अमरावतीमहाराष्ट्रमुख्य समाचार

राणा को झूठे कास्ट सर्टिफिकेट के बाद भी कोई हाथ नहीं लगा सकता, यही मोदी की गारंटी

नेहरु मैदान की सभा में सुषमा अंधारे का सीधा वाद

* कडी धूप के बावजूद उमडे हजारो लोग
* महाविकास आघाडी नजर आई एकजुट
* मंच पर अनिल देशमुख, रमेश बंग, अनंत गुढे, धाने पाटिल, सूर्यवंशी, खराटे भी
* बलवंत वानखडे के नामांकन बाद जंगी सभा
अमरावती/दि. 30 – शिवसेना-उबाठा गट की तेज तर्रार नेत्री सुषमा अंधारे ने यहां नेहरु मैदान की इस चुनाव की पहली जंगी सभा में सांसद नवनीत राणा पर जाति प्रमाणपत्र को लेकर तीखा हमला किया. अंधारे ने कहा कि, रामटेक में हमारी रश्मी बर्वे का कास्ट सर्टिफिकेट एक दिन में कैन्सल हो जाता है. नवनीत राणा को सात साल से झूठे कास्ट सर्टिफिकेट के बावजूद कोई हाथ भी नहीं लगा सकता. यह है मोदी की गारंटी. अंधारे ने अपने आधे घंटे के संबोधन में कई बार नवनीत पर सीधा वार किया. उन्होंने कहा कि, उनके अमरावती में चुनाव लडने की चर्चा सुनील खराटे द्वारा सभाएं लेने के बाद शुरु हो गई थी. लेकिन मुझे जाति छोडनी पडती, डुप्लीकेट कास्ट सर्टिफिकेट बनवाना पडता. मेरे पास अदृष्य महाशक्ति नहीं है जो मेरा कास्ट सर्टिफिकेट का मामला पूरी तरह रुकवा दें. इसलिए अमरावती की आरक्षित सीट से चुनाव नहीं लडा.
मंच पर तीनों घटक दलों के अलावा मविआ के सहयोगी दल के सभी नेता, पदाधिकारी मौजूद थे. उनमें कांग्रेस की यशोमती ठाकुर, बबलू देशमुख, वीरेंद्र जगताप, भैया पवार, प्रवीण अलसपुरे, किशोर बोरकर, नितिन कदम, आसीफ तवक्कल, डॉ. सुनील देशमुख, दिलीप एडतकर, मिलिंद चिमोटे, सुधाकर भारसाकले, जयश्री वानखडे, जयंत देशमुख, रामेश्वर अभ्यंकर, विलास इंगोले, बबलू शेखावत, हरिभाऊ मोहोड, कांचनमाला गावंडे, जयश्री वानखडे, सुरेश रतावा, मनोज भेले, धारणी से पूर्व सभापति दयाराम काले, उपसभापति एपीएमसी राहुल येवले, एनएसयुआई जिलाध्यक्ष पंकज भोरे, अंजनगांव अध्यक्ष प्रवीण दालु, शहर अध्यक्ष प्रदीप देशमुख, पूर्व जिला बैंक अध्यक्ष सुधाकर भारसाकले, राकांपा शरद पवार से अनिल देशमुख, रमेश बंग, शरद तसरे, वसुधा देशमुख, केवलराम काले, प्रदीप राऊत, डॉ. हेमंत देशमुख, विनेश आडतिया, गणेश राय, विजय भैसे, संदीप मेघे, प्रताप भुयार, अमोल गोहाड, संगीता ठाकरे, वर्षा भटकर, राजेश चिंचमलातपुरे, अमरावती शहर निरीक्षक वेदप्रकाश आर्य, शिवसेना-उबाठा से पूर्व सांसद अनंत गुढे, प्रीती बंड, सुधीर सूर्यवंशी, श्याम देशमुख, नाना नागमोते, सुनील खराटे, ज्ञानेश्वर धाने पाटिल, प्रशांत वानखडे, पराग गुडधे, ज्योति अवघड, मनीषा टेंभरे, वर्षा भोयर, लक्ष्मी शर्मा, श्याम धाने, अंकूश कावलकर, स्वराज ठाकरे, गोपाल राणे, आसावरी देशमुख, वाम मोर्चा के कॉम्रेड तुकाराम भस्मे, प्रवीण मनोहर आदि अनेक की उपस्थिति रही.

* गरीब बच्चे गोद लें नवनीत
सांसद राणा पर हमला जारी रखते हुए सुषमा अंधारे ने कहा कि, राणा गरीबों को किराणा और कपडे बांटनेवाली अमरावती को भूखा कंगाल समझती है. राणा को इतनी ही गरीबो की फिक्र है तो उनके बच्चे गोद लेकर मुफ्त शिक्षा दिलवाएं.
* पंडित नहीं लोकप्रतिनिधि भेजना है
शिवसेना नेत्री ने कहा कि, गणेश पूजन, विसर्जन के फोटो और वीडिओ तथा श्लोक पढने के वीडिओ जारी करनेवाली नवनीत राणा को कोई इतना बता दे कि, अमरावती के लोगों को संसद में पंडित, पुजारी नहीं बल्कि जनप्रतिनिधि भेजना है. यह कहते हुए अंधारे ने गणेश वंदना सहित अनेक श्लोक धारा प्रवाह बोलकर तालियां बटोरी. वे बडी गर्मी के कारण कभी दुपट्टे कभी साडी के आंचल से पसीना पोछती रही.
* लोगों ने अपने हाथ लिया चुनाव
विधायक और उम्मीदवार बलवंत वानखडे द्वारा इस चुनाव को धनशक्ति विरुद्ध जनशक्ति बताए जाने का उल्लेख कर अंधारे ने कहा कि, इस चुनाव को आम लोगों ने अपने हाथों में ले लिया है. इसलिए चिंता न करें. अंधारे ने राज्य व राष्ट्रीय हित स्तर के अनेक मुद्दों पर भी बात की. कई विचार प्रखरता से रखे.
* बार-बार बदल रहे बाप
सुषमा अंधारे ने आरोप लगाया कि, नवनीत राणा सत्ता के लिए बार-बार बाप बदल रही है. 2019 में नवनीत ने शरद पवार को अपना पिता बताया था. आज अमित शाह को अपना पिता बनाया है. अंधारे ने यह भी कहा कि, आज भाजपा में देवेंद्र फडणवीस से ज्यादा नवनीत राणा का राजनीतिक वजन बढ रहा है. शाह-मोदी को फडणवीस से मिलने के लिए समय नहीं मिल पाता. नवनीत राणा रातोरात समय लेकर मिल लेती है. जिससे लगता है कि, नागपुर का सत्ता केंद्र अमरावती आ जाएगा. उन्होंने यह भी कहा कि, बदले की राजनीति चल रही है. पार्टियां फोडने के बाद भी देवेंद्र फडणवीस की मुख्यमंत्री बनने की महत्वाकांक्षा पूर्ण नहीं हुई. उन्होंने 2024 का चुनाव लडने की वजह भी बताई. उन्होंने कहा कि, यह चुनाव नहीं लडा तो 2029 में चुनाव होंगे ही नहीं. संविधान बदलने वाले हैं. देश विरोधी, लोकशाही विरोधी वन नेशन वन इलेक्शन वाली राष्ट्रपति डेमोक्रेसी यहां लाई जा रही है. हमें भावनात्मक बनाने राम का नाम लिया जा रहा है. हमारी 10 पीढियां सबेरे उठकर एक-दूसरे को राम-राम कहती आई है.
अंधारे ने भाजपा के मुंबई के सांसद रहे किरीट सोमय्या पर भी अप्रत्यक्ष हमला किया. उसी प्रकार अमरावती से भाजपा नेता राजेश वानखडे पर नवनीत राणा ने विनयभंग का आरोप किया था, यह बात याद दिलाई.

* सीट क्यों छोडी, इस पर चुप्पी
शिवसेना नेत्री सुषमा अंधारे ने अमरावती की हक की सीट पार्टी ने क्यों छोड दी, इस पर कुछ भी नहीं कहा.

* वंचित दें समर्थन
सुषमा अंधारे ने वंचित बहुजन आघाडी के बालासाहब आंबेडकर से अमरावती में भी कांग्रेस प्रत्याशी के समर्थन की अपील की. विदित हो कि, वंचित ने अमरावती में युवा प्रत्याशी प्राजक्ता पिल्लेवान को उतारा है.

कांग्रेस प्रवक्ता एड दिलीप एडतकर, कम्युनिस्ट पार्टी के तुकाराम भस्मे, गणेश हलकारे, पराग गुडधे, एड. यशोमति ठाकुर, विधायक धीरज लिंगाडे, पूर्व सांसद अनंतराव गुढे, कांग्रेस के पूर्व मंत्री डॉ. सुनील देशमुख, पूर्व मंत्री अनिल देशमुख, कांग्रेस के ग्रामीण जिलाध्यक्ष बबलू देशमुख, मविआ प्रत्याशी बलवंत वानखडे आदि नेताओं ने भी सभा को संबोधित किया.

झलकियां
– सभा स्थल पर दोपहर 1 बजे आदिवासी महिला-पुरुषो के साथ संगीत की धून पर महाविकास आघाडी के कांग्रेस प्रत्याशी बलवंत वानखडे का आगमन हुआ.
– आदिवासी महिलाएं और पुरुष बाजेगाजे के साथ नृत्य करते हुए बलवंत वानखडे को कांग्रेस की पूर्व मंत्री यशोमति ठाकुर के साथ मंच पर लाए तब सभा स्थल पर उपस्थित कार्यकर्ताओं ने जोरदार नारेबाजी की.
– बलवंत वानखडे ने मंच पर पहुंचते ही टेबल पर चढकर हाथ जोडकर सभी का धन्यवाद अदा किया.
– मंच से बलवंत वानखडे के समर्थनार्थ जोरदार नारेबाजी की गई. इस अवसर पर ‘कौन आया रे कौन आया, महाविकास आघाडी का शेर आया…’ ‘कौन आया रे कौन आया, किसानों का बेटा आया’ आदि नारे लगे.
– सभी नेताओं ने मविआ प्रत्याशी बलवंत वानखडे को मंच से किसान पुत्र के रुप में संबोधित करते हुए जनता का नेता बताया.
– सभा स्थल पर कडी धूप रहते गर्मी से बचने के लिए कार्यकर्ताओं की सुविधा के लिए जगह-जगह कुलर लगा रखे थे. साथ ही मैदान में पेयजल की व्यवस्था रखी थी.
– मविआ कार्यकर्ताओं के हाथ में पार्टी के झंडे लहरा रहे थे.
– सभा स्थल पर कांग्रेस, एनसीपी (शरद पवार गुट), शिवसेना उबाठा, कम्युनिस्ट पार्टी, भीमशक्ती के झंडे लगे हुए थे. साथ ही मंच के समक्ष सभी महापुरुषो व संतो के फोटो लगाए गए थे.
– सभा शुरु होते ही नेहरु मैदान खचाखच भर गया था.
– वाहनों की पार्किंग के लिए साइंस्कोर से लेकर रेलवे स्टेशन और अंबापेठ परिसर में व्यवस्था की गई थी.
– पुलिस का सुबह से ही बंदोबस्त तैनात कर दिया गया था.
– कडी धूप के कारण सभा स्थल पर सुरक्षा की दृष्टि से एंबुलंस की भी व्यवस्था की गई थी.
– मविआ की इस चुनाव प्रचार सभा में तिवसा, दर्यापुर, अमरावती, अंजनगांव, भातकुली, मेलघाट, चांदुरबाजार, अचलपुर, चांदुर रेलवे आदि तहसील से कार्यकर्ता बडी संख्या में शामिल हुए थे.

 

 

 

 

Related Articles

Back to top button