वरिष्ठ नागरिकों को मंच उपलब्ध करवाने वाला ‘निवृत्तिच्या पल्याड’ कार्यक्रम रहा शानदार
विश्व पार्किंसन दिन पर रेडिएंट सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल का आयोजन
अमरावती/दि.15- वरिष्ठ नागरिक एवं कलाकारों को मंच उपलब्ध करवाने का काम उनके माध्यम से समाज को संदेश पहंचाने के मकस्द से निवृत्तिच्या पल्याड कार्यक्रम आयोजित किया गया था.
कार्यक्रम में कलाविष्कार का अनोखा संगम देखने मिला. जहां खुशियां थी तो गम भी था, आंसू भी थे वहीं हंसी और खुशी भी थी. मनुष्य जीवन के हर भाव को व्यक्त करता यह कार्यक्रम जीवन के अंतिम पडाव अथवा मनुष्य वृद्धास्था की ओर जब जाने लगता है तब हमें अपनों का ख्याल रखते हुए किस प्रकार उनकी सेवा करनी चाहिए. उनके जीवन में खुशियां लानी चाहिए. इन बातों को इस सांस्कृतिक कार्यक्रम के माध्यम से दर्शाया गया. रविवार को संत ज्ञानेश्वर सांस्कृतिक भवन में विश्व पार्किंसन दिन पर रेडिएंट सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल की ओर से ‘निवृत्तिच्या पल्याड’ कार्यक्रम आयोजित किया गया था. कार्यक्रम की शुरुआत डॉ. सिकंदर आडवानी, डॉ. आनंद काकाणी और डॉ. पवन अग्रवाल व्दारा सपत्निक दीप प्रज्वलन तथा प्रतिमा पूजन के साथ की गई. इस अवसर पर ‘निवृत्तिच्या पल्याड’ कार्यक्रम के निर्देशक विशाल तराल भी प्रमुखता से उपस्थित थे. कार्यक्रम के जीवन के हर उस पडाव को दर्शाया गया जिसे हम जीते तो है, लेकिन उसका आनंद नहीं ले पाते. पार्किंसन एक ऐसी बीमारी है जो धीरे-धीरे हमारी शरीर में पनपती है. लेकिन उसका एहसास हमें नहीं हो पाता. इन बातों को मंच पर उतारने का प्रयास किया गया. विशाल तराल के निर्देशन में गायिका कमल भोंडे, शास्त्रीय गायिका डॉ. अलकनंदा तुलजापुरकर, डॉ. भोजराज चौधरी, डॉ. मोहन बोंडे, नारायण दरेकर, नानासाहेब देशमुख, तात्यासाहेब संगेकर, अनुराधा संगेकर, मुकुंद सराफ, श्रीकृष्ण जिरापुरे, मंगेश बक्शी, मनोज सामदेकर, संध्या पाटणे, व्यवहारे, अंबादास खंडारे, जैसे बुजुर्ग तथा वरिष्ठ कलाकारों ने अपनी कला पेश कर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया. करीब तीन से चार घंटे चले इस कार्यक्रम को देखने संत ज्ञानेश्वर सांस्कृतिक भवन में भीड उमडी थी. सभी का दिल से स्वागत एवं सम्मान किया गया. सभी ने इस कार्यक्रम की भरपूर सराहना की.