अमरावती

निजी होटलों पर रापनि बसों का स्टॉपेज बन रहा सिरदर्द

होटल व ढाबे वालों की होती है जमकर कमाई, यात्रियों को नाहक करना पडता है ज्यादा खर्च

अमरावती/दि.29 – लंबी दूरी की यात्रा करने वाले यात्रियों की सुविधा हेतु राज्य परिवहन मंडल द्बारा अलग-अलग मार्गों के कुछ स्थानों पर कुछ निजी होटलों अथवा ढाबों पर रापनि बसों को राज्य परिवहन निगम द्बारा अधिकृत स्टॉपेज दिया गया है. परंतु इसकी वजह से यात्रियों को सुविधा होने की बजाय असुविधा हो रही है. क्योंकि इन स्थानों पर मिलने वाले खाद्य पदार्थों के दाम किसी भी अन्य होटल या ढाबे की तुलना में कई गुना अधिक वसूल किए जाते है. जिसकी वजह से इन होटलों या ढाबों पर चाय-नाश्ता अथवा भोजन करने के लिए यात्रियों की जेब जमकर ढीली होती है.
बता दें कि, राज्य परिवहन निगम के लगभग सभी बस स्थानकों में उपाहार गृह है और सभी बस स्थानकों पर रापनि की एसटी बसे कुछ मिनट का स्टॉपेज लेती ही है. लेकिन इसके बावजूद यह सभी बसें भोजन के लिए महामार्ग पर रहने वाले किसी होटल या ढाबे पर जाकर रुकती है. जहां पर यात्रियों को अपनी भूख मिटाने हेतु भोजन करना होता है. परंतु ऐसे सभी होटलों या ढाबे पर एकसाथ कई रापनि बसों के रुकने और वहां पर यात्रियों की अच्छी खासी भीडभाड रहने के चलते कम समय में अधिक से अधिक ग्राहक निपटाने के चक्कर में होटल व ढाबा संचालकों द्बारा भोजन व नाश्ते की गुणवत्ता के साथ तो समझौता किया ही जाता है. साथ ही साथ भोजन व नाश्ते के लिए अनाप-शनाप दरें भी वसूली जाती है. इसके अलावा कई होटलों व ढाबों पर साफ-सफाई की व्यवस्था का भी नितांत अभाव रहता है और कई बार जिस समय इन बसों को भोजन के लिहाज से रोका जाता है. तब कई यात्री भोजन करने की मानसिकता में ही नहीं रहते. ऐसे में रापनि द्बारा तय किए गए इन अधिकृत स्टॉपेज की वजह से यात्रियों को सुविधा होने की बजाय असुविधा होती है.

* ढाबों को बना दिया है अधिकृत स्टॉपेज
अमरावती मध्यवर्ती बस स्थानक पर रोजाना सैकडों एसटी बसों का आना-जाना चलता है. जहां पर कई बसों का स्टॉपेज 15 मिनट का होता है. इसके अलावा जिन स्थानों पर बस स्थानक है. वहां पर भी एसटी बसें रुकती है. परंतु खामगांव, चिखली, छत्रपति संभाजी नगर व अहमदनगर के रुट पर चलने वाली कई बसों को राष्ट्रीय महामार्ग पर स्थित ढाबों पर अधिकृत स्टॉपेज दिया गया है. उनमें से कई ढाबों व होटलों में यात्रियों की सुविधा के लिहाज से कोई सुविधाएं उपलब्ध नहीं है. साथ ही खाद्य-पेय पदार्थों के लिए अनाप-शनाप दाम भी वसूल किए जाते है.

* अमरावती-पुणे मार्ग
– स्वच्छता गृह में नहीं जाना ही ठीक
अमरावती से पुणे मार्ग पर कई रापनि बसों को यात्रियों के चाय-पानी व भोजन हेतु होटलों के समक्ष रुकाया जाता है. इसमें से कई होटलों में स्वच्छता गृह की कोई विशेष सुविधा नहीं है. पुरुष यात्री तो इधर-उधर आड में जाकर फारिग हो जाते है. लेकिन महिला यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पडता है.
– बेस्वाद चाय 20 रुपए
इन होटलों व ढाबों पर मिलने वाले खाद्य-पेय पदार्थ दोगुना अधिक महंगे होते है. जहां पर 20 रुपए में एक कप चाय मिलती है और इतनी महंगी चाय का कोई ढंग का स्वाद भी नहीं रहता. वहीं उससे बेहतरीन चाय बाहर के होटलों में 10 रुपए की दर पर मिल जाती है.
– रसोई घर में कोई साफ-सफाई नहीं है
महामार्गों पर स्थित होटलों व ढाबों के रसोई घर की व्यवस्था या अव्यवस्था का आलम भी लगभग नहीं देखने लायक रहता है. क्योंकि वहां पर साफ-सफाई जैसी कोई बात नहीं होती और ऐसे ही माहौल में यात्रियों के लिए खाने-पीने की वस्तूएं तैयार की जाती है.

* टोल फ्री नंबर पर करें शिकायत
इस संदर्भ में जानकारी हेतु संपर्क किए जाने पर रापनि के विभागीय नियंत्रक नीलेश बेलसरे ने बताया कि, अमरावती विभाग में एसी बसे किसी भी निजी होटल या ढाबे पर नहीं रुकती. केवल नागपुर मार्ग पर कारंजा अथवा कोंढाली के बस स्थानक पर ही बसों को यात्रियों के चाय-नाश्ते हेतु लंबा स्टॉपेज दिया गया है. साथ ही राज्य परिवहन निगम द्बारा लंबी दूरी की यात्रा मेें यात्रियों की सुविधा को देखते हुए कुछ स्थानों पर तमाम बातों की जांच पडताल करने के बाद रापनि बसों को अधिकृत स्टॉपेज दिया गया है. यदि अधिकृत स्टॉपेज के अलावा किसी भी अन्य स्थान पर बसों को रोका जाता है. या अधिकृत स्टॉपेज को लेकर किसी भी तरह की कोई समस्या है. तो यात्रियों द्बारा विभाग नियंत्रक कार्यालय अथवा रापनि के टोल फ्री क्रमांक पर अपनी शिकायत दर्ज कराई जा सकती है.

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