अमरावती में अखबारों का वितरण ठप
विक्रेताओं ने शुरु की तीन दिवसीय हडताल

* कमीशन बढाकर दिए जाने की उठाई मांग
अमरावती/दि.30 – अमरावती वृत्तपत्र विक्रेता संगठन ने वृत्तपत्र विक्री मूल्य पर कमिशन बढाकर देने और वृत्तपत्र के साथ रहनेवाली पुरवणी को वृत्तपत्र के भीतर डालकर दिए जाने की दो प्रमुख मांगो के लिए कल गुरुवार 29 मई से तीन दिवसीय हडताल शुरु की है. जिसके चलते पूरे अमरावती शहर में विगत दो दिनों से अखबारों का वितरण ठप रहा.
अमरावती वृत्तपत्र विक्रेता संगठन के पदाधिकारियों व सदस्यों ने गुरुवार की सुबह स्थानीय मध्यवर्ती बसस्थानक के समक्ष इकठ्ठा होते हुए प्रादेशिक व स्थानीय अखबारों को वितरण हेतु स्वीकार करने से स्पष्ट इंकार कर दिया. जिसके चलते शहर में अखबारों का वितरण ही नहीं हो पाया. इस समय वृत्तपत्र विक्रेताओं ने यह दावा भी किया कि, उन्हें शहर में रहनेवाले अखबारों के पाठकों का भी पूरा समर्थन है और उन्होंने अपने आंदोलन की पूर्व सूचना सभी अखबारों के मालिकों एवं व्यवस्थापन को दे दी थी. परंतु अखबारों के मालिकों ने वृत्तपत्र विक्रेताओं की मांगो को पूरा करने में असमर्थता दर्शायी. जिसके चलते हडताल शुरु करते हुए अखबारों का वितरण बंद कर दिया गया.
हडताल कर रहे वृत्तपत्र विक्रेताओं का कहना रहा कि, अखबार की कीमत कितनी हो, यह संबंधित अखबार प्रबंधन का विषय है और अखबार की कीमत से वृत्तपत्र विक्रेताओं का कोई लेना-देना नहीं है. बल्कि उन्हें केवल प्रत्येक अंक पर 2 रुपए 10 पैसे कमिशन मिलना अपेक्षित है. यदि यह कमिशन देने की तैयारी अखबारों के मालिकों व व्यवस्थापन द्वारा दर्शायी जाती है तो इस हडताल को खत्म कर दिया जाएगा. वृत्तपत्र विक्रेताओं का यह भी कहना रहा कि, वर्ष 2009 से अखबारों पर मिलनेवाला कमिशन नहीं बढा है. जबकि इस दौरान पेट्रोल की दरों सहित सभी जीवनावश्यक वस्तुओं की दरों में वृद्धि हुई और महंगाई बढ गई है. जिससे खर्च भी बढ गया है. परंतु इसके बावजूद भी उन्हें कमिशन बढाकर नहीं दिया जा रहा. अत: यह हडताल शुरु की गई है.
* विगत 15 वर्षों से अखबारों की विक्री पर मिलनेवाला कमिशन नहीं बढाया गया है. संबंधित कमिशन प्रति पेपर 2 रुपए 10 पैसे मिलना चाहिए तथा अखबारों के साथ दी जानेवाली पुरवणी भी पहले से अखबार के अंक में डाली गई रहनी चाहिए. इन दो प्रमुख मांगों के लिए हमने यह हडताल शुरु की है.
– सुमीत इंगोले
अध्यक्ष, अमरावती वृत्तपत्र विक्रेता संगठन.