अमरावती

भद्रा का असर नहीं पं. करण शर्मा ने दी जानकारी

गणेश स्थापना के लिए मध्याह्न वृश्चिक लग्न सर्वश्रेष्ठ

अमरावती/दि.18-सभी कार्य शुभारंभ और बुध्दि के देवता श्री गणेशजी की स्थापना किसी भी समय शुभ ही होती है. लेकिन गणेशोत्सव पर्व प्रथम दिन चतुर्थी में शास्त्रों के अनुसार इस वर्ष मंगलवार, 19 सितंबर को वैसे तो चौघडियोें के अनुसार सुबह 9.10 से शाम 4.46 तक कभी भी गणेश स्थापना का मुहूर्त है, लेकिन वृश्विक लग्न में सुबह 10.45 बजे से मध्यान्ह दोपहर 1.30 तक स्थापना का सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त है. यह जानकारी पं. करण गोपाल पुरोहित ने दी हैं.
पं. करण शर्मा के मुताबिक चतुर्थी तिथि सोमवार, 18, सितंबर की दोपहर 12. 38 से शुरू होकर मंगलवार, 19 सितंबर की दोपहर 1.42 तक रहेगी. चूकि उदया तिथि रहने से मंगलवार को दिन भर गणेश पूजन किया जा सकेगा. हालांकि शास्त्रों के अनुसार वृश्चिक लग्न व मध्याह्न के चलते सुबह 10.45 से दोपहर 1.10 तक गणेश स्थापना सर्वश्रेष्ठ बताई गई है. मंगलवार की दोपहर तक भद्रा है. लेकिन गणेश पूजन में भद्रा का दोष नहीं माना जाता है. शर्मा के मुताबिक चौकी (चौरंग/पाटे ) पर लाला पीला वस्त्र बिछाकर उस पर चावल से स्वास्तिक बनाकर उस पर गणेशजी को स्थापित करना चाहिए. साथ ही विधिवत कलश की स्थापना और संभव हो तो पंचोपचार व षोडषोपचार से पूजन करें. पूजा में विशेष रूप से स्थापना के समय 21 मोदक, 21 दुर्वा, लाल फूल, शमी पत्र, फल और मिष्ठान चढाएं.

* गणेश स्थापना मुहूर्त
-मंगलवार 19 सितंबर 2023
-चंचल,लाभ, अमृत व अभिजीत बेला
– वृश्विक लग्न मध्याहन
– शुभ बेला
– सुबह 9्.10 से दोपहर 1.44 तक
– दोपहर 10.45 से 1.10 तक
-दोपहर 3.15 से 04.46 तक

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