अमरावती/प्रतिनिधि दि.३० – कोरोना जैसी बिकट बीमारी में सरकार व्दारा आ वाहन घर में रहो सुरक्षित रहो को साकार करने हेतु पुरातन काल की एक कला जो आज के समय अदृश्य हो रही है, उसे वापस जीवित रखने हेतु शहर की कलाकार प्रमोद व विजया राठी की सुपुत्री निधी राठी आर्टीटेक्ट ने कला मंडला मेकर संस्था में मंडला सिखाने का कार्य शुरु किया.
राजा महाराजाओं के कार्यकाल से चली आ रही मंडला यह कला ज्यादातर राजा महाराजाओं के महलों में देखी जा सकती है. इस कला का उपयोग घरमें नकाशी निकालने के साथ ही औद्योगिक क्षेत्र जैसे साड़ियों, गलिचों,टाईल्स की डिजाइन आदि बनाने में भी किया जाता है. निधी राठी ने कोरोना के चलते हजारों बच्चों को इस कला में निपुण किया है. हाल ही में पांच दिवसीय वर्कशॉप लिया, जिसमें मुंबई, पुणे, ठाणे, बैंगलोर, रायपुर, बडोदरा, नागपुर, दिल्ली, वर्धा, चंद्रपुर के साथ ही दुबई व ग्रीस से भी बच्चों ने इस कार्यशाला में भाग लिया. सभी प्ररिक्षार्थियों ने प्रशिक्षक निधी राठी की काफी प्रशंसा की.