अमरावती/दि.12- विगत दिनों कुछ प्रसारमाध्यमों द्वारा खबर प्रसारित की गई थी कि, राज्य के राज्यमंत्री बच्चु कडू के नाम पर चार कंपनियां है. जिसे सिरे से खारिज करते हुए राज्यमंत्री बच्चु कडू ने इस खबर को तथ्यहिन व बदनामीकारक बताया है. राज्यमंत्री बच्चु कडू के मुताबिक चुनाव लडते समय हर प्रत्याशी को अपनी आय के स्त्रोत की जानकारी देनी होती है. जिसके अनुसार उन्होंने भी अपनी आय के स्त्रोतों में चार एग्रो प्रोसेसिंग कंपनियों के नाम दर्ज किये थे. इसमें कुछ भी छिपाने जैसी बात नहीं थी. किंतु हकीकत यह है कि, इसमें से कोई भी कंपनी उनके नाम पर नहीं है.
मामले को लेकर विस्तृत जानकारी देते हुए राज्यमंत्री बच्चु कडू ने बताया कि, उन्होंने जिन चार कंपनियों के नाम अपनी आय के स्त्रोत के तौर पर दर्ज किये थे, उसमें से प्रहार एग्रो प्रोसेस लिमिटेड तथा मंडारीन एग्रो प्रा.लि. नामक दो कंपनियां बंद हो चुकी है. इसके अलावा प्रहार इंटरनैशनल फूड लिमिटेड नामक कंपनी में वे संचालक नहीं है, बल्कि केवल शेयर होल्डर है तथा दुनिया में कोई भी व्यक्ति किसी भी कंपनी का शेयर खरीद सकता है. इस बात का बेहतरीन उदाहरण खुद शेयर मार्केट है. इसके साथ ही महज साढे तीन लाख रूपये का पूंजी निवेश रहनेवाली सप्तऋषि स्टार एग्रो लि. नामक कंपनी में उनके सहित और 6 संचालक है. कोंकण में काजू प्रक्रिया करने के इच्छूक किसान मित्रों का आग्रह रहने के चलते वे इस कंपनी में शामिल हुए थे. इसमें भी कुछ गलत या नियमबाह्य नहीं है.
उपरोक्त स्पष्टीकरण के साथ ही राज्यमंत्री बच्चु कडू की ओर से कहा गया कि, अधिक से अधिक किसानों द्वारा किसान उत्पादक कंपनियां बनायी जाये. इसके लिए केंद्र सरकार व राज्य सरकार किसानों हेतु विभिन्न कार्यक्रम, उपक्रम व योजनाओं का नियोजन करती है. जिसके चलते कई किसानों ने ऐसी कंपनियां स्थापित की है. किंतु कुछ लोग बेवकूफी भरे आरोप लगाते है कि, ऐसी कंपनियां अपना काला पैसा छिपाने के लिए बनायी जाती है, जबकि कृषि उपज पर आधारित प्रक्रिया उद्योग स्थापित करने में गलत कुछ भी नहीं है. क्योेंकि इससे किसानों को राष्ट्रीय व वैश्विक स्तर पर अपनी उपज को बेचने हेतु बाजार उपलब्ध होते है.