ई-वे बिल नहीं, सुपारी के वाहन को 10 लाख दंड
अमरावती /दि. 27 – लोकसभा चुनाव के मतदान के बीच जीएसटी के दस्ते ने नांदगांव पेठ टोल नाके पर ई-वे बिल नहीं रहने से सुपारी लदे वाहन पर कार्रवाई की. नेशनल हाईवे पर चुनाव के कारण दस्ता तैनात किया गया है. आयोग के निर्देशानुसार जीएसटी विभाग के पथक तैनात है.
इस अभियान में जीएसटी विभाग के 10 अधिकारी, 40 कर्मचारी शामिल है. एक हजार वाहनों की कडाई से जांच की गई. कार्रवाई में राजेश चेचरे, वृषाली देशमुख, आकाश जायसवाल, नीलिमा आटे ने सहकार्य किया. अमरावती कार्यालय से संदीप ठाकरे, विनोद इंगले, आप्पासाहेब देशमुख, अंकुश देशमुख, नीलेश क्षीरसागर, जयंत उमप, प्रफुल्ल गावंडे, वैशाली हरणे, शिल्पा पाटिल, सागर दैने, पल्लवी नेरकर, प्रज्ञा गेडे, प्रीया भाले आदि अधिकारी रहने की जानकारी जिला नोडल अधिकारी उज्वल देशमुख ने दी. इससे आगे कडी कार्रवाई किए जाने के निर्देश जीएसटी सहआयुक्त संजय पोखरकर ने दिए. आचारसंहिता दौरान 25 लाख रुपए दंड वसूला गया. कार्रवाई का सनियंत्रण सहआयुक्त रामदास गडपायले, योगेश आढाव, राजेश दुधे, प्राजक्ता चौधरी कर रही है.
जीएसटी अधिकारियों ने बताया कि, सुपारी लदे वाहन के कर्नाटक से दिल्ली जाने की बात बताई गई. हकिकत में यह माल नागपुर से अहमदाबाद जा रहा था. माल की कीमत 32 लाख रुपए बताई गई. जबकि मार्केट रेट से वह एक करोड की सुपारी रहने से संबंधित व्यापारी और ट्रांस्पोर्टर पर 200 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया.