्थित श्री देवनाथ पीठ के पीठाधीश्वर पपू आचार्य स्वामी जीतेंद्रनाथ महाराज द्वारा नववर्ष पर सभी को अपने आशिर्वचन देते हुए कहा गया कि, आगामी वर्ष काफी चुनौतीपूर्ण रहने के साथ-साथ हम सभी के लिए काफी उपलब्धिपूर्ण भी हो सकता है. ऐसे में भारत के सभी जाती-धर्म के लोगों ने राष्ट्रवाद की भावना से ओत-प्रोत होकर राष्ट्रनिर्माण के कार्य हेतु कृतसंकल्प होना चाहिए, तभी प्रखर देशभक्ति के आधार पर भारत वैश्विक महाशक्ति बन सकता है. इसी भाव को सभी ने अपना संकल्प बनाना चाहिए.
शक्ति महाराज
विश्व कल्याण की मंगलकामना
काली माता संस्थान शक्ति पीठाधीश्वर शक्ति महाराज द्वारा नववर्ष की मंगलबेला पर वैश्विक कल्याण की मंगल कामना करते हुए कहा गया कि, विगत दो वर्षों से देश सहित पूरी दुनिया कोविड की महामारी से जूझ रहे है और इस समय भी ओमिक्रॉन वेरियंट का खतरा हम सभी के सामने है. ऐसे में बेहद जरूरी है कि, सभी लोगबाग कोविड प्रतिबंधात्मक नियमों का पालन करे. इसके साथ ही 36 कोटी देवि-देवताओं का वास रहनेवाली गौमाता की सेवा भी करें, क्योंकि गौमाता की सेवा करने से पुण्यलाभ मिलने के साथ-साथ कई बीमारियों से बचे रहने की शक्ति भी मिलती है.
मौलवी रेहान
अमन, शांति व भाईचारे का संकल्प
जमियत उलेमा हिंद के शहर प्रमुख मौलवी रेहान के मुताबिक सभी लोगों ने पुरानी कडवी बातों व यादों को पीछे छोडकर नये साल में आपसी भाईचारे तथा अमन व शांति का संकल्प लेना चाहिए. क्योंकि इसी में सबकी भलाई है. साथ मिल-जुलकर ही हम सभी लोग तरक्की के रास्ते पर आगे बढ सकते है.
आसीफ तवक्कल
विकास व कोविड मुक्ती का संकल्प
प्रदेश कांग्रेस सचिव आसिफ तवक्कल के मुताबिक कोविड संक्रमण के खतरे और लॉकडाउन की वजह से विकास का पहिया पूरी तरह रूक गया है. ऐसे में विकास के रास्ते पर आगे बढने के लिए बेहद जरूरी है कि, सभी लोग एकसाथ मिलकर कोविड की महामारी को हराने का प्रयास करे. इसके लिए सभी लोगों ने कोविड त्रिसूत्री नियमों का पालन करने के साथ-साथ कोविड टीकाकरण के तहत वैक्सीन के दोनों डोज लगाने चाहिए. साथ ही साथ शहर सहित जिले व देश की तरक्की के लिए आपसी भाईचारे के साथ रहना चाहिए. इसी में सभी की भलाई भी है.
आसीफ हुसैन
शिक्षा को बढावा देने का संकल्प
पूर्व पार्षद तथा उर्दू एज्युकेशन एसो. के अध्यक्ष आसीफ हुसैन के मुताबिक देश में 14 फीसद जनसंख्या रहनेवाले मुस्लिम समुदाय में शिक्षा का प्रमाण केवल 4 फीसद है. यह किसी भी समुदाय या देश के लिए ठीक बात नहीं है. इस बात के मद्देनजर मुस्लिम समुदाय को शिक्षित करते हुए उन्हें भी विकास की मुख्य धारा में लाने हेतु उर्दू एज्युकेशन एसो. पूरी तरह से कृतसंकल्प है और इस संस्था का अध्यक्ष होने के नाते उन्होंने मुस्लिम समुदाय के अधिक से अधिक बच्चों तक शिक्षा की रोशनी को पहुंचाने का लक्ष्य व संकल्प तय किया है और उनका पूरा प्रयास है कि, कोई भी इससे अछूता न रह जाये.
शहर को प्रगतिशील व सुंदर बनाने का संकल्प
शहर के ख्यातनाम बिल्डर व उद्योजक तथा ड्रिम्स इन्फ्रा के संचालक नरेेंद्र भाराणी के मुताबिक वे हमेशा से ही अमरावती शहर को सुंदर व प्रगतिशील बनाने का काम करते आये है और शहर को स्काय लाईन पर ले जाने के लिए कृतसंकल्प है. वे अमरावती शहर को स्मार्ट सिटी बनते हुए देखना चाहते है और आगामी वर्ष में इस हेतु कई नई परियोजनाओं पर काम किया जायेगा. जिसे निश्चित तौर पर शहरवासियों की ओर से हमेशा की तरह प्रतिसाद दिया जायेगा.