एनआईए कर सकती है कोल्हे की हत्या का सीन ‘रिक्रिएट’
सातों आरोपियों को दोबारा लाया जा सकता है अमरावती
* ‘क्राईम सीन रिक्रिएशन’ है एनआईए की कार्रवाई का हिस्सा
अमरावती/दि.7- उमेश कोल्हे हत्याकांड में पकडे गये सातों आरोपियों को लेकर एनआईए का एक दल गत रोज अमरावती से मुंबई के लिए रवाना हुआ था, जो आज सुबह आरोपियों के साथ मुंबई पहुंच गया. जहां पर एनआईए द्वारा दर्ज स्वतंत्र एफआईआर के तहत सातों आरोपियों को मुंबई की सेशन कोर्ट के सामने पेश करते हुए उनकी कस्टडी मांगी गई. जानकारी के मुताबिक सेशन कोर्ट से आरोपियों की कस्टडी मिलने के बाद एनआईए द्वारा सातों आरोपियों को एक बार फिर अमरावती वापिस लाया जा सकता है और यहां पर घंटाघरवाली गली में उमेश कोल्हे हत्याकांड का ‘सीन रिक्रिएशन’ किया जा सकता है.
बता दें कि, किसी भी देश विरोधी या आतंकी घटना के साथ ही किसी भी तरह के संगीन मामले की जांच का जिम्मा एनआईए को सौंपा जाता है और एनआईए द्वारा अपनी जांच को आगे बढाते समय जांच के शुरूआती दौर में ही आरोपियों को मौका-ए-वारदात पर ले जाकर उस अपराधिक घटना का ‘सीन रिक्रिएट’ किया जाता है. जिसके तहत घटनावाले समय आरोपियों ने क्या व कैसे किया, इसका एक तरह से प्रात्यक्षिक कराया जाता है और जरूरत पडने पर इस ‘सीन रिक्रिएशन’ को ‘इन कैमेरा’ करवाते हुए इसकी बाकायदा वीडियो शूटींग की जाती है, ताकि अदालत के समक्ष इसे आरोपियों के कबूलनामे के तौर पर पेश किया जा सके. उल्लेखनीय है कि, एनआईए द्वारा इससे पहले फिल्म अभिनेता सुशांतसिंह राजपूत की आत्महत्यावाले मामले तथा उदयपुर में घटित कन्हैय्यालाल हत्याकांडवाले मामले में भी ‘सीन रिक्रिएशन’ की थ्यौरी का सहारा लिया गया था. ऐसे में बहुत संभावना है कि, उमेश कोल्हे हत्याकांडवाले मामले की जांच-पडताल करते हुए एनआईए द्वारा आरोपियों को एक बार फिर अमरावती लाया जाये और उन्हें घंटाघरवाली गली में ले जाकर उमेश कोल्हे हत्याकांड का ‘सीन रिक्रिएट’ किया जाये, ताकि यह पता लगाया जा सके कि, आखिर 21 जून की रात 10 बजे उमेश कोल्हे को आरोपियों ने किस तरीके से मौत के घाट उतारा और उस समय किस आरोपी ने इस हत्याकांड में कहां पर मौजूद रहते हुए कौनसी भूमिका निभाई.