प्रा. गोरे आत्महत्या प्रकरण में अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं
बडनेरा जीआरपी पुलिस कर रही है मामले की जांच

* मृतक के रिश्तेदारों के दर्ज किये गये बयान
अमरावती/दि.29- यवतमाल के अणे महिला महाविद्यालय के सहायक प्राध्यापक संतोष भास्कर गोरे (54) ने पांच दिन पूर्व धामणगांव रेल्वे स्टेशन पर एक मालगाडी के सामने कूदकर खुदकुशी कर ली थी. मृतक के पास से मिली सुसाइड नोट में 34 लोगों के नाम मिले थे. इस आधार पर बडनेरा जीआरपी पुलिस ने 34 लोगों के खिलाफ आत्महत्या के लिए प्रवृत्त करने का मामला दर्ज किया था. इन सभी आरोपियों ने फरार रहते हुए अग्रिम जमानत के प्रयास शुरु किये है. अब तक किसी की भी गिरफ्तारी नहीं हुई है.
प्रा. संतोष गोरे की आत्महत्या के बाद मिले सुसाइड नोट के आधार पर बडनेरा जीआरपी पुलिस ने मृतक के रिश्तेदारों के बयान दर्ज किये है. सुसाइड नोट में जिनका जिक्र किया, ऐसे इस महाविद्यालय के 28 आरोपियों ने अमरावती के न्यायालय में अग्रिम जमानत के लिए अर्जी दी है. इस अर्जी पर सुनवाई जारी है. जिससे इस सुनवाई की ओर यवतमाल, अमरावती जिले के शिक्षा क्षेत्र के लोगों की नजरें लगी हैं. उल्लेखनीय है कि, प्रा. संतोष गोरे ने अपने सुसाइड नोट में उनकी यह आत्महत्या नहीं बल्कि 34 लोगों द्वारा सुनियोजित ढंग से हत्या किए जाने का जिक्र किया गया है. फिलहाल सभी आरोपी अपने-अपने घरों से अज्ञात स्थान पर चले गए है. दूसरी ओर बडनेरा जीआरपी के अधिकारी, कर्मचारी आरोपियों के घरों को ढूंढकर उन्हें गिरफ्तार करने की कोशिश कर रहे हैं.
* किसके इशारे पर किया टॉर्चर?
अणे महाविद्यालय के पढे-लिखे प्राध्यापक गण, संस्था चालक किसके इशारे पर प्रा. गोरे को टॉर्चर कर रहे थे. वह मास्टर माइंड कौन है? आदि पर यवतमाल में चर्चा छिड गई है. एक मिलनसार हंसमुख प्राध्यापक को अपनी जान से हाथ धोना पडा. ऐसे मामले में इन 34 को बचाने के लिए कौन पर्दे के पीछे से खेल रहा है? आदि सवाल अनसुलझे है.