नागपुर/दि.14– कोरोना काल में शुरु किए गए कही जाना है तो पता बताने का नियम अब रेलवे ने पीछे लिया है. जिसक चलते यात्रियों को टिकट पहुंचने का पता बताने की आवश्यकता नहीं रही है.
वर्ष 2020 में देशभर में कोरोना का प्रकोप था. पश्चात इस संसर्ग को रोकने के लिए विविध स्तर पर उपाययोजना की गई थी. रेलवे यात्रा से संसर्ग बढ़ सकता है, इस बात को ध्यान में रखते हुए शुरुआत में दो महीने रेल्वे यातायात पूरी तरह बंद किया गया था. पश्चात कुछ गाड़ियां शुरु की गई, धीरे-धीरे गाड़ियों की संख्या बढ़ी, लेकिन आरक्षण वालों को ही गाड़ी में प्रवेश दिया जाता था. उस पर भी टिकट निकालते समय ही कहा जाना है, वहां का पता पीनकोड सहित देना पड़ता था. संबंधित यात्री जिस ओर जाने वाले हैं वह भाग कोरोना के कारण प्रतिबंधित क्षेत्र होगा तो फिर वह यात्री नहीं जा सकता था. उस समय एखाद भाग में कोरोना बाधित पाया गया तो संपूर्ण परिसर ही सील कर दिया जाता था. इस पार्श्वभूमि पर ही टिकट निकालते समय जहां जाना हो वहां का पता बताना रेल्वे ने यात्रियों के लिए बंधनकारक किया था लेकिन अब कोरोना का असर खत्म हो गया है. जनजीवन सुचारु हो गया है. इसलिए 12 अप्रैल को रेलवे मंत्रालय ने इस संबंध का आदेश जारी किया है. जिसके चलते आयआरसीटीसी की टिकट बुकिंग करने की वेबसाइट में भी वैसा बदल किया जाएगा.