* सोशल मीडिया पर चल रहे झूठे मैसेज
अमरावती/दि.4- महावितरण ने स्पष्ट कर दिया कि जिले में क्या, पूरे राज्य में कहीं भी लोडशेडिंग अर्थात भार नियमन नहीं हो रहा है. उसी प्रकार भार नियमन का कोई प्रस्ताव भी नहीं है. पिछले दिनों तकनीकी दिक्कतों की वजह से कहीं-कहीं बिजली सप्लाई खंडित हुई थी. वह तकनीकी खामियां दूर कर लेने की जानकारी जनसंपर्क अधिकारी फूलसिंह राठोड ने दी. सोशल मीडिया पर इस बारे में चल रहे संदेश भ्रामक, गुमराह करने वाले हैं. उस ध्यान नहीं देने की अपील भी महावितरण ने की है.
* समाज माध्यमों पर अफवाहें
सोशल मीडिया पर नाना प्रकार की अफवाएं चल रही है. जिसके अनुसार अमरावती में क्षेत्र निहाय लोडशेडिंग की समयसारणी भी जारी होने का दावा किया गया.
* काटकर का स्पष्टीकरण
महावितरण के अभियंता आनंद काटकर ने कहा कि, जो पत्र वायरल हुआ है वह लोडशेडिंग का नहीं है. प्रति माह में इमरजेंसी आने पर कहां बिजली की कटौती की जाए, इसका नियोजन है जो विभाग व्दारा हर महीने किया जाता है.
* राज्य में बढी मांग
अगस्त में मानसून के दगा दे देने से सर्वत्र भारी गर्मी, उमस का वातावरण है. जिससे न केवल घर, दुकानों में बिजली की खपत बढी. बल्कि खेतों में भी किसानों ने फसलों के बचाव के लिए कृषि पंपों का इस्तेमाल शुरु कर रखा है. प्रदेश में 24 हजार मेगा वॉट की खपत को महावितरण पूर्ण करने का प्रयत्न करने की जानकारी राठोड ने दी. उन्होंने स्पष्ट किया कि कोई भार नियमन शेड्यूल नहीं बना है.