* शीतलहर ढा रही कहर, ठंडी हवाएं पैदा कर रही सिहरन
*हर कोई रजाई-कम्बल में दुबके रहने पर मजबूर
*दिन के समय भी स्वेटर-मफलर व कनटोपे का प्रयोग
अमरावती/दि.24– विगत दो दिनों से मौसम बडा अजीबो-गरीब हो चला है तथा अचानक ही कडाके की ठंड पडने के साथ-साथ ठंडी हवाएं भी चल रही है, जो शरीर में सिहरन पैदा कर रही है. वहीं अब मौसम विभाग द्वारा दी गई जानकारी से पता चला है कि, अगले पांच दिन समूचे विदर्भ क्षेत्र में रात के समय तापमान 3 से 5 डिग्री सेल्सियस के आसपास रह सकता है. यानी आगामी 30 जनवरी तक समूचे विदर्भ क्षेत्र में कडाके ठंड पड सकती है.
स्थानीय मौसम वैज्ञानिक प्रा. अनिल बंड ने बताया कि, आगामी सप्ताह में बारिश होने के कोई आसार नहीं है और आसमान पूरी तरह से साफ रहेगा. लेकिन सुबह व शाम के समय काफी हद तक कोहरे की स्थिति रहेगी.
बता दें कि, विगत दो दिनों से जहां एक ओर कडाके की ठंड पड रही है, वहीं गत रोज पूरा वातावरण सर्द हवाओं से भरा रहा. जिससे सभी लोगबाग अपने-अपने घरों में रजाई व कम्बल ओढकर दुबके रहने के लिए मजबुर है. साथ ही दिन के समय भी लोगबाग स्वेटर-मफलर व कनटोपे पहनकर ही घर से बाहर निकल रहे है. उल्लेखनीय है कि, दिसंबर माह के दूसरे पखवाडे से शुरू हुआ ठंडी का कहर जारी माह का दूसरा पखवाडा बीत जाने के बाद भी जारी है. इस दौरान कभी बारिश, कभी ओलावृष्टि, कभी बदरीला मौसम और कभी घना कोहरा जैसी विचित्र स्थिति भी देखी गई. ऐसे में मौसम का कोई निश्चित अनुमान ही नहीं लग रहा. वहीं गत रोज अमरावतीवासियों ने बडा अजीबोगरीब रविवार देखा, जब सुबह से शरीर में सिहरन भर देनेवाली तेज हवाएं चल रही थी. आसमान में हलके-फुलके बादल छाये हुए थे और हाड कंप-कंपानेवाली ठंड पड रही थी. ऐसे में लोगबाग कांपते और ठिठुरते हुए अपने-अपने घरों में ही रहने के लिए मजबूर थे. साथ ही हर कोई रजाई व कम्बल लेकर दुबका हुआ था. वहीं घरों से बाहर निकलनेवाले लोगबाग सर से लेकर पांव तक गर्म कपडों में लिपटे हुए थे.
* मौसम में बदलाव स्वास्थ्य पर भारी
अजीबोगरीब हो चले इस मौसम का प्रभाव अब लोगों के श्वास पर भी पडता दिखाई दे रहा है तथा वायरल फिवर जैसी बीमारी बडी तेजी के साथ पांव पसार रही है. जिसकी वजह से इन दिनों लगभग सभी घर-परिवारों में अधिकांश सदस्य सर्दी-खांसी व बुखार से पीडित है और सभी सरकारी व निजी अस्पतालों मे मरीजों की जबर्दस्त भीडभाड दिखाई दे रही है. ऐसे में मौसम की मार के साथ-साथ मौसमी बुखार की वजह से लोगबाग काफी हद तक हैरान-परेशान हो चले है.
* संक्रांत के बाद कम होने की बजाय बढ रही ठंडी
अमूमन मकर संक्रांति पर्व के बाद ठंडी धीरे-धीरे कम होती है और गर्मी धीरे-धीरे बढती है, लेकिन इस बार मौसम का मिजाज कुछ उलटा है और मौसम विज्ञानियों के मुताबिक इस बार आगामी 30 जनवरी तक ठंड का असर कायम रहेगा. इस समय पश्चिमी लहर के चलते राजस्थान के उपर कम दबाववाला क्षेत्र बना हुआ है. साथ ही 1.5 किमी की उंचाई पर चक्रावाती हवाएं है. जिसके चलते विदर्भ में अगले सप्ताह तक वातावरण सामान्य रहेगा. किंतु अगले 24 घंटे में तापमान तेजी से घटेगा और ठंड की मध्यम लहर आयेगी. जिसकी वजह से आगामी 30 जनवरी तक विदर्भ को ठंड से छूटकारा मिलने की फिलहाल कोई गूंजाईश दिखाई नहीं दे रही.
* व्यवसायिक प्रतिष्ठानों सहित पिकनिक स्थलों पर छाया रहा सन्नाटा
गत रोज कडाके की ठंड और सर्द हवाओें के चलते अधिकांश लोगबाग अपने-अपने घरों पर ही रजाई-कम्बल ओढकर दुबके रहे. जिसके चलते शहर की सडकों पर और व्यवसायिक प्रतिष्ठानों में लोगों की उपस्थिति काफी कम दिखाई दी. वहीं प्रत्येक रविवार को लोगों की भीडभाड से भरे दिखाई देनेवाले वडाली व ऑक्सिजन पार्क जैसे पिकनिक स्पॉट भी पूरी तरह से विरान-सुनसान दिखाई दिये. हालांकि विगत कुछ दिनों से कोविड संक्रमण के लगातार बढते खतरे को देखते हुए अब कई पिकनिक स्थलोें को आम जनता के प्रवेश हेतु बंद भी कर दिया गया है. किंतु इसके बावजूद बांबू गार्डन व ऑक्सिजन पार्क जैसे स्थानों पर साप्तहिक अवकाशवाले दिन लोगों की भीडभाड उमडती ही है. जिन्हेें गत रोज ऐहतियात के तौर पर बंद ही रखा गया था. वहीं दूसरी ओर कडाके की ठंड की वजह से अधिकांश लोगबाग अपने घरों से बाहर निकले ही नहीं. जिससे पर्यटन स्थलों पर काफी हद तक सन्नाटा पसरा हुआ देखा गया.