अमरावती

मेमनावासियो के निवेदन पर कोई कार्रवाई नही

गुगामल वन्यजीव विभाग कुंभकर्णी नींद में

-पुनर्वसन या समस्याओं का ग्रहण

परतवाड़ा/मेलघाट/दी/३१- चिखलदरा तहसील के मेमना गावं का पुनर्वसन अचलपुर तहसील में करने के बाद व्याघ्र प्रकल्प मेलघाट अंतर्गत गुगामल वन्यजीव विभाग के अधिकारी कुंभकर्णी नींद में नजर आ रहे है.विगत माह 25 नवंबर को पुनर्वसन समिति की ओर से उपवनसंरक्षक को लेखी निवेदन देकर गावं में श्मशान भूमि की व्यवस्था करने की मांग की गई थी.उसी प्रकार मूल गावं मेमना में जो वृक्ष ग्रामवासी छोड़ आये है,उसका मोबादला देने भी प्रार्थना की गई है.पुनर्वसित गावं में पेयजल के लिए आवश्यक बोरवेल की मांग भी की जा रही है.कम मूल्यांकन करके घरों का पारिश्रमिक विस्थापितों को दिया गया है.मेमना में छोड़े गए घरों का मूल्य प्रचलित भाव से लगाकर अतिरिक्त रकम दी जाए.इस प्रकार की मांग धामनगावं के पास धामनी में बसे मेमनावासियो द्वारा की जा रही है.पुनर्वसित गावं में दूषित जल निकासी का कोई प्रबंध नही है,मवेशियों के लिए धर्माल,गावं में पुलिस पाटिल की नियुक्ति,आशा सेविका,रोजगार सेवक आदि मि नियुक्ति करने के निर्देश संबंधित एजंसी को दिए जाएं.घर के भूखंड को अकृषक करने में मद्त की जाए.उसी प्रकार लोगो के घर के ऊपर से जा रही ग्यारह केवी बिजली लाइन को गावं के बाहर से लेकर जाने हेतु ग्रामवासियों ने निवेदन दिया है.वनविभाग और टाइगर रिजर्व के अधिकारी लापरवाह रवैया अपनाकर इस ओर ध्यान नही दे रहे है.पुनर्वसित मेमना की समस्या दूर करने की बजाय अधिकारी एक दूसरे की तरफ उंगली दिखाकर समय काटने का काम कर रहे है.पुनर्वसित लोगो की सहनशीलता की परीक्षा शासन और प्रशासन दोनों ले रहे.इन समस्याओं से कब निजात मिलेगा इस ओर आदिवासियों का ध्यान लगा हुआ है.
-11केवी के संदर्भ में महावितरण की पिछाड़ी
उपकार्यकारी अभियंता देवेन्द चौधरी से मुलाखात करके मेमना के लोगो ने घर के ऊपर से जा रही 11केवी लाइन के खतरे से अवगत कराया.भविष्य में इस अत्यंत दाब की बिजली लाइन से जान-माल की हानि हो सकती है.उन्होंने ग्रामीणों को बताया कि हमने वनविभाग को 11केवी हटाने के लिए रकम जमा करने को कहा था,लेकिन उन्होंने सिर्फ नागरिको के घरेलू कनेक्शन की रकम ही जमा की है.वनविभाग द्वारा हाईटेंशन लाइन हटाने की रकम जमा करने पर उसका इस्टीमेट बनाकर काम किया जायेगा.महावितरण सिर्फ खुद के फायदे की उपाययोजना ही ग्रामीणों को बता रहा है.घरों के ऊपर से जा रही खतरनाक बिजली के तारो को हटाने के लिए कोई तैयार नही है.

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