दूसरे दिन भी मुसीब से जारी रही एनआईए की पूछताछ
सुबह 8 बजे पिता के रिक्शे में बैठकर राजापेठ थाने पहुंचा मुसीब
* कल देर रात एनआईए ने नोटीस देकर घर जाने की दी थी मोहलत
* पहले दिन की पूछताछ में एनआईए को मुसीब से मिली कई जानकारियां
अमरावती/दि.13 – गत रोज राष्ट्रीय जांच एजेंसी यानि एनआईए द्वारा जाचं व पूछताछ हेतु छाया नगर से कब्जे में लिये गये मोहम्मद मुसीब शेख ईसा नामक 23 वर्षीय युवक को दिनभर चली पूछताछ के बाद कल देर रात एनआईए ने नोटीस देकर छोडा था और घर जाने देने की मोहलत देते हुए आज सुबह फिर राजापेठ थाने में हाजिर होने हेतु कहा था. जिसके चलते आज सुबह मो. मुसीब अपने पिता शेख ईसा व मामा के साथ साइकिल रिक्शा में सवार होकर राजापेठ थाने पहुंचा. जिसके बाद मो. मुसीब को एक बार फिर अपने कब्जे में लेकर एनआईए के दल ने उससे दोबारा एक बंद कमरे में पूछताछ करनी शुरु की. खास बात यह रही कि, जिस रिक्शा में सवार होकर मो. मुसीब आज सुबह थाने पहुंचा, वह रिक्शा उसके ही पिता शेख ईसा का था और शेख ईशा ही अपने बेटे को रिक्शे में बिठाकर खुद रिक्शा चलाते हुए उसे थाने लेकर आये थे.
यद्यपि इस पूरे मामले को लेकर एनआईए के दल द्वारा जबर्दस्त गोपनीयता बरती जा रही है. लेकिन जांच पडताल में शामिल रहने वाले एक विश्वसनीय सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक मो. मुसीब विगत लंबे समय से पाकिस्तान में रहने वाले कुछ लोगों के साथ संपर्क में था. जिसमें से कुछ लोगों की गतिविधियां संदिग्ध रहने के चलते उन पर जांच एजेंसियों की लंबे समय से नजर भी थी. ऐसे लोगों के साथ संपर्क में रहने के चलते मो. मुसीब भी जांच एजेंसी की नजरों में आ गया. जिसके बाद एनआईए का दल बेहद गुपचूप तरीके से करीब 15-20 दिन पहले ही अमरावती आ चुका था और इस दल के सदस्यों ने मो. मुसीब की प्रत्येक गतिविधि पर नजर रखनी भी शुरु कर दी थी. साथ ही उसकी पल-पल की गतिविधियों पर नजर रखते हुए उससे संबंधित तमाम जानकारियां भी जुटाई जा रही थी. जिसके बारे में स्थानीय पुलिस को उस वक्त एनआईए द्वारा कोई जानकारी नहीं दी गई थी. वहीं जब मो. मुसीब को पूछताछ हेतु उठाने का एनआईए द्वारा अंतिम निर्णय लिया गया, तो 11 दिसंबर की रात एनआईए के दल ने अचानक ही राजापेठ पुलिस से संपर्क करते हुए अपनी आमद की सूचना दी और एक कार्रवाई के लिए पुलिस पथक दिये जाने की मांग रखी और फिर राजापेठ पुलिस का एक दल साथ लेकर एनआईए की टीम ने नागपुरी गेट पुलिस थाना क्षेत्र अंतर्गत छाया नगर परिसर स्थित क्वॉलिटी किराना वाली गली में मो. मुसीब के घर पर दबिश देकर उसे जांच व पूछताछ के लिए उठा लिया.
* मो. मुसीब के पास से मिले 150 पाकिस्तानी नंबर
विश्वसनीय सूत्रों द्वारा अमरावती मंडल को बताया गया कि, मो. मुसीब के पास से एक डायरी बरामद की गई है. जिसमें पाकिस्तान से वास्ता रखने वाले 150 से अधिक नंबर दर्ज है. इसमें से अधिकांश नंबरों के साथ मो. मुसीब का अक्सर ही संपर्क हुआ करता था. जिसमें से कुछ नंबरों से उसकी वॉटसएप चैटींग व कॉलिंग भी हुआ करती थी. इसमें से कुछ नंबर पहले से ही जांच एजेंसियों के रडार पर थे. जिसके चलते उन नंबरों से संपर्क में रहने की वजह से मो. मुसीब भी जांच एजेंसियों की निगाह में आ गया और फिर एनआईए ने मो. मुसीब की पूरी कुंडली खंगालते हुए उसके बारे में जानकारी हासिल करनी शुरु की तथा कुछ पूख्ता जानकारियां हाथ लगने पर उसे पूछताछ हेतु उठाया गया.
* मुसीब ने पाकिस्तानी लाइबे्ररी से धार्मिक किताबें मंगाने की दी जानकारी
पता चला है कि, एनआईए द्वारा की गई पूछताछ के दौरान मो. मुसीब ने यह स्वीकार किया है कि, उसके पाकिस्तान में रहने वाले कुछ लोगों से संपर्क रहे, लेकिन इन संपर्कों के पीछे कुछ धार्मिक वजहें थी और वह पाकिस्तानी लाइब्रेरियों से कुछ धार्मिक किताबे मंगाना चाहता था. जिसके चलते उसने इधर-उधर से पाकिस्तान में रहने वाले कुछ लोगों से नंबर हासिल करते हुए उन्हें फोन लगाये थे. इसके अलावा उसका अन्य किसी भी तरह के मामले से कोई लेना-देना नहीं था.
* मुसीब के मोबाइल को लेकर जबर्दस्त सस्पेन्स
एक जानकारी यह भी सामने आयी है कि, जहां एक ओर एनआईए द्वारा यह दावा किया जा रहा है कि, मो. मुसीब अपने मोबाइल फोन के जरिए पाकिस्तान में रहने वाले कुछ लोगों के साथ संपर्क में था. वहीं दूसरी ओर छाया नगर परिसरवासियों के मुताबिक उन्होंने आज तक मो. मुसीब को किसी से मोबाइल फोन पर बात करते हुए देखा ही नहीं. क्योंकि मो. मुसीब के पास मोबाइल फोन ही नहीं है. साथ ही परिसरवासियों ने यह भी बताया कि, मो. मुसीब और उसके पिता शेख ईसा दोनों ही मानसिक तौर पर कुछ हद तक अस्थिर है और उनकी घर की आर्थिक स्थिति भी हमेशा ही डावांडोल रहती है. जिसकी वजह से वे लोग आये दिन अडोस-पडोस में रहने वाले लोगों से दस, बीस व पचास रुपए उधार मांगते रहते है. ऐसी स्थिति में रहने वाले व्यक्ति का किसी आतंकी संगठन के साथ संबंध रहने की जानकारी के सामने आने पर पूरे परिसर में हैरत जतायी जा रही है. वहीं इन तमाम बातों की फिक्र किये बिना एनआईए द्वारा अपने पास उपलब्ध जानकारी व डेटा के आधार पर जांच को आगे बढाया जा रहा.